/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
/financial-express-hindi/media/media_files/2025/03/12/9wuTEPq6jVv0p71lv3UR.jpg)
IndusInd Bank News : बैंक के सीईओ ने भरोसा दिलाया कि इस झटके से उबरने के लिए पर्याप्त पूंजी है. उन्होंने मौजूदा तिमाही में भी मुनाफे की उम्मीद जताई. Photograph: (Reuters)
IndusInd Bank Stock Price Today : प्राइवेट लेंडर इंडसइंड बैंक के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. आज के कारोबार में यह बैंकिंग स्टॉक करीब 5 फीसदी मजबूत होकर 695 रुपये के भाव पर पहुंच गया है. जबकि मंगलवार को अकाउंट बैलेंस में गड़बडि़यां सामने आने के बाद यह स्टॉक 27 फीसदी कमजोर होकर 656 रुपये पर पहुंच गया था. सोमवार को शेयर 901 रुपये पर बंद हुआ था. मंगलवार के झटके के बाद बैंक के सीईओ ने भरोसा दिलाया कि उनके पास इस झटके से उबरने के लिए पर्याप्त पूंजी है. उन्होंने मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की चौथी और अंतिम तिमाही में भी बैंक के मुनाफे में रहने की उम्मीद जताई है. जिसके बाद से निवेशकों का सेंटीमेंट बदला है.
मंगलवार को क्यों टूटा था स्टॉक
इंडसइंड बैंक ने एक बयान में कहा था कि अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो की आंतरिक समीक्षा के दौरान, बैंक ने इन अकाउंट बैलेंस में कुछ विसंगतियों को देखा है. बैंक की विस्तृत आंतरिक समीक्षा ने दिसंबर 2024 तक बैंक के नेट वर्थ पर करीब 2.35 फीसदी एडवर्स इंपैक्ट यानी प्रतिकूल प्रभाव का अनुमान लगाया है. इससे बैंक के मुनाफे पर भी असर पड़ेगा. यह असर 2100 करोड़ रुपये के आस पास रहने का अनुमान जताया गया था. यह रिव्यू, लेंडर्स के इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो पर आरबीआई द्वारा सितंबर 2023 में जारी निर्देशों के बाद की किया गया, जो पोर्टफोलियो के 'अदर एसेट्स एंड अदर लायबिलिटी' अकाउंट से संबंधित थे. वहीं, इस डेवलपमेंट के बाद ब्रोकरेज हाउस भी शेयर को लेकर अलर्ट हो गए और रेटिंग घटा दी थी. जिसके बाद मंगलवार 11 मार्च को इस बैंकिंग स्टॉक में भारी गिरावट आ गई.
क्या कहना है सीईओ का
इंडसइंड बैंक के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सुमंत कठपालिया ने कहा कि उनके पास इस झटके से उबरने के लिए पर्याप्त पूंजी है. बैंक को हुए नुकसान के अंतिम आंकड़े बाहरी एजेंसी की पड़ताल के बाद पता चलेंगे. बैंक ने बाहरी एजेंसी की नियुक्ति कर दी है, जो अपनी रिपोर्ट अप्रैल की शुरुआत में देगी. कठपालिया ने कहा कि ‘बैंक की प्रॉफिटेबलिटी और कैपिटल एडिक्वेसी इस एकमुश्त प्रभाव को झेलने के लिए बेहतर स्थिति में है. इस समस्या की पहचान बैंक ने खुद की है और बैंक के पास इसे मैनेज करने के लिए पर्याप्त रिजर्व और पूंजी है.
इंडसइंड बैंक की विश्वसनीयता को लेकर सवाल
ब्रोकरेज हाउदस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इंडसइंड बैंक पर REDUCE रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस घटाकर 850 रुपये कर दिया. ब्रोकरेज का कहना है कि 1 अप्रैल 2024 से, बैंक ने इंटरनल हेजिंग बंद कर दी है, जिसके बाद, सितंबर 2024 के आसपास, इसने विसंगतियों की पहचान की. यह नुकसान Q4FY25 में P&L के माध्यम से होने की संभावना है, जो रिपोर्ट की गई प्रॉफिटेबिलिटी को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है. ये विसंगतियां इंटरनल कंट्रोल पर खराब असर डालती हैं.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने इंडसइंड बैंक के शेयर में न्यूट्रल रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 925 रुपये कर दिया है. ब्रोकरेज का कहना है कि डेरिवेटिव लेनदेन से संबंधित हाल की अकाउंटिंग विसंगतियों ने सेंटीमेंट को और कमजोर कर दिया है और 4QFY25 में घाटे की संभावना है. क्योंकि बैंक अपने P&L के जरिए प्रभाव को एब्जॉर्ब कर रहा है.
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने शेयर पर REDUCE रेटिंग दी है और टारेट प्राइस 750 रुपये कर दिया है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि इस नुकसान की भरपाई इनकम स्टेटमेंट के माध्यम से करनी होगी, प्रमुख तौर पर NII के माध्यम से, और यह Q4FY25E में किया जाएगा. CEO को हाल ही में तीन के बजाय एक साल का विस्तार मिला और अब डेरिवेटिव-प्रेरित अव्यवस्था सामने आई है. इससे इंडसइंड बैंक की विश्वसनीयता और आय प्रभावित होगी.
(Disclaimer: कंपनी या शेयर पर व्यू या सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. न ही ये निवेश की सलाह है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)