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Infosys Q1 FY25 Result : इंफोसिस ने जून 2024 में खत्म तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजों का एलान कर दिया है. (File Photo : Reuters)
Infosys Q1 FY25 Result : आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस ने जून 2024 में खत्म तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजों का एलान कर दिया है. कंपनी ने इस तिमाही के दौरान अपने कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर 7 फीसदी का इजाफा दर्ज किया है. इसके साथ ही उसने पूरे वित्त वर्ष के लिए अपने ग्रोथ गाइडेंस में भी सुधार किया है. जिसके आधार पर कंपनी मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान 15,000-20,000 नए लोगों की हायरिंग करने की उम्मीद कर रही है.
रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस बढ़ाकर 3-4% किया
गुरुवार को घोषित नतीजों के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही के दौरान इंफोसिस का कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 7 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 6,368 करोड़ रुपये रहा. जबकि बीएसई फाइलिंग के अनुसार, एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 5,945 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. अप्रैल-जून में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 20 फीसदी की गिरावट आई, जो इससे पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2024 के दौरान 7,969 करोड़ रुपये रहा था. चालू वित्त वर्ष के लिए कंपनी ने कॉन्सटैंट करेंसी टर्म्स में अपने रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को 1-3 फीसदी से बढ़ाकर 3-4 फीसदी कर दिया है.
ऑपरेटिंग मार्जिन 21.1% रहा
कंपनी सीईओ और एमडी सलिल पारेख ने कहा, "हमने वित्त वर्ष 25 की शानदार शुरुआत की है, जिसमें मजबूत और व्यापक आधार वाली बढ़ोतरी, ऑपरेटिंग मार्जिन में बढ़ोतरी, मजबूत बड़े सौदे और अब तक का सबसे अधिक कैश जेनरेशन शामिल है. यह हमारी अलग-अलग सर्विसेज, ग्राहकों के भरोसे और लगातार बेहतर काम करने का प्रमाण है." तिमाही के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 21.1 फीसदी रहा. इंफोसिस को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में इसका ऑपरेटिंग मार्जिन 20-22 फीसदी रहेगा.
पारेख ने कहा, "क्लाउड फाउंडेशन पर अपने डेटा सेट के साथ काम करने वाले उद्यमों के लिए जेनरेटिव एआई पर फोकस करने कारण हमारे ग्राहकों के साथ हमारा जुड़ाव और मजबूत हुआ है." जून तिमाही के दौरान कंपनी ने 4.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बड़े सौदे हासिल किए हैं. पारेख ने कहा, "पहली तिमाही के दौरान बड़ी डील्स के मामले में हमारा प्रदर्शन बहुत मजबूत रहा, जिससे हमें पूरे साल के लिए मजबूती मिली है."
कहां से आ रही है इंफोसिस की कमाई
इन्फोसिस की रेवेन्यू में सबसे बड़ा योगदान देने वाले फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर की हिस्सेदारी में कॉन्स्टैंट करेंसी बेसिस पर 0.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो 27.5 फीसदी रही. रिटेल सेगमेंट की हिस्सेदारी 3 फीसदी गिरकर 13.8 फीसदी रही, जबकि कम्यूनिकेशन सेगमेंट की हिस्सेदारी 5.4 फीसदी बढ़कर 12.1 फीसदी रही. एनर्जी, यूटिलिटी, रिसोर्सेज और सर्विसेज की हिस्सेदारी 6.3 फीसदी बढ़कर 13.3 फीसदी रही. पारेख ने कहा कि कंपनी अमेरिका में फाइनेंशियल सर्विसेज रेवेन्यू में सुधार देख रही है. उत्तरी अमेरिका से इन्फोसिस की रेवेन्यू हिस्सेदारी में 1.2 फीसदी की गिरावट आई, जबकि यूरोप में यह 9.1 फीसदी, भारत में 19.9 फीसदी और बाकी दुनिया में कॉन्स्टैंट करेंसी के आधार पर 2.3 फीसदी बढ़ी.
कर्मचारियों की संख्या 6% घटी, नई नियुक्तियों की उम्मीद
जून 2024 की तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या एक साल पहले के 3,36,294 से लगभग 6 फीसदी घटकर 3,15,332 रह गई. पिछली तिमाही में कर्मचारियों की संख्या 3,17,240 थी, जो मामूली रूप से कम हुई है. कंपनी ने कर्मचारियों के उपयोग स्तर को साल-दर-साल आधार पर 78.9 फीसदी से बढ़ाकर 83.9 फीसदी कर दिया है. इंफोसिस के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जयेश संघराजका ने कहा, "हमारा उपयोग पहले से ही 85 फीसदी पर है. इसलिए अब हमारे पास बहुत कम गुंजाइश बची है. इसलिए जैसे ही हम बढ़ोतरी देखना शुरू करेंगे...हम इस साल 15,000 से 20,000 नए लोगों को नियुक्त करने पर विचार कर रहे हैं...यह इस बात पर निर्भर करेगा कि हम बढ़ोतरी को कैसे देखते हैं."