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Trump Tariff War : ट्रम्प की ट्रेड पॉलिसी को लेकर निवेशकों में कनफ्यूजन बना हुआ है और शेयर बाजार के सेंटीमेंट खराब हुए हैं. Photograph: (Pixabay)
Why Sensex and Nifty Crash : शेयर बाजार में लगातार बिकवाली का माहौल दिख रहा है. पिछले 4 दिनों से बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. आज यानी 11 फरवरी 2025 को सेंसेक्स में 1200 अंकों से ज्यादा गिरावट आ गई है. वहीं निफ्टी भी 23000 के लेवल के करीब आ गया है. एक हफ्ते में ये दोनों इंडेक्स करीब 3 फीसदी कमजोर हो चुके हैं. फिलहाल आज जहां बीएसई लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में 10 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है. वहीं बीते 4 दिनों में यह करीब 20 लाख करोड़ रुपये घट गया है. आखिर कौन सी प्रमुख वजह है, जिसके चलते आज शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट आ गई है.
Stock Market : आज बाजार का हाल
फिलहाल आज के कारोबार में सेंसेक्स में 1200 अंकों की गिरावट दिख रही है और यह 76031 रुपये के इंट्राडे लो तक पहुंच गया. जबकि निफ्टी करीब 370 अंक कमजोर होकर 23,012 के लेवल तक कमजोर हुआ है. सेंसेक्स अपने पीक 85978 के लेवल से करीब डबल डिजिट में टूट चुका है. वहीं निफ्टी भी अपने पीक 26277 के लेवल से खासा कमजोर हुआ है.
आज निवेशकों के 10 लाख करोड़ साफ
बाजार की इस बिकवाली में निवेशकों के आज 1 लाख करोड़ रुपये साफ हो गए. आज बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 4,07,67,657.84 करोड़ रुपये पर आ गया. जबकि सोमवार को यह 4,17,82,573.79 करोड़ रुपये पर बंद हुआ था. वहीं बीते 5 दिनों की बात करें तो बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4,27,19,011.89 करोड़ रुपये से घटकर 4,07,67,657.84 करोड़ रुपये पर आ गया है.
बाजार में गिरावट की प्रमुख वजह
1. यूएस प्रेसिडेंड ट्रम्प जबसे सत्ता में आए हैं, तबसे ट्रेड पॉलिसी को लेकर सख्त हैं. वहीं उन्होंने स्टील और एल्यूमीनियम के इंपोर्ट पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का एलान किया है. यह ड्यूटी किसी भी देश से होने वाले इंपोर्ट पर लगेगा. ट्रम्प की ट्रेड पॉलिसी को लेकर निवेशकों में कनफ्यूजन बना हुआ है और शेयर बाजार के सेंटीमेंट खराब हुए हैं.
2. विदेशी निवेशक लगातार बिकवाल बने हुए हैं. सिर्फ फरवरी महीने में विदेशी निवेशकों ने भारतीय इक्विटी मार्केट से 12,643 करोड़ रुपये निकाले हैं. वहीं जनवरी में उन्होंने 87,374 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की थी.
3. रुपये की लगातार कमजोरी ने मार्केट सेंटीमेंट खराब किया है. सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 88 के रिकॉर्ड लो लेवल पहुंच गया. जब रुपया कमजोर होता है, तो विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बिकवाली तेज कर देते . हालांकि आज रुपये में कुछ रिकवरी आई और यह मजबूत होकर 87 के लेवल के आस पास पहुंच गया है.
4. मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स का वैल्युएशन भी टेंशन बढ़ा रहा है. अब कई एक्सपट्र मिडकैप और स्मॉलकैप को लेकर अलर्ट कर रहे हैं, जिसके चलते इन दोनों सेग्मेंट में बिकवाली दिख रही है.
5. ग्लोबल मार्केट भी लगातार दबाव में दिख रहे हैं. यूएस प्रेसिडेंट की ट्रेड पॉलिसी को लेकर कुछ अनिश्चितता की स्थिति बनी है.