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नई दिल्ली के संसद मार्ग थाने में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद पत्रकारों से बात करते बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज और अनुराग ठाकुर. (Photo: ANI)
BJP vs Congress over Scuffle in Parliament Compound: संसद परिसर में बीजेपी और विपक्ष के सांसदों के बीच हुई तकरार और धक्का-मुक्की की घटना ने गंभीर मोड़ ले लिया है. बीजेपी ने पुलिस से की गई शिकायत में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर हत्या की कोशिश का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. वहीं, कांग्रेस ने भी राहुल पर लगाए जा रहे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए बीजेपी सांसदों के खिलाफ शारीरिक दुर्व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई है. कांग्रेस ने इस पूरे मामले डॉ. अंबेडकर के कथित अपमान के मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है.
बीजेपी और कांग्रेस में वार-पलटवार जारी
बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मामले में आरोपों-प्रत्यारोपों का सिलसिला लगातार जारी है. बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर घटना की पूरी जांच करके राहुल गांधी के खिलाफ हत्या की कोशिश, हिंसा भड़काने और शारीरिक हमले के आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस ने इसे साजिश बताते हुए कहा कि बीजेपी अपने सांसदों को बचाने और विपक्ष को बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रही है. कांग्रेस के सांसदों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.
भाजपा ने अमित शाह के बयान से ध्यान भटनाके के लिए आज सदन के बाहर ऐसा माहौल बनाया ताकी वो जनता का ध्यान भटका सके !
— Mallikarjun Kharge (@kharge) December 19, 2024
संसद में जहाँ हम रोज़ अपना protest कर रहे थे, वहाँ BJP ने आज अचानक protest plan कर लिया। ठीक है, हमे आपत्ति नहीं। हम दूसरी जगह चले गए। पर जब हमारे लोग हाउस में जाने… pic.twitter.com/GIAHkWY7sv
बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की अगुवाई में दिल्ली के संसद मार्ग थाने पहुंचे बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जिसमें आरोप लगाया गया है कि संसद परिसर के मकर द्वार पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे एनडीए सांसदों पर राहुल गांधी ने हमला किया. बीजेपी नेताओं ने इस मामले में राहुल गांधी के खिलाफ हत्या की कोशिश समेत कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दायर किए जाने की मांग भी की है.
राहुल ने जानबूझकर हमला किया : बीजेपी
बीजेपी सांसद हेमांग जोशी ने कहा कि राहुल गांधी ने सुरक्षा अधिकारियों के निर्देशों को अनदेखा करते हुए प्रदर्शनकारियों की ओर जबरदस्ती बढ़कर उकसाने और शारीरिक हमला करने का प्रयास किया. जोशी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि इस घटना के दौरान बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत और प्रताप राव सारंगी घायल हो गए. राजपूत को सिर में गंभीर चोट आई और सारंगी के माथे पर भी चोट पहुंची. बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी और उनके समर्थकों पर जानबूझकर हमला करने और सांसदों की सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया है.
मोहब्बत की दुकान चलाने वाले राहुल गांधी का नफरती कारनामा!
— BJP (@BJP4India) December 19, 2024
भाजपा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी संसद में गिर कर चोटिल हो गए।
उनका कहना है कि मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था, राहुल गांधी आए और उन्होंने एक सांसद को धक्का दिया, जो मेरे ऊपर गिर गया, जिससे मैं भी… pic.twitter.com/BTC336HFMu
राहुल ने बीजेपी सांसदों को धक्का देकर गिराया : बीजेपी
बीजेपी सांसद हेमांग जोशी ने अपनी शिकायत में लिखा है कि सुबह करीब 10:40 बजे एनडीए सांसद मकर द्वार पर प्रदर्शन कर रहे थे. यह प्रदर्शन विपक्षी दलों, विशेष रूप से कांग्रेस द्वारा फैलाई जा रही "गलत जानकारी" के विरोध में किया जा रहा था. जोशी का दावा है कि राहुल गांधी ने संसद के सुरक्षा अधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी की और जानबूझकर प्रदर्शनकारियों की ओर बढ़कर हिंसा भड़काई. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और उनके समर्थकों ने बीजेपी सांसदों को धक्का देकर गिरा दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए.
कांग्रेस का आरोप: राहुल, खरगे के साथ हुआ दुर्व्यवहार
कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बीजेपी सांसदों पर राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सांसदों ने उनके नेताओं को शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की. कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई. थाने पहुंचने वाले नेताओं में दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, राजीव शुक्ला और प्रमोद तिवारी शामिल थे. कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर घटना की जांच की मांग भी की है. गुरुवार को संसद भवन परिसर में हुई घटनाएं सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच आपसी कड़वाहट के हद से ज्यादा बिगड़ने की मिसाल है. साथ ही इससे राजनीतिक दलों के बर्ताव में संसदीय परंपराओं की अनदेखी का भी पता चलता है.