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Buy on Dip: जोखिम उठाने की क्षमता वाले लंबी अवधि के निवेशकों के लिए इस समय बाजार में एंट्री करने का यह एक अच्छा समय हो सकता है. (Pixabay)
Buy on Dip Strategy : शेयर बाजार में आज बड़ी गिरावट देखने को मिली. ईरान-इजरायल टेंशन बढ़ने की आशंका के बीच आज घरेलू शेयर बाजार में निवेशकों ने बिकवाली की. सेंसेक्स में 845 अंकों की कमजोरी देखने को मिली और यह 73400 के लेवल पर बंद हुआ. जबकि निफ्टी 247 अंक टूटकर 22273 के लेवल पर बंद हुआ है. सेंसेक्स अपने रिकॉर्ड हाई से 1724 अंक टूट चुका है. क्या लगातार बढ़ रहे बाजार में इस गिरावट ने निवेशकों को पोजीशन लेने का मौका (Investors Strategy) दिया है. अगर हां तो उन्हें फिलहाल किन सेक्टर के किन शेयरों पर नजर रखनी चाहिए.
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1 दिन में निवेशकों के 5 लाख करोड़ साफ
15 अप्रैल 2024 को बाजार की बड़ी गिरावट में बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 5 लाख करोड़ घट गया है. 12 अप्रैल को बाजार के बंद होने पर बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 3,99,67,051.91 करोड़ था, जो आज बाजार बंद होने पर 3,94,73,862.42 करोड़ रह गया. यानी निवेशकों को करीब 5 लाख करोड़ का झटका लगा है.
क्या बाजार में एंट्री करने का समय
Swastika Investmart के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में सेंसेक्स 75124 के लेवल से 73400 के लेवल तक आ गया है. इसमें फ्रेश हाई से खासी गिरावट आ चुकी है. फ्रेश हाई से लगभग 1700+ अंकों की गिरावट बाजार में करेक्शन का संकेत (Correction in Stock Market) है. मजबूत जोखिम उठाने की क्षमता वाले लंबी अवधि के निवेशकों के लिए इस समय बाजार में एंट्री करने का यह एक अच्छा समय हो सकता है.
सेंसेक्स में ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली देखने को मिली है और आखिरी कारोबारी सेशन में इसने 20DMA से नीचे 73404 के स्तर पर क्लोजिंग दी है. अब, 73000 और 71700 गिरावट पर खरीदारी के लिए एक मजबूत डिमांड जोन के रूप में काम करेंगे. वहीं 73500 और फिर 74200 के लेवल पर रेजिस्टेंस होगा.
इंफ्रास्ट्रक्चर: LT, Siemens, ABB
इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट और शहरीकरण इनिशिएटिव पर सरकार के फोकस के चलते कंस्ट्रक्शन, रियल एस्टेट डेवलपमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर के फाइनेंसिंग में शामिल खिलाड़ियों ने देश भर में सरकारी खर्च और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं पर पूंजी लगाई है. इस सेक्टर में कुछ कंपनियों को इसका फायदा होगा. लंबी अवधि के निवेशक LT, Siemens, ABB जैसे शेयरों में पोजीशन ले सकते हैं.
रीन्यूवेबल एनर्जी: Tata Power, Waaree Renewables, RIL
जैसे-जैसे दुनिया सस्टेनेबल एनर्जी सोर्सेज की ओर बढ़ रही है, रीन्यूवेबल एनर्जी सेक्टर की कंपनियों को प्रमुखता मिली है. सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी और एनर्जी स्टोरेज समाधानों में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनियों को फेवरेबल सरकारी नीतियों और बढ़ती पर्यावरण जागरूकता से लाभ हुआ है. लंबी अवधि के निवेशक Tata Power, Waaree Renewables, Reliance जैसे शेयरों में पोजीशन ले सकते हैं.
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मिड-कैप और स्मॉल-कैप में ज्यादा नुकसान
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि जियोपॉलिटिकल टेंशन और अपेक्षा से अधिक अमेरिकी इनफ्लेशन ने निवेशकों के सेंटीमेंट को प्रभावित किया है और इंडेक्स को निचले स्तर पर खींच लिया. आज हाई वैल्युएशन और Q4FY24 में अर्निंग ग्रोथ में नरमी की उम्मीद के कारण मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. दूसरी ओर, यूरोपीय बाजार पॉजिटिव रुख के साथ खुले, जबकि तेल की कीमतें कम हुईं क्योंकि बाजार पार्टिसिपेंट को उम्मीद थी कि राजनयिक प्रयासों से मध्य पूर्व में तनाव कम होने की संभावना है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)