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Zomato-Blinkit की पैरेंट कंपनी इटर्नल के तिमाही नतीजों में कमाई बढ़ी, मुनाफा घटा. (File Photo : Reuters)
Eternal Limited Results Q2FY26 : जोमैटो (Zomato) और ब्लिंकिट (Blinkit) जैसे पॉपुलर ब्रैंड्स की मालिक इटर्नल लिमिटेड (Eternal Limited) ने सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं. पहले जोमैटो (Zomato Limited) कही जाने वाली इस फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी का सितंबर तिमाही (Q2 FY26) की रेवेन्यू पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले ढाई गुना से ज्यादा बढ़कर 13,590 करोड़ रुपये हो गई, लेकिन इसी दौरान कंपनी का मुनाफा 176 करोड़ रुपये से घटकर सिर्फ 65 करोड़ रुपये रह गया. इतनी जबरदस्त रेवेन्यू ग्रोथ के बावजूद मुनाफे में गिरावट की क्या वजह है?
रेवेन्यू के साथ खर्च में भी उछाल
Eternal का यह तिमाही प्रदर्शन रेवेन्यू ग्रोथ के लिहाज से रिकॉर्ड रहा. कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 4,799 करोड़ रुपये से बढ़कर 13,590 करोड़ रुपये पहुंच गया. यह करीब 183% की ग्रोथ है. इतनी तेज़ ग्रोथ की वजह कंपनी के क्विक कॉमर्स बिजनेस Blinkit और Hyperpure B2B सप्लाई सेगमेंट का विस्तार रहा.
हालांकि, खर्चों में तेज़ बढ़ोतरी ने मुनाफे पर असर डाला है. सितंबर तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 13,813 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 4,783 करोड़ रुपये थे. यानी खर्च लगभग तीन गुना बढ़ने की वजह से कंपनी का नेट प्रॉफिट घटकर 65 करोड़ रुपये रह गया.
ऑर्बजेन और वेस्टलैंड की डील का असर
कंपनी का कहना है कि उसके सितंबर 2025 तिमाही के नतीजों की तुलना पिछले साल की समान तिमाही से करना सही नहीं होगा. इसकी वजह ये है कि अगस्त 2024 में उसने पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्यूनिकेशन्स (One97 Communications) से उसकी दो कंपनियों ऑर्बजेन (Orbgen Technologies Pvt Ltd) और वेस्टलैंड एंटरटेनमेंट (Wasteland Entertainment Pvt Ltd) का अधिग्रहण किया, जिससे बिजनेस की शुरुआती लागत बढ़ी और प्रॉफिट पर दबाव पड़ा.
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Blinkit और Hyperpure बने ग्रोथ इंजन
Eternal की रेवेन्यू ग्रोथ में सबसे बड़ा योगदान इसकी क्विक कॉमर्स ब्रांच ब्लिंकइट (Blinkit) का रहा है. इस सेगमेंट से कंपनी को तिमाही में 9,891 करोड़ रुपये की आय हुई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह सिर्फ 1,156 करोड़ रुपये थी. कंपनी ने हाल ही में अपने क्विक कॉमर्स मॉडल को बदलते हुए अब मार्केटप्लेस और इनवेंट्री आधारित हाइब्रिड मॉडल अपनाया है, जिसके तहत Blinkit खुद सीधे ग्राहकों को सामान बेचती है.
वहीं, कंपनी का रेस्टोरेंट्स को सप्लाई करने वाला B2B बिजनेस सेगमेंट हाइपरप्योर (Hyperpure) भी मजबूत रहा. इसने तिमाही में 1,478 करोड़ रुपये का कारोबार किया.
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फूड डिलीवरी बिजनेस स्टेबल
Eternal के पारंपरिक फूड डिलीवरी बिजनेस (Zomato प्लेटफॉर्म) का प्रदर्शन स्टेबल रहा. इस सेगमेंट से कंपनी को 2,458 करोड़ रुपये की रेवेन्यू मिली, जो पिछले साल की तुलना में मामूली बढ़ोतरी है. हालांकि कंपनी के मुताबिक डिलीवरी चार्ज पर चल रहे GST विवाद ने इस बिजनेस पर कुछ असर डाला है.
कंपनी को अलग-अलग राज्यों से 420 करोड़ रुपये के टैक्स डिमांड नोटिस मिले हैं. इस पर कंपनी का कहना है कि, “हमारे पास मजबूत कानूनी आधार है और हमें भरोसा है कि यह विवाद हमारे पक्ष में सुलझेगा.”
मैनेजमेंट का बयान
कंपनी के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा, “हमने अपने सभी प्रमुख बिजनेस वर्टिकल्स में मजबूत ग्रोथ देखी है. Blinkit की ग्रोथ उम्मीदों से कहीं ज्यादा रही और हम इसे अगले कुछ तिमाहियों में प्रॉफिटेबल बनाने के लिए काम कर रहे हैं.”
आगे की रणनीति और भविष्य की दिशा
Eternal की रणनीति अब क्विक कॉमर्स और अनुभव आधारित बिजनेस (Experience Commerce) पर केंद्रित है. कंपनी Blinkit के जरिए ऑन-डिमांड डिलीवरी का विस्तार करने पर जोर दे रही है, जबकि Zomato ऐप के जरिए रेस्टोरेंट्स और आउटिंग सेगमेंट को बनाए रखेगी. Eternal के इस तिमाही के नतीजे दिखाते हैं कि कंपनी एक फूड डिलीवरी ऐप से आगे बढ़कर एक डिजिटल सर्विस इकोसिस्टम बन चुकी है.