/financial-express-hindi/media/media_files/2oEzNMUxgx1NSVQqPmKN.jpg)
Maruti Suzuki India ने दूसरी तिमाही (Q2FY25) के नतीजे मंगलवार को जारी कर दिए (File Photo : Reuters)
Maruti Suzuki India Q2 Results: मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (Q2FY25) के नतीजे मंगलवार को जारी कर दिए. दूसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 18% की गिरावट के साथ 3,102 करोड़ रुपये पर आ गया. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी का नेट प्रॉफिट 3,786 करोड़ रुपये था. हालिया मुनाफे में कमी के लिए लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ पर टैक्स दर में बदलाव और डेट म्यूचुअल फंड्स पर इंडेक्सेशन लाभ खत्म करने को प्रमुख कारण माना जा रहा है.
रेवेन्यू में मामूली बढ़ोतरी
हालांकि, कंपनी के संचालन से होने वाली कुल आय में मामूली वृद्धि देखने को मिली. दूसरी तिमाही में मारुति सुजुकी का रेवेन्यू 37,449 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 37,339 करोड़ रुपये था. इस इजाफे के बावजूद, रेवेन्यू में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया.
बिक्री के मिलेजुले आंकड़े
कंपनी की नेट सेल्स 35,589 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की दूसरी तिमाही में 35,535 करोड़ रुपये थी. मारुति सुजुकी ने कुल 5,41,550 वाहनों की बिक्री की, जिसमें घरेलू बाजार में 4,63,834 वाहन और निर्यात के लिए 77,716 वाहन शामिल हैं. जहां घरेलू बिक्री में 4% की गिरावट दर्ज की गई, वहीं निर्यात में 12% की बढ़ोतरी देखने को मिली.
कंपनी का अहम एलान
मारुति सुजुकी ने यह भी घोषणा की कि उसकी बोर्ड बैठक में सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड (Suzuki Motor Gujarat Pvt Ltd) के साथ कंपनी के विलय को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है. यह विलय कंपनियों के अधिनियम 2013 (Companies Act, 2013) और इनकम टैक्स एक्ट 1961 (Income Tax Act, 1961) के प्रावधानों के तहत किया जाएगा.
बाजार में गिरा मारुति का शेयर
नतीजों की घोषणा के बाद, बीएसई पर कंपनी के शेयर में गिरावट देखने को मिली. मारुति सुजुकी के शेयर लगभग 5.94% की गिरावट के साथ 10,800.60 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे थे. मारुति सुजुकी ने इस तिमाही में कुछ चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन कंपनी के निर्यात क्षेत्र में सुधार और रणनीतिक विलय के फैसलों से आने वाले समय में स्थिति बेहतर हो सकती है. निवेशकों को कंपनी के भविष्य के निर्णयों पर नजर रखनी चाहिए.