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Bihar Election 2025 : RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पार्टी नेता तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत. (Photo : PTI)
Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को पटना में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की. मुलाकात के बाद गहलोत ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है और सभी दल मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतर रहे हैं.
अशोक गहलोत ने बताया कि कल महागठबंधन की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी, जिसमें गठबंधन की ताकत और एकजुटता को सार्वजनिक रूप से दिखाया जाएगा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी बिहार में महागठबंधन में दरार की झूठी कहानी फैलाने के लिए “स्पॉन्सर्ड कैंपेन” चला रही है.
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महागठबंधन पूरी तरह एकजुट – अशोक गहलोत
RJD के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद गहलोत ने कहा, “एआईसीसी बिहार इंचार्ज कृष्णा अल्लावरू की मौजूदगी में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के साथ बेहद सकारात्मक बैठक हुई. बिहार में इंडिया गठबंधन पूरी तरह एकजुट है और मजबूती से चुनाव लड़ रहा है. कल महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.”
गहलोत ने यह भी कहा कि कुछ सीटों पर “फ्रेंडली फाइट” होना कोई बड़ी बात नहीं है और इससे गठबंधन की एकता पर कोई असर नहीं पड़ता. “243 सीटों में से स्थानीय समीकरणों के कारण 5-7 सीटों पर कभी-कभी दोस्ताना मुकाबले की स्थिति बन जाती है. यह बहुत ही मामूली बात है, लेकिन मीडिया में इसके खिलाफ एक अभियान चलाया गया. असल में गठबंधन के भीतर कोई समस्या नहीं है.”
उन्होंने आगे कहा, “बिहार अब बदलाव चाहता है. पूरे बिहार की जनता समझ चुकी है कि राज्य और देश के हित में इंडिया गठबंधन की जीत जरूरी है.”
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एनडीए-महागठबंधन में सियासी घमासान
गठबंधन की एकता के दावे के बीच बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोला है. लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा, “महागठबंधन में जिस तरह की अंदरूनी कलह चल रही है और जिस तरह यह गठबंधन पूरी तरह टूट चुका है, उसके बाद भी अगर वे सोचते हैं कि सत्ता में लौटेंगे, तो यह ‘मुंगेरीलाल के सपने’ से कम नहीं है.”
चिराग ने सवाल उठाया कि इतने दिनों तक महागठबंधन के बड़े नेता कहां थे और अब जब हालात बिगड़ गए हैं, तब अशोक गहलोत बिहार पहुंचे हैं. उन्होंने कहा, “जो गठबंधन अपनी पार्टियों को साथ नहीं रख सकता, वह बिहार के 14 करोड़ लोगों को कैसे एकजुट रखेगा? यह गठबंधन न तो बनाना जानता है और न ही उसे संभालना.”
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बिहार की जनता के लिए चुनावी संदेश
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. सियासी गलियारों में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अशोक गहलोत का “एकजुटता का संदेश” जनता तक कितना प्रभाव छोड़ता है और एनडीए के “दरार वाले” नैरेटिव के बीच महागठबंधन अपनी एकजुट छवि बनाए रख पाता है या नहीं.