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Swiggy Target Price : स्विगी के आईपीओ में पैसा लगाने वालों को अबतक 28 फीसदी रिटर्न मिल चुका है. आगे यह मुनाफा और बढ़ने का अनुमान है.(Express Archives)
Swiggy Stock vs Zomato Stock : फूड डिलीवरी स्पेस में नई लिस्टेड प्लेयर स्विगी (Swiggy) का शेयर उन निवेशकों के लिए मुनाफे की डील साबित हो रहा है, जिन्होंने आईपीओ में पैसे लगाए थे और उन्हें अलॉटमेंट भी मिला था. Swiggy के शेयरों में आज लगातार दूसरे दिन जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. आज शेयर 7 फीसदी से ज्यादा मजबूत होकर 501 रुपये के भाव परद पहुंच गया. स्टॉक को लेकर ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के बाद अब यूबीएस ने भी पॉजिटिव रिव्श्यू दिया है. जिसके चलते कल से आज तक यह शेयर रॉकेट बना हुआ है. तेजी भी ऐसी है कि यह ब्रोकरेज हाउस यूबीएस के टारगेट प्राइस के करीब पहुंच गया.
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स्टॉक का वैल्युएशन
ब्रोकरेज हाउस यूबीएस का कहना है कि 515 रुपये का हमारा टारगेट प्राइस, डीसीएफ और मल्टीपल बेस्ड एसओटीपी के संयोजन से लिया गया है, जो कि मोटे तौर पर जोमैटो के लिए हमारे पास मौजूद धारणाओं के समान ही है. हमारे अनुमान के अनुसार, स्टॉक का करंट मार्केट प्राइस FY27e EV को 1.2x के कोर GMV (OFD + q-com) और EV को 6.2x के कोर रेवेन्यू (OFD + q-com + OOH) को दर्शाता है जो जोमैटो की तुलना में 38 फीसदी और 31 फीसदी के डिस्काउंट पर है. मार्केट शेयर स्टेबिलाइजेशन और यूनिट इकोनॉमिक्स में सुधार के संकेतों के साथ, हम उम्मीद करते हैं कि यह डिस्काउंट कम हो जाएगा.
आईपीओ प्राइस से 28% मजबूत
फिलहाल स्विगी के आईपीओ में पैसे लगाने वालों का मुनाफा भी बढ़ गया है. यह आईपीओ 390 रुपये के अपर प्राइस बैंड के साथ लॉन्च हुआ था. वहीं अब शेयर 500 रुपये के आस पास ट्रेड कर रहा है. इसय लिहाज से आईपीओ में पैसा लगाने वालों को अबतक 28 फीसदी रिटर्न मिल चुका है. यह शेयर 13 नवंबर 2024 को BSE पर 412 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ था.
अन्य ब्रोकरेज हाउस भी पॉजिटिव
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि स्विगी का यूनिफाइड प्लेटफॉर्म शहरी कंज्यूमर्स के लिए जरूरी हो गया है, जो फूड डीलिवरी से लेकर ग्रॉसरी की जरूरतों तक सब कुछ एक ही ऐप में कवर करता है. सुविधा, हाई-फ्रीक्वेंसी ऑफरिंग और यूजर स्टिकीनेस के अनूठे मिक्स का लाभ उठाते हुए, स्विगी प्रतिस्पर्धी माहौल में खड़ा है. जबकि जोमैटो वर्तमान में फूड डीलिवरी और क्विक कॉमर्स बिजनेस में लीडर है, स्विगी की ऑल-इन-वन ऐप स्ट्रैटेजी, सर्विसेज में मजबूत क्रॉस-यूटिलाइजेशन और बेहतर ऑपरेशनल एफिशिएंसी सक्षम बनाती है.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि क्विक कॉमर्स एक ट्रांसफॉर्मेटिव अवसर के रूप में है, जिससे स्विगी को यह फिर से परिभाषित करने का मौका मिलता है कि भारतीय कंज्यूमर्स आवश्यक वस्तुओं और अन्य वस्तुओं की खरीदारी कैसे करते हैं. ब्रोकरेज का मानना है कि तेज और सुविधाजनक डिलीवरी सेवाओं की मांग के कारण स्विगी इस तेजी से बढ़ते बाजार खंड में टॉप 3 खिलाड़ियों में शुमार होने की क्षमता रखती है. कुल मिलाकर, स्विगी अपने कस्टमर बेस का विस्तार कर, ऑर्डर वॉल्यूम और वैल्यूज को बढ़ाकर और अपनी यूनिट इकोनॉमिक्स व प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार करके इस ग्रोथ का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है.
