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Silver Price Target : मौजूदा परिस्थितियों के समर्थन से 2024 के अंत तक चांदी 1,00,000 रुपये का आंकड़ा पार कर सकती है. (Reuters)
Silver Prices Outlook : इस साल चांदी ने सोने की तुलना (Silver vs Gold) में आउटपरफॉर्म किया है. 2024 में चांदी में 18 फीसदी ग्रोथ रही है और यह अपने रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई है. आज के ट्रेड में चांदी 96500 के करीब 96493 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच गई है. एक्सपर्ट का मानना है कि अब चांदी के लिए 1 लाख का लेवल बहुत दूर नहीं रह गया है और इसमें क्षमता है कि इसी साल यह 1,00,000 का लेवल पार कर जाए. घरेलू और ग्लोबल स्तर पर कई फैक्टर चांदी की कीमतों को सपोर्ट भी कर रहे हैं. खासतौर से बढ़ रही इंडस्ट्रियल डिमांड और जियोपॉलिटिकल टेंशन इसके आउटलुक को और मजबूत कर रहा है.
चंदी में क्यों बढ़ेगी तेजी (Silver Outlook)
एचडीएफसी सिक्योरिटी में हेड- कमोडिटी एंड करंसी, अनुज गुप्ता ने बताया कि सितंबर में दर में कटौती की बढ़ती उम्मीद के कारण हाल के दिनों में चांदी में जोरदार तेजी देखी गई है. इसके अलावा, इंडस्ट्रियल मेटल्स में कंसोलिडेशन की अवधि के बाद, हाल के दिनों में ग्रोथ हुई है, क्योंकि ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में सुधार हुआ है. इस सकारात्मक डेवलपमेंट ने चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी में भी योगदान दिया है.
उनका कहना है कि अगर हम डिमांड आउटलुक पर चर्चा करें, तो ग्रीन एनर्जी को तेजी से अपनाने से चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड में बढ़ोतरी हो रही है. सिल्वर इंस्टीट्यूट के शुरुआती अनुमानों में कहा गया है कि चांदी की ग्लोबल इंडस्ट्रियल डिमांड रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच जाएगी, जिससे एक और महत्वपूर्ण मार्केट गैप बनेगा.
चांदी में अन्य एसेट क्लास से बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता है. लंबी अवधि के फंडामेंटल चांदी के लिए पॉजिटिव हैं, ग्लोबल डिमांड की बात करें तो यह सप्लाई से अधिक होने की संभावना है, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिलेगा.
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चांदी में बनाएं निवेश की स्ट्रैटेजी
अनुज गुप्ता का कहना है कि लेवल-स्पेसिफिक परिप्रेक्ष्य से, शॉर्ट टर्म में कॉमेक्स सिल्वर 34 डॉलर से 36 डॉलर प्रति औंस तक बढ़ सकती है. 36 डॉलर के स्तर से ऊपर एक निर्णायक ब्रेकआउट 42 डॉलर के स्तर तक और ऊपर की ओर खुलेगा. चंदी को 26.0/24.80 डॉलर पर सपोर्ट है.
निवेशकों और ट्रेडर्स को चांदी में निवेश बनाए रखना चाहिए और नए निवेश करना चाहिए, क्योंकि चांदी में तेजी का ट्रेंड अच्छी तरह से स्थापित हो चुका है और इसके जारी रहने की संभावना है. हालांकि, ट्रेडर्स को स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड करना चाहिए, क्योंकि शॉर्ट टर्म में अस्थिरता बढ़ने की संभावना है. चांदी 2024 के अंत तक 100000 रुपये प्रति किलो का लेवल दिखा सकती है.
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1 लाख के पार जाएगी चांदी
कामा ज्वैलरी के एमडी कोलिन शाह का कहना है कि इस साल चांदी की कीमतों ने सोने से बेहतर प्रदर्शन किया है. इस साल अबतक चांदी में लगभग 18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. एक कीमती मेटल, ऑरनामेंटल वैल्यू के अलावा चांदी को एक इंडस्ट्रियल मेटल भी माना जाता है. इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर पैनलों और 5जी एंटेना सहित अन्य उत्पादों में चांदी एक अनिवार्य रॉ मैटेरियल है, जिससे आने वाले साल में डिमांड में लगातार बढ़ोतरी के कारण ग्लोबल अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है. चल रहे जियो-पॉलिटिकल टेंशन, आर्थिक अनिश्चितता, महंगाई, मजबूत इंडस्ट्रियल डिमांड के साथ दरों में कटौती की उम्मीद के कारण पिछले कुछ दिनों से चांदी की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. इसमें आगे भी मजबूत रैली की संभावना दिख रही है, जिसमें मौजूदा परिस्थितियों के समर्थन से 2024 के अंत तक चांदी 1,00,000 रुपये का आंकड़ा पार कर सकती है.
(नोट: यहां हमने निवेश की सलाह एक्सपर्ट से बात चीत के आधार पर दी है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में रिस्क होते हैं, इसलिए एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही निवेश करें.)