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Tata Capital IPO Price Band : आईपीओ का साइज 15,512 करोड़ रुपये है. जबकि प्राइस बैंड 310 से 326 रुपये प्रति शेयर. (AI Image)
Tata Capital IPO Subscription Status : साल 2025 के सबसे बड़े आईपीओ टाटा कैपिटल को निवेशकों की ओर से पहले दिन सुस्त रिस्पांस मिला है. आईपीओ के पहले दिन शाम 4:30 बजे तक यह 38 फीसदी भर गया है. इसे 8 अक्टूबर तक सब्सक्राइब किया जा सकता है. आईपीओ (IPO) का साइज 15,512 करोड़ रुपये है. जबकि इसके लिए प्राइस बैंड 310 से 326 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. कंपनी के शेयर 13 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो सकते हैं.
पहले दिन कुल सब्सक्रिप्शन
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) : 0.52 गुना
नॉ इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स : 0.27 गुना
रिटेल निवेशक : 0.34 गुना
कर्मचारियों का हिस्सा : 1.07 गुना
ओवरआल पहले दिन : 0.38 गुना
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ग्रे मार्केट में 8 रुपये का प्रीमियम
टाटा कैपिटल के अनलिस्टेड स्टॉक को लेकर ग्रे मार्केट में हलचल देखने को मिल रही है. कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक ग्रे मार्केट में 8 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. यह अपर प्राइस बैंड 326 के लिहाज से करीब 2.14% प्रीमियम है. इस ट्रेंड पर स्टॉक 334 रुपये पर लिस्ट हो सकता है.
आनंद राठी : लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करें
आनंद राठी के अनुसार IPO की कीमत उचित (फेयरली प्राइस्ड) दिख रही है. अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्युएशन P/E 32.3x और P/B 3.5x है (FY25 की अर्निंग के आधार पर). IPO के बाद कंपनी का मार्केट कैप 13,83,827 मिलियन (1.38 लाख करोड़ रुपये) होगा. ब्रोकरेज का मानना है कि IPO पूरी तरह से उचित कीमत पर है, इसलिए लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करें.
केनरा बैंक सिक्योरिटीज : लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करें
केनरा बैंक सिक्योरिटीज के एनालिस्ट ने भी निवेशकों को टाटा कैपिटल के आईपीओ (Tata Capital IPO) में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि IPO की कीमत FY25 P/B 4x पर तय की गई है, जो इसके पियर्स के अनुरूप है. कंपनी भारत के तेजी से बढ़ते NBFCसेक्टर में अच्छी स्थिति में है.
इसमें रिटेल और SME लोन सेगमेंट में मजबूत संभावना है, जिसे डिजिटल इनोवेशन का सहारा मिल रहा है. इसका डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो, टाटा ब्रांड पर भरोसा, संतुलित फंड मैनेजमेंट, बेहतरीन एसेट क्वालिटी, और AI आधारित “फिजिटल” मॉडल (फिजिकल + डिजिटल) इसकी लंबी अवधि की ग्रोथ को मजबूत बनाते हैं.
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ब्रोकरेज का कहना है कि Tata Motors Finance के मर्जर के प्रभाव धीरे-धीरे सामान्य हो जाएंगे. कंपनी के पास AAA रेटिंग और मजबूत फंडिंग प्रोफाइल है. भारत की आर्थिक ग्रोथ और डिजिटल अपनाने की लहर कंपनी के बिजनेस को सपोर्ट करती है. हालांकि जोखिम में शामिल हैं, जैसे नियमों में बदलाव, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव, और प्रतिस्पर्धा.
(Disclaimer: आईपीओ में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)