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Juniper Hotels Stocks: आज कंपनी का स्टॉक बीएसई पर 361 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि इश्यू प्राइस 360 रुपये था.
Juniper Hotels IPO Open Today: ‘हयात’ ब्रांड के तहत होटल सीरीज चलाने वाली कंपनी जुनिपर होटल्स लिमिटेड (Juniper Hotels) के स्टॉक ने आज शेयर बाजार में सुस्त एंट्री की है. आज कंपनी का स्टॉक बीएसई पर 361 रुपये पर लिस्ट हुआ (Juniper Hotels Stock Price), जबकि इश्यू प्राइस 360 रुपये था. यानी लिस्टिंग पर निवेशकों को आधा फीसदी रिटर्न मिला है. आईपीओ का साइज 1800 करोड़ रुपये था, जबकि इसे ओवरआल 2 गुना से कुछ ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला था. फिलहाल सवाल उठता है कि बाजार में कमजोर एंट्री के बाद निवेशक क्या करें. शेयर बेच दें या होल्ड करें.
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निवेशकों का रिस्पांस भी था सुस्त
जुनिपर होटल्स लिमिटेड के आईपीओ (Juniper Hotels IPO) को निवेशकों ने भी बहुत ज्यादा भाव नही दिया था. यह ओवरआल 2.18 गुना सब्सक्राइब हुआ था. आईपीओ का करीब 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाई इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए रिजर्व था और यह 3.11 गुना सब्सक्राइब हुआ था. 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) के लिए रिजर्व था और यह 0.89 गुना भरा था. इसमें 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व किया गया था और यह 1.31 गुना भरा था.
कंपनी पर क्या है ब्रोकरेज की राय
ब्रोकरेज हाउस वेंचुरा सिक्योरिटीज का कहना है कि कंपनी अपने होटलों और उपक्रमों में लागत दक्षता को अधिकतम करने पर फोकस है और मुनाफा बढ़ाने के लिए कई तरह की रणनीतिक पहल पर काम कर रही है. ऑपरेटिंग एफिशिएंसी और प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ मजबूत और अच्छी तरह से मान्यता प्राप्त पैरेंटेज और मजबूत एसेट मैनेजमेंट क्षमताओं द्वारा समर्थित कंपनी की अनूठी साझेदारी से ग्रोथ को मोमेंटम मिलने की उम्मीद है.
StoxBox के अनुसार कंपनी के एसेट-हैवी बिजनेस मॉडल, बढ़ते कर्ज और निरंतर घाटे की स्थिति को देखते हुए कुछ चिंता है. वित्त वर्ष 2011-23 की अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 100.20% सीएजीआर से बढ़ा, जबकि वित्त वर्ष 2023 में इसका Ebitda 271.9 करोड़ हो गया. वित्त वर्ष 2011 में इसका Ebitda निगेटिव था. कंपनी का घाटा FY23 में कम होकर 1.5 करोड़ रह गया जो FY21 में 19.95 करोड़ रुपये था.
ब्रोकरेज हाउस मेहता इक्विटीज का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 की एनुअल इनकम और आईपीओ के बाद फुली डाइल्यूटेड पेड अप कैपिटल के आधार पर, कंपनी के आपरेशनल मेट्रिक्स हेल्दी बने हुए हैं. लेकिन इंटरेस्ट कास्ट मुनाफे पर असर डाल रही है, जिससे घाटा हो रहा है. हालांकि सेकंडरी मार्केट में मोमेंटम को ध्यान में रखते हुए और हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए इंटरिम बजट में की गई घोषणाओं का लाभ मिलेगा. आने वाले सालों में होटल सेक्टर द्वारा बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है, वहीं कर्ज कम करने का प्राथमिक उद्देश्य से ब्याज का बोझ हल्का होगा. उम्मीद है कि आने वाले सालों में मुनाफे में सुधार होगा.
जुनिपर होटल्स का फाइनेंशियल
वित्त वर्ष 2023 के लिए, परिचालन से आने वाला रेवेन्यू एक साल पहले के 309 करोड़ रुपये के मुकाबले 116 फीसदी बढ़कर 667 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 2023 में शुद्ध घाटा भी घटकर 1.5 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2022 में 188.03 करोड़ रुपये था. कंपनी आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल खुद और सहायक कंपनियों द्वारा लिए गए कुछ कर्ज चुकाने में करेगी. वहीं कुछ फंड का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट के लिए करने का प्रस्ताव भी है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)