/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
/financial-express-hindi/media/media_files/2025/02/08/xeORI6nN7BXUu5aVVvGj.jpg)
Delhi Battle Big Factors : शराब घोटाला हो या शीश महल, इन फैक्टर ने अरविंद केजरीवाल की ईमानदार वाली छवि पर दाम लगा दिया. (PTI)
Delhi Election Results Big Points : दिल्ली इलेक्शन 2025 में बीजेपी की सत्ता में 27 साल बाद वापसी करने जा रही है. विधानसभा चुनाव के रिजल्ट बीजेपी की ओर जा चुका हैं. दोपहर 3:15 बजे तक काउंटिंग के मुताबिक दिल्ली में बीजेपी को 47 सीटें मिलती दिख रही हैं, जो बुहमत से 11 सीटें ज्यादा है. इस बीच केजरीवाल, सिसोदिया, सौरभ भरद्वाज और सत्येंद्र जैन जैसे आप पार्टी के दिग्गज चुनाव हार चुके हैं. चुनाव के पहले दिल्ली में चुनाव हारने या जीतने के पीछे कई तरह के फैक्टर बताए जा रहे थे, लेकिन अगर वोट फीसदी देखें तो इस चुनाव में क्लीयरकट बीजेपी वर्सेस आम आदमी पार्टी का ही फैक्टर हावी रहा है. यह चुनाव पूरी तरह से बीजेपी और आम आदमी पार्टी तक ही सिमट गया. दम खम से लड़ रही कांग्रेस चुनाव में बहुत पीछे छूट गई. इस चुनाव में मैली यमुना, भ्रष्टाचार, खुद केजरीवाल की छवि पर उठने वो सवाल बड़े मुद्दा रहे हैं.
Delhi Election 2025 : दिल्ली की इन 11 सीटों पर कोई भी मार सकता है बाजी, वोटों का अंतर 2000 से भी कम
किस पार्टी को कितना वोट फीसदी
BJP : 47.22%
AAP : 42.95%
INC : 6.55%
BSP: 0.56%
AIMIM : 0.50%
CPI : 0.01%
CPI (M) : 0.01%
JD (U) : 0.42%
NCP : 0.03%
RASLJP : 0.01%
NOTA : 0.57%
Others : 0.74%
AIFB : 0.00%
BJP और AAP को 90% वोट
दिल्ली विधानसभा चुनाव में दोपहर 3:15 बजे तक की काउंटिंग की बात करें तो बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच 90 फीसदी वोट बंट गया है. बीजेपी को जहां 47.22 फीसदी वोर्ट मिले हैं, वहीं आम आदमी पार्टी को 43 फीसदी से कुछ कम वोर्ट मिला है. जबकि कांग्रेस को सिर्फ 6.55 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. जबकि चुनाव के पहले यह माना जा रहा था कि अगर कांग्रेस को 10 फीसदी वोट मिले तो ही बीजेपी इस बार आम आदमी पार्टी का किला हिला सकती है. अन्य पार्टियों का वोट फीसदी बहुत कम दिख रहा है.
1. शराब घोटला, शीश महल
चुनाव के पहले बीजेपी इस बार अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने में सफल रही है. शराब घोटाला हो या शीश महल, इन फैक्टर ने अरविंद केजरीवाल की ईमानदार वाली छवि पर दाम लगा दिया. शराब घोटाले में केजरीवाल को जेल भी जाना पड़ा. वहीं शीश महल वाले फैक्टर से जनता में भी यह संदेश गया कि केजरीवाल की कट्टर ईमानदार वाली बात सिर्फ हवा हवाई है.
2. दिग्गज नेताओं की छवि खराब हुई
चुनाव के पहले मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जैसे आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे. उन्हें जेल जाना पड़ा, जिससे उनकी छवि खराब हुई.
3. मुफ्त वाले ऐलान
दिल्ली चुनाव में मुफ्त वाले ऐलानों में इस बार बीजेपी भी शामिल हो गइर्अ है. हालांकि झुग्गी बस्तियों से आम आदमी पार्टी को मिलने वाले वोट यह बताते हैं कि लोअर इनकम ग्रुप वाले तबके को केजरीवाल की फ्री वाली योजनाएं पसंद हैं. हालांकि बीजेपी ने भी इस तरह के कई एलान किए हैं, जिसका फायदा मिलता दिख रहा है.
4. यमुना की सफाई
दिल्ली विधानसभा चुनाव में यमुना की साफ सफाई भी एक बड़ा मुद्दा रही है. यमुना की सफाई को लेकर कई बार आम आदमी पार्टी के सरकार पर सवाल उठे. वहीं अरविंद केजरीवाल ने तो हरियाणा की बीेजपी सरकार पर यमुना के पानी में जहर मिलाने तक का बड़ा आरोप लगा दिया.
5. एंटी इनकंबेंसी
वही आप पार्टी दिल्ली में 10 साल से ज्यादा समय से सत्ता में है. जिसके चलते आप के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का फैक्टर भी काम कर रहा था. कई इलाकों में जनता विकास काम में लापरवाही को लेकर भी नाराज थी.