ब्रोकरेज हाउस एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार स्विगी की मजबूत ब्रांड उपस्थिति और यूजर्स बेस भी मजबूत है. ब्रोकरेज ने क्विक कॉमर्स में कंपनी की मजबूत विकास संभावनाएं बताई हैं. हालांकि यह भी कहा है कि परिचालन संबंधी बाधाएं इसके लॉन्ग टर्म प्रॉफिटेबिलिटी ट्रैजेक्टरी को प्रभावित कर सकती हैं.
Zomato vs Swiggy
ब्रोकरेज हाउस यूबीएस का कहना है कि स्विगी का वैल्युएशन वर्तमान में अपने पियर जोमैटो की तुलना में 35 फीसदी डिस्काउंट पर है. स्विगी को वित्त वर्ष 2024 और 2027 के बीच 35 फीसदी का जीएमवी CAGR और 29 फीसदी का रेवेन्यू CAGR हासिल होने का अनुमान है. स्विगी के फूड डिलीवरी सेगमेंट, जो इसके जीएमवी का 67 फीसदी हिस्सा है, ने स्थिर यूनिट इकोनॉमिक्स हासिल कर लिया है. कंपनी ने हाल ही में एडजस्टेड EBITDA शर्तों में भी ब्रेक ईवन हासिल किया है, जिसने Q1 FY25 में 0.9 फीसदी मार्जिन पोस्ट किया है.
Zomato पर ब्रोकरेज हाउस
ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टैनले का मानना है कि बुल केस में शेयर का भाव अगले 3 साल से कम समय में मौजूदा भाव से डबल हो सकता है. वहीं बेस केस में शेयर 5 साल में डबल हो सकता है. फिलहाल ब्रोकरेज ने नियर टर्म के लिए शेयर का टारगेट प्राइस 355 रुपये रखा है.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल का कहना है कि कंपनी का फूड डिलिवरी बिजनेस स्टेबल है, वहीं ब्लिंकिट रिटेल, ग्रॉसरी और ई-कॉमर्स जैसी इंडस्ट्री के डिसरप्शन में भाग लेने का एक जेनरेशनल अवसर प्रदान करता है.
Zomato : कौन से फैक्टर कर रहे सपोर्ट
1. कटेगिरी एक्सपेंशन और वॉलेट शेयर गेंस के कारण क्विक कॉमर्स मार्केट में तेजी आ सकती है.
2. नियर टर्म में हाई प्रतिस्पर्धी तीव्रता के बावजूद, हम उम्मीद करते हैं कि जोमैटो मार्केट लीडर बना रहेगा और इंडस्ट्री के प्रॉफिट पूल का ज्यादा हिस्सा हासिल करेगा.
3. उम्मीद है कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बावजूद जोमैटो अपनी 40% बाजार हिस्सेदारी बनाए रखेगा.
4. क्विक कॉमर्स बिजनेस में स्टॉक 120/शेयर पर प्राइस्ड है, जो हमें लगता है कि कन्जर्वेटिव है.
5. जोमैटो की मजबूत बैलेंस शीट और प्रतिस्पर्धी दबावों का सामना करने की क्षमता इसे प्रतिस्पर्धियों की तुलना में आगे रखती है.
6. कंपनी का फूड डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस भी मजबूत बना हुआ है, जो एक लॉयल कस्टमर बेस और ठोस परिचालन मेट्रिक्स पर आधारित है.
7. कंपनी का मार्जिन F2027 तक 2.2% और F2031 तक 5.1% रह सकता है. जो इस बिजनेस के लिए 1 बिलियन अमेरीकी डॉलर के करीब एनुअल प्रॉफिट पूल का संकेत देता है.
(सोर्स : मॉर्गन स्टैनले)
(Disclaimer: शेयर पर व्यू या सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)