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Bihar Election 2025 : बिहार के पटना में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुकेश सहनी, सीपीआई (एमएल) महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, तेजस्वी यादव और अशोक गहलोत. (बाएं से दाएं) (Photo : ANI)
Bihar Election 2025 : बिहार में आरजेडी की अगुवाई वाले विपक्षी दलों के महागठबंधन की तरफ से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद राज्य का चुनावी माहौल और गर्म हो गया है. तेजस्वी के नाम की औपचारिक घोषणा होते ही बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के तमाम नेताओं ने उन पर सियासी हल्ला बोल दिया. वहीं आरजेडी और कांग्रेस ने बीजेपी से उलटा सवाल किया है कि वे अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम क्यों नहीं घोषित कर रहे.
बीजेपी का आरोप – फिर लौट आएगा जंगलराज
तेजस्वी यादव के नाम की घोषणा के बाद बीजेपी ने महागठबंधन पर तीखा हमला कर दिया. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, “बिहार की जनता राजद और कांग्रेस के शासनकाल के इतिहास से अच्छी तरह वाकिफ है. वह दौर अराजकता, जंगलराज और विकास की राह में रुकावटों का दौर था, जिसने बिहार को दशकों पीछे धकेल दिया.”
नड्डा ने महागठबंधन को “सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए बना अपवित्र गठबंधन” बताया और कहा कि अगर यह सत्ता में आया तो “राज्य के लिए विनाश” साबित होगा. उन्होंने तेजस्वी के रोजगार देने और पलायन रोकने के वादे पर तंज कसते हुए कहा कि यह वादे “भूमि के बदले नौकरी” घोटाले की याद दिलाते हैं.
बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने भी तेजस्वी को सीधा निशाना बनाते हुए कहा, “बिहार की जनता उन्हें कभी मुख्यमंत्री नहीं बनने देगी. अगर गलती से भी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बन गई तो बिहार में फिर से जंगलराज लौट आएगा.” उन्होंने दावा किया कि “14 नवंबर को एक बार फिर एनडीए की विजय पताका पूरे बिहार में फहराएगी.”
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सम्राट चौधरी ने तेजस्वी को बताया ‘अपराधी का बेटा’
बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने तेजस्वी को सीएम उम्मीदवार बनाए जाने को “लोकतंत्र के लिए काला दिन” बताया. उन्होंने कहा, “आज लोकतंत्र के लिए काला दिन है क्योंकि एक अपराधी के बेटे को बिहार के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है.”
वहीं, बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तेजस्वी के वादों को अव्यावहारिक बताया. उन्होंने कहा, “राजद नौकरी के बहाने लोगों की जमीन छीनने की साजिश रच रही है. ये वही लोग हैं जिनके राज में ‘भूमि के बदले नौकरी’ का घोटाला हुआ था.”
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आप किसे बनाएंगे मुख्यमंत्री : कांग्रेस
तेजस्वी यादव के नाम की घोषणा के बाद आरजेडी और कांग्रेस ने बीजेपी को घेरते हुए सवाल उठाया कि एनडीए अपना सीएम चेहरा क्यों नहीं घोषित कर रहा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “बिहार की जनता को जानने का हक है कि एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री कौन बनेगा? महाराष्ट्र में कहा गया कि एकनाथ शिंदे के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा और बाद में किसी और को मुख्यमंत्री बना दिया गया. यही बात बिहार में भी लागू हो रही है.”
NDA में सीएम उम्मीदवार घोषित करने की हिम्मत नहीं : तेजस्वी
मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए जाने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा, “यह हमारे लिए कोई बड़ा मुद्दा नहीं था, लेकिन मीडिया में चल रही अटकलों को खत्म करने के लिए हमने यह फैसला लिया.” उन्होंने नीतीश कुमार और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, “20 साल के शासन और 11 साल की मोदी सरकार के बावजूद बिहार देश का सबसे गरीब राज्य है. इनके पास न कोई विजन है, न ब्लूप्रिंट. ये लोग हमारी योजनाओं की नकल करते हैं.”
तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, “भाजपा नीतीश जी के साथ अन्याय कर रही है. अगर उनमें इतना आत्मविश्वास है तो अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार का नाम क्यों नहीं बताते? नीतीश जी की खराब सेहत का फायदा उठाकर उनके अपने ही लोग पार्टी को कमजोर कर रहे हैं.”
इस बीच, गहलोत ने तेजस्वी की तारीफ करते हुए कहा, “तेजस्वी एक नौजवान हैं, जिनका लंबा भविष्य है. जनता हमेशा उन्हीं के साथ रहती है जिनमें प्रतिबद्धता और ईमानदारी होती है.” उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बिहार में आकर महागठबंधन के लिए प्रचार करेंगे.
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सीएम चेहरे पर राजनीति का नया दौर
तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बिहार की राजनीति अब पूरी तरह चुनावी मोड में आ गई है. एक ओर बीजेपी महागठबंधन पर “जंगलराज” लौटाने का आरोप लगा रही है, तो दूसरी ओर आरजेडी एनडीए से यह पूछ रही है कि आखिर वे खुद किसे मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. आने वाले दिनों में बिहार का सियासी पारा और बढ़ना तय है.