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SBI का Q2 मुनाफा 10% बढ़कर 20,160 करोड़ रुपये हुआ, एसेट क्वालिटी में सुधार, ग्रॉस NPA घटकर 1.73% रहा

SBI Profit : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में सालाना बेसिस पर 10% बढ़कर 20,159.7 करोड़ रुपये हो गया. इस बढ़त का बड़ा कारण येस बैंक में अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेचकर हुई कमाई है.

SBI Profit : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में सालाना बेसिस पर 10% बढ़कर 20,159.7 करोड़ रुपये हो गया. इस बढ़त का बड़ा कारण येस बैंक में अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेचकर हुई कमाई है.

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FE Hindi Desk
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SBI NPA : एसेट क्वालिटी में सुधार जारी है. बैंक का ग्रॉस NPA रेश्यो सितंबर तिमाही में 1.83% से घटकर 1.73% हो गया. (Reuters)

SBI Q2 FY26 Results : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में सालाना बेसिस पर 10% बढ़कर 20,159.7 करोड़ रुपये हो गया. इस बढ़त का बड़ा कारण येस बैंक में अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेचकर हुई कमाई है. बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम भी जुलाई से सितंबर तिमाही में 3.3% बढ़कर 42,985 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में 41,620 करोड़ रुपये थी. 

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SBI ने जानकारी दी कि बैंक ने 17 सितंबर 2025 को येस बैंक में अपनी 13.18% हिस्सेदारी 21.50 रुपये प्रति शेयर की दर से बेची, जिससे 4,593.22 करोड़ रुपये का फायदा हुआ. इस कमाई को एक्सेप्शनल इनकम में दिखाया गया है और जल्द ही इसे कैपिटल रिजर्व में ट्रांसफर किया जाएगा. हिस्सेदारी बेचने के बाद, 30 सितंबर 2025 तक SBI की येस बैंक में हिस्सेदारी घटकर 10.78% रह गई है. यह निवेश अभी भी एसोसिएट कंपनी के रूप में दर्ज है. बैंक को जियो पेमेंट्स बैंक में हिस्सेदारी बेचने से भी 25.46 करोड़ रुपये मिले.

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NIM : नेट इंटरेस्ट मार्जिन

नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) घरेलू स्तर पर घटकर 3.27% से 3.09% रह गया. हालांकि, SBI का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर 8.91% बढ़कर 31,904 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह 29,294 करोड़ रुपये था. बैंक के कुल लोन (एडवांस) में सालाना बेसिस पर 12.73% की बढ़ोतरी हुई, जबकि घरेलू लोन में 12.32% की बढ़त दर्ज की गई.

SBI : एसेट क्वालिटी में सुधार

SBI की एसेट क्वालिटी में सुधार जारी है. बैंक का ग्रॉस NPA रेश्यो सितंबर तिमाही में 1.83% से घटकर 1.73% हो गया. अमाउंट में ग्रॉस NPA 78,039.7 करोड़ रुपये से घटकर 76,243 करोड़ रुपये रहा. 

नेट NPA रेश्यो 0.47% से घटकर 0.42% हो गया, जबकि अमाउंट में नेट NPA 19,908 करोड़ रुपये से घटकर 18,460 करोड़ रुपये रह गया. इसका मतलब SBI के खराब लोन घटे हैं और बैंक की वित्तीय स्थिति और मजबूत हो रही है.

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प्रोविजनिंग बढ़कर 5,400 करोड़ 

बैंक की प्रोविजनिंग बढ़कर 5,400 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछली तिमाही में यह 4,757 करोड़ रुपये थी. वहीं पिछले साल की समान तिमाही में यह 4,506 करोड़ रुपये थी. प्रोविजन से पहले का ऑपरेटिंग प्रॉफिट तिमाही आधार पर 10.6% और सालाना आधार पर 6.77% घटा है.

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