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Ola Electric Q4 results : ओला इलेक्ट्रिक को चौथी तिमाही और पूरे FY25 में भारी घाटे का सामना करना पड़ा है. (File Photo : Reuters)
Ola Electric Q4 Results: ओला इलेक्ट्रिक ने मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजे जारी किए हैं, जिनमें कंपनी को भारी घाटे का सामना करना पड़ा है. चौथी तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक का नेट लॉस दोगुने से ज्यादा बढ़कर 870 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 416 करोड़ रुपये था. पूरे वित्त वर्ष 2025 की बात करें तो कंपनी का कुल घाटा बढ़कर 2,276 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि पिछले साल यह 1,584 करोड़ रुपये था.
ओला इलेक्ट्रिक ने मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए हैं, जिसमें कंपनी को बड़े घाटे का सामना करना पड़ा है. चौथी तिमाही में ओला का नेट लॉस दोगुने से भी ज्यादा बढ़कर 870 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 416 करोड़ रुपये था. पूरे वित्त वर्ष 2025 में कंपनी को कुल 2,276 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जो कि पिछले वित्त वर्ष के 1,584 करोड़ रुपये के नुकसान से काफी अधिक है.
घटती कमाई, बढ़ता घाटा
जहां घाटे में भारी इजाफा हुआ है, वहीं कमाई में गिरावट देखी गई है. जनवरी से मार्च 2025 की तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक की ऑपरेशनल इनकम घटकर 611 करोड़ रुपये रह गई, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 1,598 करोड़ रुपये थी. पूरे साल की बात करें तो FY25 में कंपनी की कमाई घटकर 4,514 करोड़ रुपये रही, जबकि FY24 में यह 5,010 करोड़ रुपये थी.
FY26 में मुनाफे की उम्मीद लगाई
कंपनी ने आगे के लिए मुनाफे की उम्मीद जताई है. ओला इलेक्ट्रिक ने कहा, "FY26 में हमारा फोकस रेवेन्यू बढ़ाने और ऑपरेटिंग लीवरेज मजबूत करने पर रहेगा, ताकि कंपनी टिकाऊ मुनाफे की दिशा में आगे बढ़ सके." यानी आने वाले वित्त वर्ष में कंपनी लागत नियंत्रण और आमदनी बढ़ाने पर जोर देगी.
ग्रॉस मार्जिन में 38% का सुधार
भारी घाटे के बावजूद कंपनी ने अपने ग्रॉस मार्जिन में सालाना आधार पर 38 प्रतिशत का सुधार दर्ज किया है. साथ ही FY26 की पहली तिमाही में ग्रॉस मार्जिन Q4 FY25 की तुलना में 10 प्रतिशत अंकों तक बेहतर हुआ है. यह संकेत है कि लागत नियंत्रण और उत्पादन क्षमता में सुधार के प्रयास कुछ हद तक सफल हो रहे हैं.
Project Lakshya से लागत में कटौती
ओला ने बताया कि 'Project Lakshya' के तहत ऑटो सेगमेंट के लिए टारगेट ऑपरेटिंग कॉस्ट 110 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था. अप्रैल 2025 में यह 121 करोड़ रुपये रहा, लेकिन कंपनी ने कहा है कि वह जून 2025 तक इस लक्ष्य को हासिल कर लेगी. इसके साथ ही 'Project Vistaar' और 'Project Lakshya' की मदद से कंपनी ने अपने ऑटो सेगमेंट के EBITDA ब्रेक-ईवन प्वाइंट को 25,000 यूनिट्स प्रति माह से कम कर लिया है.
कंपनी ने कहा, "कम ब्रेक-ईवन थ्रेशहोल्ड, इंडस्ट्री में बढ़ती डिमांड, S1 स्कूटर की बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी और नई मोटरसाइकिलों की लॉन्चिंग की मदद से हम FY26 में ऑटो सेगमेंट में EBITDA स्तर पर मुनाफे को हासिल करने का लक्ष्य बना रहे हैं."
बाजार में हिस्सेदारी और प्रोडक्शन का विस्तार
ओला इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 2025 में 3,59,221 यूनिट्स डिलीवर कीं, जो FY24 की 3,29,549 यूनिट्स से अधिक हैं. Gen 3 S1 स्कूटर की सफलता ने कंपनी को 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी बरकरार रखने में मदद की है. कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में प्रोडक्शन क्षमता बढ़ा रही है और 'Bharat Cell' का उत्पादन भी चरणबद्ध तरीके से शुरू करने जा रही है.
रोडस्टर मोटरसाइकिल की डिमांड मजबूत
अप्रैल और मई 2025 में कंपनी के बिजनेस में सुधार के संकेत मिले हैं. कंपनी ने कहा, "अप्रैल और मई 2025 में संरचनात्मक सुधारों के शुरुआती संकेत मिले हैं, जो बिजनेस में गति ला रहे हैं. इसमें PLI को छोड़कर ग्रॉस मार्जिन में बढ़ोतरी, ऑपरेटिंग खर्चों में कमी, एड-ऑन के जरिए अधिक कमाई और Gen 3 स्कूटर की बिक्री Gen 2 से दोगुनी हो चुकी है. इसके साथ ही Roadster मोटरसाइकिल की मांग भी मजबूत बनी हुई है."
बैटरी सेल का उत्पादन बढ़ा
कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में ‘Bharat Cell’ का उत्पादन तेजी से बढ़ाया जा रहा है. इन सेल्स की परफॉर्मेंस, लाइफसाइकिल और सेफ्टी को लेकर व्यापक परीक्षण किए जा रहे हैं और आने वाले कुछ महीनों में इसका व्यवसायिक इस्तेमाल शुरू हो सकता है. कंपनी ने यह भी बताया कि अप्रैल और मई 2025 में व्यापारिक गतिविधियों में सुधार के संकेत मिले हैं. इसमें ग्रॉस मार्जिन में बढ़त, ऑपरेटिंग खर्चों में कटौती, और Gen 3 स्कूटर की मजबूत बिक्री शामिल हैं, जिसकी मांग Gen 2 की तुलना में दो गुना से ज्यादा है. ओला इलेक्ट्रिक भले ही घाटे से जूझ रही हो, लेकिन कंपनी अब लागत में कटौती, उत्पादन में सुधार और नए उत्पादों की लॉन्चिंग के जरिये हालात सुधारने की कोशिश पर फोकस करना चाहती है. FY26 में मुनाफे तक पहुंचना कंपनी का बड़ा लक्ष्य है. देखना यह होगा कि कंपनी अपने इस लक्ष्य को हासिल कर पाती है या नहीं.