/financial-express-hindi/media/media_files/PxIvxwhlYOWYDoYGZKfo.jpg)
IPO News : कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 72-76 रुपये प्रति शेयर फिक्स किया है. आईपीओ का साइज 6150 करोड़ रुपये का है. (PTI)
Ola Electric IPO Subscription Day 1 : लॉन्च होने के पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ को लेकर निवेशकों में जमकर क्रेज देखने को मिल रहा था. लेकिन सब्सक्रिप्शन के पहले दिन वैसा क्रेज नहीं दिखा. आज इस आईपीओ के पहले दिन निवेशकों ने इसे बहुत ज्यादा भाव नहीं दिया और यह आधा भी नहीं भर पाया है. हालांकि कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से को ठीक ठाक बोली मिल रही है. वहीं ग्रे मार्केट में इसके प्रीमियम में भी कोई उछाल नहीं देखने को मिल रहा है.
इस आईपीओ में 6 अगस्त तक सब्सक्राइब किया जा सकता है. कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 72-76 रुपये प्रति शेयर फिक्स किया है. आईपीओ का साइज 6150 करोड़ रुपये का है. ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ में 5500 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे. वहीं 95,191,195 शेयरों यानी करीब 646 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा. 9 अगस्त को शेयर बाजार में इसकी लिस्टिंग होगी.
अबतक 37% ही सब्सक्राइब
ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ में रिटेल निवेशकों के लिए 10 फीसदी हिस्सा रिजर्व किया गया है और यह पहले दिन 1.68 गुना या 168 फीसदी भरा है. वहीं क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स यानी QIB के लिए 75 फीसदी हिस्सा रिजर्व है और इसमें अबतक सब्सक्रिप्शन शुरू नहीं हुआ है. जबकि नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स यानी NII के लिए 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व किया गया है और यह अबतक 0.22 गुना या 22 फीसदी ही भर पाया है. वहीं कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा 5.29 गुना या 529 फीसदी भरा है. कर्मचारियों को प्रति शेयर 7 रुपये का डिस्काउंट है.
Ola Electric GMP : 20%
आईपीओ के पहले दिन ओला इलेक्ट्रिक को लेकर ग्रे मार्केट में कोई बदलाव नहीं हुआ है. ग्रे मार्केट में कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक 15 रुपये के प्रीमियम पर है. यह अपर प्राइस बैंड 76 रुपये के लिहाज से 20 फीसदी प्रीमियम है.
आईपीओ की रेटिंग
ब्रोकरेज हाउस एलकेपी सिक्योरिटीज ने ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के आईपीओ पर लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी ने आईपीओ में रिस्क लेने वाले निवेशकों को ही लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.
कंपनी की क्या है ग्रोथ स्ट्रैटेजी
• इंडिया फर्स्ट स्ट्रैटेजी के साथ इंडिया सेंट्रिक ईवी प्रोडक्ट
• तकनीकी क्षमताओं को आगे बढ़ाने और लागत को अनुकूलित करने के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट में निवेश करना जारी रखें
• लागत दक्षता में सुधार के लिए वर्टिकली एंट्रीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन के साथ एक ईवी हब का निर्माण.
• सेल टेक्नोलॉजी विकसित करके और इन-हाउस मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को मजबूत करना.
• बाजार में पैठ बढ़ाने के लिए उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार.
• सेल्स, सर्विसेज और चार्जिंग में D2C ओमनीचैनल नेटवर्क को मजबूत करना.
• कैपिटल का कुशलतापूर्वक आवंटन और ग्रोथ पर फोकस.
• ग्लोबल ईवी के अवसरों का लाभ उठाने के लिए मजबूत पोजीशन में.
सोर्स : एसबीआई सिक्योरिटीज
(Disclaimer: शेयर (IPO) में निवेश करने को लेकर सलाह या जानकारी ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)