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Nestle India Q2 Results: नेस्ले इंडिया का मुनाफा गिरा लेकिन रेवेन्यू और एक्सपोर्ट में इजाफा. (File Photo : Reuters)
Nestle India Q2 Results : नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने सितंबर 2025 तिमाही के नतीजे जारी किए हैं. सितंबर तिमाही के दौरान कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 17.4% घटकर 743.17 करोड़ रुपये रह गया. हालांकि रेवेन्यू में डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की गई और कंपनी ने तिमाही सेल्स में भी नया रिकॉर्ड बनाया. मैगी, नेस्कैफे और किटकैट जैसे लोकप्रिय ब्रांड्स वाली इस कंपनी की लीडरशिप में कुछ अरसा पहले ही बदलाव हुआ है. कंपनी फिलहाल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पकड़ को और मजबूत करने पर फोकस कर रही है.
1. मुनाफे में गिरावट, लेकिन रेवेन्यू में उछाल
नेस्ले इंडिया का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में घटकर 743.17 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 899.5 करोड़ रुपये था. यानी तिमाही आधार पर इसमें करीब 17.4% की गिरावट देखने को मिली है. कंपनी के कुल खर्चों में भी 12.9% की बढ़ोतरी हुई, जो 4,616.73 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. हालांकि, इस बीच कंपनी का रेवेन्यू 11% बढ़कर 5,630.23 करोड़ रुपये हो गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा तिमाही आंकड़ा है.
कंपनी की घरेलू बिक्री 10.8% बढ़कर 5,411.02 करोड़ रुपये रही. यह पहली बार है जब किसी तिमाही में इतनी ऊंची घरेलू बिक्री दर्ज की गई है.
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2. नई लीडरशिप के तहत पहली तिमाही
नेस्ले इंडिया के नए चेयरमैन और एमडी मनीष तिवारी के नेतृत्व में कंपनी ने पहली बार वित्तीय नतीजों का एलान किया था. तिवारी ने बताया कि घरेलू बिक्री में डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिली है, जो वॉल्यूम ग्रोथ की वजह से संभव हुई.
उन्होंने कहा, “हमारे चार में से तीन प्रोडक्ट ग्रुप्स ने मजबूत वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज की है. घरेलू बिक्री 5,411 करोड़ रुपये रही, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है.”
तिवारी ने आगे कहा कि कंपनी आने वाले समय में और भी “बोल्ड और इनोवेटिव प्रोडक्ट लॉन्च” करने पर काम करेगी. उन्होंने कहा, “हम तेजी, फोकस और लचीलापन के साथ काम करेंगे ताकि बदलते बाजार की जरूरतों को समझते हुए लगातार बढ़त बनाए रख सकें.”
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3. ई-कॉमर्स और फेस्टिव डिमांड ने बढ़ाई बिक्री
नेस्ले इंडिया की घरेलू ग्रोथ में ई-कॉमर्स चैनल की बड़ी भूमिका रही. कंपनी ने ‘क्विक कॉमर्स’ में तेज़ी दर्ज की, जिसे फेस्टिव सीजन की मांग, प्रोडक्ट लॉन्च और बेहतर ऑनलाइन उपलब्धता से सपोर्ट मिला.
संगठित ट्रेड चैनल में भी कंपनी ने व्यापक श्रेणियों में मजबूत ग्रोथ दिखाई. कंपनी का कहना है कि “फेस्टिव एक्टिवेशन और नए प्रोडक्ट लॉन्च के स्केल-अप” से सभी सेगमेंट्स में सेल्स बढ़ाने में मदद मिली.
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4. मैगी और किटकैट बने ग्रोथ इंजन
कंपनी के कन्फेक्शनरी ग्रुप में किटकैट (Kit Kat) ने डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की और मार्केट शेयर बढ़ाया. नेस्ले के मुताबिक, “भारत अब किटकैट के लिए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है.” ग्रामीण इलाकों में इसकी वितरण नेटवर्क के विस्तार ने इस ग्रोथ को मजबूती दी.
मैगी नूडल्स (Maggi Noodles) ने भी डबल डिजिट वॉल्यूम ग्रोथ के साथ कंपनी की ‘प्रिपेयर्ड डिशेज एंड कुकिंग एड्स’ कैटेगरी को मजबूती दी. वहीं, मिल्क प्रोडक्ट्स और न्यूट्रिशन सेगमेंट में प्रदर्शन मिलाजुला रहा. कंपनी ने कहा कि इस ग्रुप में कुछ सेगमेंट्स में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं.
नेस्ले के पेट फूड ब्रांड ‘प्यूरिना’ ने भी जबरदस्त प्रदर्शन किया और इंटीग्रेशन के बाद अब तक का सबसे ज्यादा टर्नओवर हासिल किया.
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5. एक्सपोर्ट में 14.4% की बढ़त, नए बाजारों में एंट्री
नेस्ले इंडिया का एक्सपोर्ट 14.4% बढ़कर 219.21 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. कंपनी ने बताया कि मैगी नूडल्स और उसके वेरिएंट्स की मांग मजबूत रही, जबकि नेस्कैफे बल्क को मिडिल ईस्ट तक एक्सपोर्ट किया गया. इसके अलावा, नेस्कैफे सनराइज को यूएई, सऊदी अरब, सिंगापुर और न्यूजीलैंड में लॉन्च किया गया, वहीं किटकैट को सिंगापुर और मिल्कमेड डॉय पैक को श्रीलंका में पेश किया गया.
आगे की रणनीति
नेस्ले ने बताया कि फेस्टिव सीजन के बाद दूध की कीमतों में नरमी की उम्मीद है, जबकि कॉफी के दाम भी स्टेबल रह सकते हैं. हालांकि, एडिबल ऑयल के दाम अंतरराष्ट्रीय सप्लाई टाइट होने के कारण ऊंचे रह सकते हैं.
तिवारी ने कहा, “हाल में सरकार द्वारा जीएसटी दरों में किए गए संशोधन से खपत को बढ़ावा मिलेगा, जिससे एफएमसीजी सेक्टर और अर्थव्यवस्था दोनों को लाभ होगा.”