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Reliance Industries Q4 Results: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) अपने तिमाही नतीजों का एलान कर दिया है. (File Photo : Reuters)
Reliance Industries Q4 Results: देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के नतीजे आने शुरू हो गए हैं. चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 19,407 करोड़ रुपये रहा है, जो उम्मीद से बेहतर है. कंपनी बोर्ड ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 10 रुपये मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 5.50 रुपये का लाभांश यानी डिविडेंड देने की सिफारिश भी की है.
चौथी तिमाही में RIL की परिचालन आय 9.91% बढ़ी
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने शुक्रवार को घोषित चौथी तिमाही के नतीजों में 19,407 करोड़ रुपये का कन्सॉलिडेटड नेट प्रॉफिट का एलान किया है, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही के दौरान दर्ज 18,951 करोड़ रुपये की तुलना में 2.41 प्रतिशत अधिक है. चौथी तिमाही में कंपनी की परिचालन आय (revenue from operations) 2,64,573 करोड़ रुपये दर्ज की गई, जो पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के दौरान दर्ज 2,40,715 करोड़ रुपये की तुलना में 9.91 प्रतिशत अधिक है.
अलग अलग बिजनेस से कितनी हुई कमाई
ऑयल टू केमिकल्स (O2C) : 164,613 करोड़ रुपये
ऑयल एंड गैस (Oil & Gas) : 6,440 करोड़ रुपये
रिटेल : 88,637 करोड़ रुपये
डिजिटल सर्विसेज : 40,861 करोड़ रुपये
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रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने बताया कि 31 मार्च, 2025 को खत्म हुए साल में कैपिटल एक्सपेंडीचर (capital expenditure) 1,31,107 करोड़ रुपये (15.3 अरब डॉलर) रहा. यह पैसा कंपनी ने अपने कारोबार को बढ़ाने और नई चीजें शुरू करने में लगाया.
रिलायंस के प्रदर्शन पर मुकेश अंबानी ने क्या कहा
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि पिछला साल (अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक) दुनिया भर के कारोबार के लिए मुश्किल भरा रहा. दुनिया की अर्थव्यवस्था कमजोर थी और देशों के बीच रिश्ते भी बदल रहे थे. उन्होंने कहा कि रिलायंस ने ध्यान से काम किया, ग्राहकों की जरूरतों को समझा और भारत के विकास में मदद की. इसी वजह से कंपनी इस मुश्किल समय में भी ठीक-ठाक कमाई कर पाई.
Jio की कमाई में 17.8% की बढ़ोतरी
रिलायंस जियो ने Q4 यानी जनवरी से मार्च 2025 के बीच 39,853 करोड़ रुपये की रेवेन्यू (revenue) दर्ज की, जो पिछले साल के मुकाबले 17.8% ज्यादा है. इस दौरान जियो का EBITDA 17,016 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल से 18.5% ज्यादा है. मार्च 2025 तक जियो के कुल ग्राहकों की संख्या 48 करोड़ 80 लाख से ज्यादा हो गई है, जिनमें 19 करोड़ 10 लाख 5G इस्तेमाल करने वाले ग्राहक हैं. इस दौरान जियो के हर ग्राहक से होने वाली औसत कमाई (ARPU) बढ़कर 206.2 रुपये हो गई. इसकी वजह यह है कि जियो ने अपने प्लान महंगे किए और ज्यादा ग्राहक बेहतर प्लान चुनने लगे. हालांकि, इस तिमाही में दिन कम होने का भी थोड़ा असर पड़ा. जियो ने बताया कि हर महीने उनके 1.8% ग्राहक ही दूसरी कंपनियों में जा रहे हैं, जो इंडस्ट्री में सबसे कम है. इस तिमाही में जियो ने 61 लाख नए ग्राहक जोड़े. नए ग्राहक इसलिए बढ़े क्योंकि प्लान महंगा होने के बाद भी लोग जियो से जुड़ रहे हैं और जियो का होम ब्रॉडबैंड भी तेजी से बढ़ रहा है.
Jio के चौथी तिमाही के प्रदर्शन पर क्या बोले आकाश अंबानी
रिलायंस जियो इंफोकॉम के चेयरमैन आकाश एम. अंबानी ने कहा कि जियो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है क्योंकि उसके पास दुनिया की सबसे अच्छी नेटवर्क टेक्नोलॉजी है और वह सभी भारतीयों के लिए कई तरह की डिजिटल सेवाएं दे रहा है. जियो को इस बात पर गर्व है कि उसने दुनिया के सबसे बड़े मेले, महाकुंभ में लाखों लोगों को अपनी सेवाएं दीं, जहां उसके नेटवर्क की क्षमता और लचीलापन देखने को मिला. जियो अब बड़े पैमाने पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का ढाँचा और सेवाएं बनाने पर काम कर रहा है, जिससे जियो की सभी सेवाओं में बुद्धिमत्ता जुड़ जाएगी.
मुकेश अंबानी ने कहा कि उनके डिजिटल सर्विस कारोबार ने इस बार सबसे ज्यादा कमाई और मुनाफा दर्ज किया है. ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ज्यादा ग्राहक बेहतर प्लान ले रहे हैं, जिससे कंपनी की कमाई बढ़ रही है. उनकी 5G सेवाओं और होम ब्रॉडबैंड को लोग तेजी से अपना रहे हैं और इनके ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जियो लगातार नई तकनीकों में निवेश कर रहा है, खासकर AI और अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी पर, जो भारत के डिजिटल भविष्य को बनाएगी.
25,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह भी बताया कि कंपनी के बोर्ड ने 25,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दे दी है. यह पैसा शेयर बाजार में लिस्टेड सिक्योर्ड या अन-सिक्योर्ड डिबेंचर जारी करके अलग-अलग किस्तों में प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए जुटाया जाएगा. नतीजों से पहले बाजार में इस बात की चर्चा थी कि जियो और रिटेल बिजनेस से हल्की-फुल्की ग्रोथ देखने को मिल सकती है, लेकिन कंपनी के ऑयल-टू-केमिकल (O2C) बिजनेस में कमजोरी का असर कुल मुनाफे पर दिख सकता है. वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2.4 लाख करोड़ रुपये की कन्सॉलिडेटड रेवेन्यू दर्ज की थी, जो पिछले साल की तुलना में 6.7 प्रतिशत अधिक थी. तीसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 18,540 करोड़ रुपये हो गया था, जो पिछले साल की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक था.