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Infosys News : इंफोसिस ने वीकली चार्ट पर एक मजबूत बियरिश कैंडल के साथ 1732 के लेवल पर हॉरिजोंटल सपोर्ट का ब्रेकआउट किया है. (Reuters)
Infosys Share Price : आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के शेयरों पर इस साल दबाव बना हुआ है. 1 जनवरी 2025 से अबतक शेयर में करीब 11 फीसदी गिरारवट आ चुकी है. वहीं 6 महीनों में शेयर 13 फीसदी टूटा है. ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज ने करंट प्राइस से शेयर में और गिरावट की आशंका जताई है. ब्रोकरेज का मानना है कि टेक्निकल चार्ट पर इंफोसिस कमजोर दिख रहा है और शॉर्ट टर्म में इसमें डबल डिजिट तक गिरावट आ सकती है. मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा करीरब 11.50 फीसदी बढ़कर 6806 करोड़ रुपये रहा था. वहीं कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष के लिए ग्रोथ गाइडेंस में सुधार किया, लेकिन यह बाजार के अनुमानों से कम था.
Infosys पर ब्रोकरेज हाउस की रेटिंग
CMP: 1693
Sell Range: 1725-1760
Stop loss: 1813
Downside: 8%–11%
ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज ने इंफोसिस के स्टॉक में Sell रेटिंग दी है और 1 महीने के अंदर 8 से 11 फीसदी गिरावट का अनुमान जताया है. ब्रोकरेज ने सेल रेंज 1725-1760 रुपये और स्टॉप लॉस 1813 रुपये दिया है. ब्रोकरेज का कहना है कि इंफोसिस ने वीकली चार्ट पर एक मजबूत बियरिश कैंडल के साथ 1732 के लेवल पर हॉरिजोंटल सपोर्ट का ब्रेकआउट किया है. यह एक डाउनट्रेंड की शुरुआत की पुष्टि करता है. टेक्निकल एनालिसिस में पोलैरिटी के सिद्धांत के अनुसार, यह ब्रेकडाउन लेवल के अब मजबूत रेजिस्टेंस लेवल के रूप में काम करने की उम्मीद है.
बियरिश स्ट्रक्चर को जोड़ते हुए, स्टॉक ने 1880 और 1778 के बीच एक वीकली गैप बनाया है, जो मिड टर्म रेजिस्टेंस जोन के रूप में काम कर रहा है. वीकली टाइमफ्रेम पर स्टॉक लोअर बोलिंगर बैंड के नीचे बंद हुआ है, जिससे बिकवाली का संकेत मिल रहा है और डाउनसाइड प्रेशर में बढ़ोतरी हुई है. वीकली आरएसआई में डाउनवार्ड ट्रेंड जारी है, यह अपने रिफरेंस लाइन के नीचे और डाउनवार्ड स्लोपिंग ट्रेंड के नीचे बना हुआ है, जो निगेटिव संकेत है. शेयर में 1 महीने के अंदर 1600-1555 के लेवल तक कमजोरी आ सकती है.
रेवेन्यू गाइडेंस उम्मीद से कम
इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने रेवेन्यू गाइडेंस (Revenue Guidance) को बढ़ाया है, लेकिन यह बाजार की उम्मीदों से कम रहा. खासतौर पर चौथी तिमाही के रेवेन्यू गाइडेंस से थोड़ी निराशा है. कंपनी ने चौथी तिमाही (Q4FY25) के लिए रेवेन्यू गाइडेंस -2.3% से 0.3% के बीच रखा है, जबकि बाजार में -1% से 1% ग्रोथ की उम्मीद की जा रही थी. इस अंतर ने भी निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर डाला और नतीजों के बाद शेयर पर दबाव बना हुआ है.
वहीं, तीसरी तिमाही में इंफोसिस के बड़े सौदों की वैल्यू 2.5 बिलियन डॉलर रही, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 23 फीसदी कम हैं. बड़े सौदों की कमी से यह संकेत मिलता है कि कंपनी को नए क्लाइंट्स जोड़ने और बड़े प्रोजेक्ट्स हासिल करने में कठिनाई हो रही है. इससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई कि कंपनी की ग्रोथ स्ट्रैटजी कितनी असरदार साबित हो रही है.
(Disclaimer: कंपनी या शेयर पर व्यू या सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. न ही ये निवेश की सलाह है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)