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ADR की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देश के 6 राष्ट्रीय दलों ने करीब 3077 करोड़ रुपये की कुल आय घोषित की है. (Image : Pixabay)
Political Parties Income in FY 2022-23: देश के 6 राष्ट्रीय दलों ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान अपनी कुल आय करीब 3077 करोड़ रुपये घोषित की है. उम्मीद के मुताबिक इसमें सबसे ज्यादा 2361 करोड़ रुपये का हिस्सा सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) का है. यानी बीजेपी इस हिसाब से देश की सबसे अमीर राजनीतिक पार्टी है. आय के मामले में कांग्रेस पार्टी (Congress) दूसरे नंबर पर है, जिसने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान करीब 452 करोड़ रुपये की आय घोषित की है. खास बात ये है कि कांग्रेस का उस साल का खर्च आमदनी से ज्यादा रहा है. यानी देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी घाटे में है, जबकि बीजेपी ने अपनी कमाई का 60 फीसदी हिस्सा भी खर्च नहीं किया है. यह जानकारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की ताजा रिपोर्ट में दी गई है.
6 राष्ट्रीय दलों की कुल आय में 76.73% हिस्सा अकेले बीजेपी का
ADR की बुधवार को जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि देश के 6 राष्ट्रीय दलों ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान लगभग 3077 करोड़ रुपये की कुल आय घोषित की है, जिसमें बीजेपी का हिस्सा सबसे ज्यादा 2361 करोड़ रुपये का है. दरअसल वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 6 राष्ट्रीय दलों की कुल सम्मिलित आय में अकेले बीजेपी का हिस्सा 76.73 प्रतिशत है. वहीं, कमाई के लिहाज से दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस ने 2022-23 में कुल 452.375 करोड़ रुपये की आय घोषित की है, जो 6 राष्ट्रीय दलों की कुल आय का 14.70 प्रतिशत है. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस के अलावा बीएसपी, आम आदमी पार्टी (AAP), सीपीएम (CPM) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने भी अपनी आय घोषित की है.
बीजेपी, AAP की आय बढ़ी
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 के दरमियान बीजेपी की आय में 23.15 प्रतिशत का इजाफा हुआ. वित्त वर्ष 2021-22 में पार्टी की आय 1917.12 करोड़ रुपये थी, जो 443.72 करोड़ रुपये बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 2360.84 करोड़ रुपये हो गई. वहीं एनपीपी की आय वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 47.20 लाख रुपये थी, जो 1502.12 प्रतिशत या 7.09 करोड़ रुपये बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 7.562 करोड़ रुपये हो गई. आम आदमी पार्टी की आय वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 44.539 करोड़ रुपये थी, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 91.23 प्रतिशत या 40.631 करोड़ रुपये बढ़कर 85.17 करोड़ रुपये हो गई.
कांग्रेस, सीपीएम, बीएसपी की आय घटी
एडीआर की रिपोर्ट में चुनाव आयोग के पास जमा किए गए रिकॉर्ड का हवाला देते हुए बताया गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 के बीच कांग्रेस की आय में 16.42 प्रतिशत या 88.90 करोड़ रुपये की गिरावट आई है. इसी दौरान सीपीएम की आय 20.57 करोड़ रुपये यानी 12.68 प्रतिशत और बीएसपी की आमदनी 14.50 करोड़ रुपये या 33.14 प्रतिशत घटी है.
राष्ट्रीय पार्टियों में किसने-कितना खर्च किया
रिपोर्ट में दिया गया एक दिलचस्प आंकड़ा यह भी है कि बीजेपी ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 2360.84 करोड़ रुपये की कुल घोषित आय में से 1361.684 करोड़ रुपये खर्च किए, जो उसकी कुल आय का 57.68 प्रतिशत है. वहीं, कांग्रेस ने 452.37 करोड़ रुपये की कुल आय की तुलना में 467.13 करोड़ रुपये खर्च किए. यानी पार्टी का उस साल का खर्च उसकी कुल आय से 3.26 प्रतिशत ज्यादा रहा. इसी तरह, आम आदमी पार्टी ने अपनी 85.17 करोड़ रुपये की कुल आय के मुकाबले 102.051 करोड़ रुपये खर्च किए, जो उसकी उस साल की कुल आय के मुकाबले 19.82 फीसदी अधिक था. वहीं, सीपीएम ने 141.66 करोड़ रुपये की कुल आय में से 106.067 करोड़ रुपये खर्च किए, जो उसकी कुल कमाई का 74.87 प्रतिशत था. ADR ने ये तमाम आंकड़े भले ही चुनाव आयोग के पास जमा रिकॉर्ड के आधार पर जारी किए हों, लेकिन चुनावों में तमाम बड़े सियासी दल जिस तरह बेतहाशा पैसे खर्च करते हैं, उसे देखकर क्या इन्हें असलियत की सच्ची तस्वीर माना जा सकता है?