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SMBC to acquire yes bank : SBI के पास येस बैंक में 23.97% हिस्सेदारी थी. HDFC बैंक, ICICI बैंक, कोटक बैंक, एक्सिस बैंक और LIC की भी इसमें हिस्सेदारी है. Photograph: (Reuters)
Yes Bank in Focus Today : आज येस बैंक (Yes Bank) के शेयर फोकस में रहने वाले हैं. मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी आ रही है कि जापान की फाइनेंशियल कंपनी सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (SMBC) ने येस बैंक में कंट्रोलिंग स्टेक हासिल करने के लिए एडवांस लेवल पर बातचीत फिर से शुरू कर दी है. सूत्रों के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने SMBC के साथ येस बैंक में हिस्सेदारी बेचने के लिए बातचीत को फिर से शुरू किया है. पहले ये चर्चा पिछले साल शुरू हुई थी, लेकिन इस बार सौदे की शर्तों में कुछ बदलाव हुए हैं. वहीं मिंट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जापान की SMBC को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से येस बैंक में 51% हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी मिल गई है.
रिपोर्ट के अनुसार, यह डील 1.7 बिलियन डॉलर (करीब 14,000 करोड़ रुपये) में वैल्यू की जा सकती है. SMBC या तो सीधे 26 फीसदी से कम हिस्सेदारी खरीदेगा और शेयर स्वैप के जरिए मर्जर करेगा, या 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदकर ओपन ऑफर लाएगा. इससे बैंक का कंट्रोल SMBC को मिल सकता है, जो एक बड़ा रणनीतिक बदलाव होगा. अगर SMBC इस प्रस्ताव को स्वीकार करता है, तो यह डील रेगुलेटर के पास आगे विचार के लिए भेजा जाएगा.
किसके पास कितनी हिस्सेदारी
SBI के पास मार्च तिमाही में येस बैंक में 23.97 फीसदी हिस्सेदारी थी. एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और LIC जैसे संस्थागत निवेशकों की भी इसमें हिस्सेदारी है. एलआईसी के पास यस बैंक में 3.98 फीसदी हिस्सेदारी है. Vervanta Holdings Ltd. की हिस्सेदारी 9.2 फीसदी और CA Basque Investments की 6.84 फीसदी हिस्सेदारी है. बैंक के पास लगभग 62 लाख छोटे रिटेल निवेशक हैं, जिनकी हिस्सेदारी 22.55 फीसदी है.
SBI, जो वर्तमान में यस बैंक में 23.97 फीसदी हिस्सेदारी रखता है, SMBC को लगभग 20 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकता है. इसके साथ ही, SMBC येस बैंक में 6-7 फीसदी नई पूंजी निवेश करने की योजना बना रहा है. इस निवेश के बाद, SMBC अपनी हिस्सेदारी 51 फीसदी तक बढ़ाने के लिए ओपन ऑफर पेश कर सकता है.
SBI अपनी बची हुई हिस्सेदारी भी इस ओपन ऑफर के जरिए बेच सकता है. येस बैंक में निवेश करने वाले अन्य बैंक जैसे एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, और एचडीएफसी बैंक, जो मिलकर 7.36 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं, और निजी इक्विटी कंपनियां एडवेंट इंटरनेशनल और कार्लाइल भी अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना सकते हैं.
येस बैंक को बचाने में SBI की बड़ी भूमिका
येस बैंक को 2020 में संकट के समय SBI और अन्य बैंकों के समूह ने बचाया था. उस समय इसकी लिक्विडिटी क्राइसिस के कारण RBI ने बोर्ड को भंग कर दिया था. तब से अब तक येस बैंक के पास कोई प्रमोटर नहीं है.
भारतीय कानून के अनुसार, निजी क्षेत्र के बैंकों में प्रमोटरों के वोटिंग अधिकार अधिकतम 26 फीसदी तक सीमित हैं. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार SMBC ने इस कानून को स्वीकार कर लिया है और येस बैंक में दिलचस्पी दिखाई है. येस बैंक के संचालन और प्रबंधन पर नियंत्रण पाने के लिए, SMBC बैंक के बोर्ड की प्रमुख समितियों में अपने प्रतिनिधियों को नामांकित कर सकता है, जिसमें नॉमिनेशन और रेम्यूनरेशन कमेटी (NRC) शामिल है.