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देश की प्रमुख लिस्टेड नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों में (NBFC) शामिल मणप्पुरम फाइनेंस की सब्सिडियरी आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस 1500 करोड़ रुपये का आईपीओ ला रही है. (File Photo : Pixabay/Indian Express)
Manappuram Finance subsidiary Asirvad Micro Finance gets Sebi approval to float IPO: आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस के 1500 करोड़ रुपये के आईपीओ ऑफर को सेबी ने मंजूरी दे दी है. कंपनी द्वारा दाखिल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक इस प्रस्तावित आईपीओ के तहत 1500 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. इस पब्लिक इश्यू में कोई ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल नहीं है. इसके साथ ही कंपनी 300 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए भी जारी कर सकती है. आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस, देश की प्रमुख लिस्टेड नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) में शामिल मणप्पुरम फाइनेंस की सब्सिडियरी है.
IPO से जुटाए गए पैसों का क्या करेगी कंपनी
आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस ने आईपीओ के लिए अपने दस्तावेज सेबी के पास अक्टूबर 2023 में जमा किए थे. इसके बाद जनवरी 2024 में सेबी ने कंपनी के आईपीओ प्रस्ताव को होल्ड पर रख दिया था. लेकिन इसके बाद 22 अप्रैल को मार्केट रेगुलटर ने इस प्रस्ताव पर अपना ऑब्जर्वेशन यानी आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी. सेबी के पास जमा ड्राफ्ट पेपर्स के मुताबिक प्रस्तावित आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस के कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए किया जाएगा, ताकि भविष्य में कंपनी के बिजनेस में विस्तार से जुड़ी जरूरतों को पूरा किया जा सके.
क्या है आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस का कारोबार
आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस की स्थापना 2008 में तमिलनाडु में महज 2 शाखाओं के साथ हुई थी. तब से अब तक कंपनी देश के 22 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में अपनी शाखाएं खोल चुकी है. इस बीच, मणप्पुरम फाइनेंस ने फरवरी 2015 में आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस के अधिकांश शेयर खरीदकर कंपनी का अधिग्रहण कर लिया. आशीर्वाद माइक्रोफाइनेंस के 95 फीसदी शेयर मणप्पुरम फाइनेंस के पास हैं.
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31 मार्च 2023 की स्थिति के मुताबिक कंपनी की देश भर के 450 जिलों में 1,684 शाखाएं स्थापित हो चुकी थीं, जिनके जरिए कंपनी 32.50 लाख बॉरोअर्स को अपनी माइक्रो-फाइनेंस सेवाएं मुहैया कर रही थी. इनके अलावा कंपनी गोल्ड के बदले लोन (loans against gold) देने और MSME इकाइयों को कर्ज मुहैया कराने का काम भी करती है. वित्त वर्ष 2022-23 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक आशीर्वाद माइक्रोफाइनेंस ने 218.13 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था और 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के एसेट मैनेज कर रही थी. इसी साल कंपनी ने 19,248 करोड़ रुपये के लोन भी बांटे थे.
कौन हैं IPO के बुक रनर और रजिस्ट्रार
जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस के इस आईपीओ के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर (book-running lead manager) का काम कर रहे हैं, जबकि लिंक इनटाइम इंडिया (Link Intime India Pvt Ltd) इसके रजिस्ट्रार हैं. आईपीओ के जरिए जारी किए जाने वाले शेयर्स की लिस्टिंग देश के दोनों प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों - BSE और NSE में कराई जाएगी. मंगलवार को आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस के आईपीओ को सेबी की मंजूरी मिलने की खबर आने के बाद पेरेंट कंपनी मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में डेढ़ फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिली और ये एनएसई पर 1.65% बढ़कर 200.15 रुपये पर बंद हुए. इससे पहले दिन के कारोबार में कंपनी के शेयर करीब 5% के उछाल के साथ 207 रुपये तक चले गए थे.