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Orkla IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक खुला रहेगा. IPO की अलॉटमेंट प्रक्रिया 3 नवंबर 2025 को पूरी होने की उम्मीद है. (Image: Orkla)
Orkla IPO: खाद्य और उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनी ओर्कला इंडिया के 1,667.54 करोड़ रुपये के आईपीओ को लेकर बाजार में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. सब्सक्रिप्शन खुलने से पहले इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) करीब 13% तक पहुंच गया है. यह आईपीओ 29 अक्टूबर से आम निवेशकों के लिए खुल रहा है.
ओर्कला इंडिया, जो ब्रांडेड फूड सेगमेंट में तेजी से उभरती कंपनी मानी जाती है, इस इश्यू के जरिए न केवल पूंजी जुटाना चाहती है बल्कि अपने विस्तार और उत्पाद पोर्टफोलियो को भी मजबूती देना चाहती है. हालांकि, निवेशकों के लिए यह जानना जरूरी है कि इस आईपीओ के पॉजिटिव और रिस्क फैक्टर्स क्या हैं. आईपीओ में सब्सक्रिप्शन खुलने से पहले, यहां जानिए ओर्कला इंडिया के बारे में, कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति, और निवेश के लिए प्रमुख इंडिकेटर क्या हिंट दे रहे हैं.
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Orkla IPO: बुधवार से खुल रहा है आईपीओ में सब्सक्रिप्शन
ओर्कला इंडिया एक MTR और Eastern ब्रांड की पैरेंट कंपनी है. इसका आईपीओ पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए बुधवार 29 अक्टूबर से खुल रहा है. आम निवेशक इसमें 31 अक्टूबर 2025 तक बोली लगा सकेंगे. IPO की अलॉटमेंट प्रक्रिया 3 नवंबर 2025 को पूरी होने की उम्मीद है. कंपनी के शेयर 6 नवंबर को BSE और NSE दोनों पर लिस्ट होंगे.
Orkla India IPO की डिटेल
कुल इश्यू साइज: 1,667.54 करोड़ रुपये
इश्यू का प्रकार: पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS), 2.28 करोड़ इक्विटी शेयर (1 रुपये फेस वैल्यू प्रति शेयर)
प्राइस बैंड: 695 से 730 रुपये प्रति शेयर
लॉट साइज: 20 शेयर
न्यूनतम निवेश: 14,600 रुपये (20 शेयरों के लिए, अपर प्राइस बैंड)
Orkla India IPO : किसके लिए कितना रिजर्व
आईपीओ में 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व है. 15 फीसदी हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है. जबकि 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व है.
Orkla India IPO : GMP
सब्सक्रिप्शन खुलने से पहले कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक ग्रे मार्केट में 160 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं. अपर प्राइस बैंड 730 रुपये के लिहाज से यह प्रीमियम 13 फीसदी के बराबर है. यही ट्रेंड रहा तो कंपनी का स्टॉक 730 रुपये अपर प्राइस बैंड के मुकाबले 890 रुपये पर लिस्ट हो सकता है.
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Orkla India IPO: निवेश से पहले जानिए पॉजिटिव और रिस्क फैक्टर
ओर्कला इंडिया का आईपीओ मजबूत GMP की वजह से चर्चे में है, लेकिन इसमें निवेश से पहले कंपनी के पॉजिटिव और रिस्क फैक्टर को समझना जरूरी है. आइए जानते हैं कि कंपनी के सामने कौन सी चुनौतियां हैं और उसकी क्या खासियतें हैं जो इसे मजबूत बनाती हैं.
निवेश के लिए पॉजिटिव पॉइंट्स
मजबूत ब्रांड वैल्यू और लोकल फ्लेवर की पकड़
कंपनी के पास MTR और Eastern जैसे पॉपुलर ब्रांड हैं, जो साउथ इंडिया में मसालों के बाजार में लीडर हैं. MTR शाकाहारी व्यंजनों में और Eastern नॉन-वेज कुकिंग में पसंद किया जाता है. कंपनी का लोकल टेस्ट की समझ इसे बाजार में मजबूत बनाती है.
मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क
कंपनी के पास पूरे भारत में 834 डिस्ट्रीब्यूटर्स, 1,888 सब-डिस्ट्रीब्यूटर्स और 6 ई-कॉमर्स पार्टनर्स हैं. बताया जा रहा है कि कर्नाटक और केरल में MTR और Eastern ब्रांड 67-70% रिटेल आउटलेट्स तक पहुंचते हैं, जो इंडस्ट्री एवरेज से दोगुना है.
एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन
ओर्कला इंडिया के भारत में 9 आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं, जिनमें IoT टेक्नोलॉजी और ऑटोमेटेड सिस्टम्स का इस्तेमाल होता है. इससे कंपनी की क्वालिटी, एफिशिएंसी और सेफ्टी बेहतर बनी रहती है.
मल्टी-कैटेगरी फूड कंपनी
ओर्कला इंडिया लगातार नए प्रोडक्ट्स लॉन्च कर रही है. कंपनी इस साल जनवरी में नया एशियन क्यूजीन ब्रांड Wok N Roll लेकर आई है.
निवेश से पहले समझ लें रिस्क फैक्टर
कच्चे माल के दाम बढ़ने का खतरा
ओर्कला इंडिया का बिजनेस कच्चे माल और पैकेजिंग मटीरियल की कीमतों पर निर्भर करता है. अगर इनके दाम बढ़ जाते हैं या कंपनी इन्हें सस्ते रेट पर नहीं खरीद पाती, तो इसका सीधा असर उसके मुनाफे और बिजनेस पर पड़ सकता है.
प्रोडक्ट क्वालिटी या कंटैमिनेशन का रिस्क
अगर मैन्युफैक्चरिंग या स्टोरेज में कोई गलती होती है, प्रोडक्ट खराब हो जाता है या उसमें किसी तरह का कंटैमिनेशन होता है, तो कंपनी की साख पर असर पड़ सकता है. इससे रेगुलेटरी एक्शन भी हो सकता है और कंपनी के बिजनेस पर निगेटिव असर पड़ सकता है.
सप्लायर्स पर निर्भरता
कंपनी अपने टॉप 10 सप्लायर्स पर काफी निर्भर है. जून 2025 तिमाही में 37.9% कच्चा माल इन्हीं से खरीदा गया था. अगर इनमें से कोई सप्लायर हट जाता है या डिलीवरी में देरी होती है, तो कंपनी की सप्लाई चेन और बिक्री पर असर पड़ सकता है.
थर्ड-पार्टी रेस्टोरेंट ऑपरेशन से जुड़ा रिस्क
एक थर्ड-पार्टी रेस्टोरेंट चेन को “MTR” ब्रांड नाम इस्तेमाल करने का अधिकार मिला हुआ है. अगर उस रेस्टोरेंट से जुड़ी कोई नेगेटिव खबर या क्वालिटी इश्यू सामने आता है, तो इसका असर ओर्कला इंडिया की छवि और बिजनेस पर पड़ सकता है.
Orkla India के फाइनेंशियल
Orkla India की कुल आय 30 जून 2025 तक समाप्त तिमाही में 605.38 करोड़ रही. कंपनी का नेट प्रॉफिट (PAT) इस दौरान 78.92 करोड़ रुपये रहा. इस मल्टी-कैटेगरी फूड कंपनी का नेट वर्थ 1,931.12 करोड़ रुपये इस तिमाही में दर्ज किया गया.
31 मार्च 2025 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष (FY25) में, कंपनी की कुल आय सालाना बेसिस पर करीब 3% बढ़कर 2,455.24 करोड़ रुपये हो गई, जो FY24 में 2,387.99 करोड़ रुपये थी. कंपनी ने इस दौरान 255.69 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया.
Orkla India Ltd के बारे में
Orkla India Ltd अपने ब्रांड्स MTR Foods, Eastern Condiments और Rasoi Magic के माध्यम से विभिन्न प्रकार के फूड प्रोडक्ट्स बेचती है. कंपनी संपूर्ण भारत में ग्राहकों को सेवा देती है और इसका प्रभावी बाजार कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में है. Orkla India Ltd अपने उत्पाद 42 देशों में भी निर्यात करती है. इस मल्टी-कैटेगरी फूड रिटेलर के मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भारत, UAE, थाईलैंड और मलेशिया में स्थित हैं.
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