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कम मतदान और चुनावी नतीजों को लेकर असमंजस, 2024 में भी दिख रहा है 2019 वाला हाल, शेयर बाजार के लिए क्या मायने

India VIX : वोलेटिलिटी इंडेक्‍स आज हल्‍का मजबूत होकर 20 के लेवल के पार है. वोलेटिलिटी इंडेक्‍स बाजार में आगे भी उतार चढ़ाव बने रहने की संकेत दे रहा है. ऐसे में निवेशकों और बाजार को चुनावी नतीजों को लेकर संदेह हो रहा है.

India VIX : वोलेटिलिटी इंडेक्‍स आज हल्‍का मजबूत होकर 20 के लेवल के पार है. वोलेटिलिटी इंडेक्‍स बाजार में आगे भी उतार चढ़ाव बने रहने की संकेत दे रहा है. ऐसे में निवेशकों और बाजार को चुनावी नतीजों को लेकर संदेह हो रहा है.

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Sushil Tripathi
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India VIX Still High

Market Set to Rally ? नतीजों से पहले मीनिंगफुल करेक्‍शन  से बाजार को कुछ स्‍पेस मिलेगा और आगे इसमें तेजी बढ़ सकती है. (Pixabay)

Volatility in Stock Market : बाजार में उतार चढ़ाव का संकेत देने वाला वोलेटिलिटी इंडेक्‍स (India VIX) आज हल्‍का मजबूत होकर 20 के लेवल के पार है. यह अपने 1 साल के हाई के आस पास बना हुआ है. वोलेटिलिटी इंडेक्‍स 23 अप्रैल 2024 को 10.20 के लेवल पर था, जो अभी 20 के लेवल के पार है. 1 महीने से भी कम समय में यह 98 फीसदी बढ़ चुका है. फिलहाल वोलेटिलिटी इंडेक्‍स बाजार में आगे भी उतार चढ़ाव (stock market volatility) बने रहने की संकेत दे रहा है. ऐसे में निवेशकों और बाजार को चुनावी नतीजों को लेकर संदेह हो रहा है. हालांकि एक्‍सपर्ट का कहना है कि नतीजों से पहले मीनिंगफुल करेक्‍शन  से बाजार को कुछ स्‍पेस मिलेगा और आगे इसमें तेजी बढ़ सकती है. लेकिन नियर टर्म में बाजार वोलेटाइल ही रहने वाला है.

बता दें कि मौजूदा समय में देश में आम चुनाव (General Election 2024) चल रहे हैं और इसके 3 फेज अभी बचे हैं. जो 4 फेज हुए हैं, उनमें वोटर टर्नआउट पिछले आम चुनाव 2019 के मुकाबले कम है. कम वोटर टर्नआउट और इंडिया  VIX के लगातार हाई पर बने रहने से कनफ्यूजन बढ़ रहा है. 

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वैल्‍युएशन हाई, मीनिंगफुल करेक्‍शन जरूरी

मोजो पीएमएस के चीफ इन्‍वेस्‍टमेंट ऑफिसर सुनील दमानिया का कहना है कि अबतक का वोटर टर्नआउट (Voter Turnout) और चुनाव का क्‍या परिणाम होगा, ये बातें निवेशकों और बाजार को परेशान कर रही हैं. बाजार इस समीकरण के साथ चल रहा है कि लो वोटर टर्नआउट यानी कम मतदान का मतलब है कि सत्‍तारूढ़ पार्टी बीजेपी को 2019 चुनाव की तुलना में कम सीटें मिल सकती हैं. हमारी स्‍टडी से पता चलता है कि जब 2014 में बीजेपी ने कांग्रेस को रिप्‍लेस किया था, तो मतदान का प्रतिशत 800 बीपीएस से अधिक बढ़ गया. ध्‍यान रहे कि तब 1984 के बाद पहली बार किसी एक पार्टी को संसद में बहुमत सीटें मिली थीं. 

