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IPO Listing : स्टैलियन इंडिया के आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त रिस्पांस मिला था. यह आईपीओ ओवरआल 188 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था. (Pixabay)
Stallion India Fluorochemicals Stock Market Listing Today : रेफ्रिजरेंट और इंडस्ट्रियल गैसों के कारोबार में लगी कंपनी स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स की आज 23 जनवरी 2025 को स्टॉक मार्केट में मजबूत लिस्टिंग हुई है. कंपनी का स्टॉक आज बीएसई पर 120 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ, जबकि आईपीओ प्राइस 90 रुपये था. इस लिहाज से आईपीओ में शेयर पाने वालों को लिस्टिंग डे पर करीब 33 फीसदी या प्रति शेयर 30 रुपये का मुनाफा हो गया है. कंपनी के आईपीओ को निवेशकों से मजबूत रिस्पांस मिला था, वहीं इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम भी इसके मजबूत लिस्टिंग का संकेत दे रहा था.
यह आईपीओ 16 से 20 जनवरी 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था. आईपीओ का साइज 199.45 कराड़ रुपये था. जबकि इसके लिए प्राइस बैंड 85 से 90 रुपये प्रति शेयर था. आईपीओ का साइज करीब 200 करोड़ रुपये था, जबकि इसे कुल 26,292.40 करोड़ रुपये की बोली मिली थी.
Stallion India को मिला था हाई सब्सक्रिप्शन
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स के आईपीओ को निवेशकों की ओर से जबरदस्त रिस्पांस मिला था. यह आईपीओ ओवरआल 188 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था. आईपीओ में रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह कुल 96.81 गुना सब्सक्राइब हुआ. आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए 50 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह कुल 173 गुना के करीब सब्सक्राइब हुआ. जबकि नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए इसमें 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह कुल 422.35 गुना सब्सक्राइब हुआ है.
Stallion India का बिजनेस मॉडल
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स मुख्य रूप से रेफ्रिजरेंट और इंडस्ट्रियल गैसों के कारोबार में लगी हुई है. कंपनी डिबल्किंग, ब्लेंडिंग और प्रोसेसिंग के माध्यम से गैसों का निर्माण करती है. इसके अलावा, कंपनी प्री-फिल्ड कैन और छोटे सिलेंडर भी बेचती है.
कंपनी की चार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स महाराष्ट्र, राजस्थान और हरियाणा में स्थित हैं. ये सभी सुविधाएं सुरक्षित माहौल में गैसों को स्टोर करने के लिए डिजाइन की गई हैं. कंपनी के उत्पाद एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर, फायर सेफ्टी, सेमीकंडक्टर निर्माण, ऑटोमोबाइल, फार्मा और मेडिकल्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं.
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स को रेफ्रिजरेंट गैस सेगमेंट में 20 वर्षों का अनुभव है, जिससे यह एक प्रतिष्ठित ब्रांड बन चुका है. कंपनी की ग्रोथ में कंपटीटिव प्राइसिंग, बेहतर सर्विस और हाई क्वॉलिटी का बड़ा हाथ है. वक्त पर डिलीवरी और क्वॉलिटी कंट्रोल के मामले में कंपनी की साख अच्छी है.
संभावित रिस्क फैक्टर और प्रतियोगिता
कंपनी की आय का 80% से अधिक हिस्सा रेफ्रिजरेंट गैसों की बिक्री से आता है, इसलिए मांग में कमी या पॉलिसी में होने वाले बदलावों से कंपनी की आय प्रभावित हो सकती है. इसके अलावा, कंपनी का अधिकतर कारोबार महाराष्ट्र और दिल्ली पर निर्भर है, जिससे रीजनल रिस्क बढ़ जाता है. कच्चे माल की सप्लाई चीन से होने के कारण ग्लोबल हालात का असर भी कंपनी के कारोबार पर पड़ सकता है. स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स की मुख्य प्रतिस्पर्धी कंपनियों में SRF लिमिटेड, गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड और नवीन फ्लोरीन इंटरनेशनल लिमिटेड शामिल हैं.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)