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IndiGo Promoter Stake Sell : इंडिगो के प्रमोटर राकेश गंगवाल और उनके फेमिली ट्रस्ट ने कंपनी में अपनी 5.7% हिस्सेदारी बेच दी है. (File Photo : Indian Express)
Indigo Airlines Promoter Stake Sell : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में उसके प्रमोटर राकेश गंगवाल और उनके फेमिली ट्रस्ट ने अपनी 5.7% हिस्सेदारी करीब 11,559 करोड़ रुपये (1.36 अरब डॉलर) में बेच दी है. इंडिगो एयरलाइंस की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) के शेयर्स में यह सौदा मंगलवार को ब्लॉक डील के जरिये हुआ है. इस हिस्सेदारी की बिक्री के बाद इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) के शेयरों में गिरावट देखने को मिली और एनएसई पर शेयर दोपहर के सत्र में 2.20% लुढ़ककर 5,301 रुपये पर ट्रेड करता नजर आया.
राकेश गंगवाल और फैमिली ट्रस्ट ने बेचे शेयर
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इंडिगो एयरलाइंस की हिस्सेदारी के इस सौदे में केवल राकेश गंगवाल ही नहीं बल्कि उनके ट्रस्ट ‘चिंकरपु फैमिली ट्रस्ट’ (Chinkerpoo Family Trust) ने भी हिस्सा लिया है. इस ट्रस्ट के ट्रस्टी शोभा गंगवाल और जेपी मॉर्गन ट्रस्ट कंपनी ऑफ डेलवायर भी हैं. इस हिस्सेदारी की बिक्री के लिए गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, मॉर्गन स्टेनली इंडिया और जेपी मॉर्गन इंडिया को प्लेसमेंट एजेंट के रूप में नियुक्त किया गया है.
5,230.50 रुपये प्रति शेयर पर हुई डील
ब्लॉक डील के तहत कुल 2.21 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे गए हैं, जिनकी कीमत 5,230.50 रुपये प्रति शेयर तय की गई है. यह कीमत सोमवार के बंद भाव (5,420 रुपये प्रति शेयर) के मुकाबले लगभग 3.5% के डिस्काउंट पर रखी गई है. पहले जारी टर्म शीट के मुताबिक सिर्फ 1.32 करोड़ शेयर बेचे जाने की योजना थी, लेकिन बाद में यह संख्या बढ़ा दी गई.
डील से पहले 13.5% थी हिस्सेदारी
सूत्रों के मुताबिक 2.21 करोड़ शेयर कंपनी की कुल हिस्सेदारी का लगभग 5.7% हिस्सा बनाते हैं. इस हिस्सेदारी की कुल वैल्यू लगभग 11,559 करोड़ रुपये या 1.36 अरब डॉलर आंकी गई है. इस डील से पहले राकेश गंगवाल और उनके ट्रस्ट की इंडिगो में लगभग 13.5% हिस्सेदारी थी. शेयर्स की यह बिक्री बीएसई और एनएसई पर कई स्टेप्स में पूरी तरह सेकेंडरी मार्केट के जरिए की गई है.
वेंडर्स और उनके करीबी रिश्तेदारों पर 150 दिनों का लॉक-अप लागू
इस डील की एक अहम शर्त यह है कि वेंडर्स और उनके करीबी रिश्तेदारों पर 150 दिनों का लॉक-अप पीरियड लागू रहेगा. हालांकि इसमें एक अपवाद रखा गया है. वे कुछ शर्तों के तहत कम से कम 300 मिलियन डॉलर मूल्य के शेयर सिंगल इनवेस्टर्स या इनवेस्टर ग्रुप को बेच सकते हैं. गौरतलब है कि अगस्त 2024 में भी राकेश गंगवाल के फेमिली ट्रस्ट ने इंडिगो में अपनी 5.24% हिस्सेदारी 9,549 करोड़ रुपये में बेची थी. इससे पहले मार्च 2024 में भी उन्होंने हिस्सेदारी बेची थी.
गंगवाल परिवार फरवरी 2022 से घटा रहा हिस्सेदारी
यह शेयर बिक्री राकेश गंगवाल के फरवरी 2022 के उस फैसले का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे घटाने की बात कही थी. उन्होंने यह फैसला कंपनी के को-फाउंडर राहुल भाटिया के साथ गवर्नेंस को लेकर हुए विवाद के बाद लिया था. फरवरी 2022 के बाद से राकेश गंगवाल और उनकी पत्नी शोभा गंगवाल अपनी हिस्सेदारी लगातार घटा रहे हैं. सितंबर 2022 में दोनों ने मिलकर 2.74% हिस्सेदारी 2,005 करोड़ रुपये में बेची थी. फरवरी 2023 में शोभा गंगवाल ने 4% हिस्सा 2,944 करोड़ रुपये में बेचा था और अगस्त 2023 में उन्होंने लगभग 2.9% हिस्सा 2,800 करोड़ रुपये से अधिक में बेचा.
(Input : PTI)