मौजूदा वोटर टर्नआउट ट्रेंड से कुछ क्‍लीयर अंदाजा लगाना मुश्किल है. एक संभावना यह भी है कि बीजेपी फिर संसद में बहुमत पा सकती है. उनका कहना है कि अगर आम चुनाव के नतीजों से पहले बाजार में गिरावट बढ़ती है, तो नतीजे के बाद रैली की उम्मीद की जा सकती है. लेकिन बाजार में अगर ठीक ठाक करेक्‍शन नहीं हुआ तो बाजार 2019 की तरह व्यवहार कर सकता है, जहां चुनाव परिणाम के बाद इंडेक्‍स नीचे चले गए थे. जबकि 2019 में एनडीए सरकार लगातार दूसरी बार सत्‍ता में आई थी. फिलहाल भारतीय बाजार का वैल्‍युएशन ऊंचा है, और इससे तेजी पर रोक लग सकती है. चुनाव के बाद बाजार बजट घोषणा पर अटकलें लगाना शुरू कर देगा. इससे मार्केटमैन भी व्यस्त रहेंगे. इसलिए, हमें लगता है कि अगले कुछ महीनों में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है.

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चुनावी नतीजों के पहले रहता है कनफ्यूजन

मार्केट एक्‍सपर्ट का कहना है कि चुनाव के पहले इंडिया वोलेटिलिटी इंडेक्‍स में इस तरह की बढ़त आना आम बात है. ऐसा पिछले दोनों चुनावों के दौरान देखने को मिला था. चुनावी नतीजों तक कई ऐसी गतिविधियां होती हैं, जिससे कोई क्‍लीयर अनुमान लगाना मुश्किल होता है कि किसकी सरकार बनने जा रही है. ऐसे में बाजार सतर्क रहता है. उनका कहना है कि वोटर टर्नआउट या इंडिया VIX में तेजी से चुनावके नतीजों का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता है. इसका न तो यह मतलब है कि बीजेपी कमजोर होगी और न ही यह कि बीजेपी मजबूत होगी. 

पिछले चुनावों में क्‍या था हाल

वैसे आम चुनावों के दौरान बाजार में इस तरह की अस्थिरता आम बात है. साल 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान इंडिया VIX करीब 29 के लेवल तक पहुंच गया था. 23 मई को नतीजों के दिन भी यह 27 के पार बना हुआ था, जबकि उस दिन के अंत में यह 20 के नीचे बंद हुआ. 

वहीं साल 2014 के आम चुनाव की बात करें तो नतीजों के पहले यह करीब 38 के लेवल तक पहुंच गया. जबकि 16 मई को जब नतीजों का एलान हो गया, उसके बाद  इंडिया VIX 25 के लेवल के नीचे आ गया. जो बाद में और कम होता गया. 

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2019 में कैसा था माहौल

2019 चुनावों की बात करें तो बाजार को फिर से एनडीए के सत्‍ता में लौटने की उम्‍मीद थी. जिसके चलते मार्केट इंडीसेज लगातार फंचे बने रहे. और जब नतीजों में वाकई बीजेपी ने संसद में बहुमत हासिल किया तो इंडेक्‍स नीचे आने लगे. ऐसा इस वजह से कि बीजेपी के सत्‍त में लौटने की संभावना में बाजार पहले ही काफी रैली दिखा चुके थे. इस बार की बात करें तो पिछले दिनों 3 राज्‍यों एमपी, राजस्‍थान और छत्‍तीसगढ़ में बीजेपी के जीतने से फिर राजनीतिक स्थिरता के संकेत बने और बाजार ने रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाया था. मौजूदा VIX का व्यवहार 2019 के चुनावी नतीजों की घोषणा से कुछ समय पहले की अवधि के समान है. तब भी, मार्च में बाजार पीक पर आ गए थे, और VIX 28.6 तक पहुंच गया था.

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