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जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने मंगलवार को कोलकाता हाईकोर्ट से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने का एलान कर दिया. (ANI Photo)
Ex-Calcutta High Court Judge Abhijit Gangopadhyay to join BJP: कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय ने अपने पद से इस्तीफा देने के कुछ ही देर बाद एलान कर दिया कि वे बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. इसके साथ ही जस्टिस गंगोपाध्याय ने यह भी कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसका फैसला पार्टी करेगी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिस गंगोपाध्याय ने यह भी बताया कि बीजेपी ने करीब एक हफ्ते पहले उन्हें अप्रोच किया था, जिसके बाद उन्होंने राजनीति में उतरने का फैसला कर लिया. कोलकाता हाईकोर्ट के पूर्व जज ने यह बात पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही.
7 दिन पहले बीजेपी से बात हुई थी : जस्टिस गंगोपाध्याय
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जस्टिस गंगोपाध्याय से पत्रकारों ने पूछा कि बीजेपी ने उनसे कब संपर्क किया और राजनीति में शामिल होने का फैसला करने में उन्हें कितना वक्त लगा, तो जस्टिस गंगोपाध्याय ने बताया कि करीब 7 दिन पहले उनकी बात बीजेपी से हुई थी, जिसके बाद इस फैसले तक पहुंचने में उन्हें ज्यादा वक्त नहीं लगा. तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) पर तीखा हमला करते हुए जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहा, “टीएमसी 2026 तक चल नहीं पाएगी. 2024 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की वही हालत हो जाएगी, जो 2009 में सीपीएम की थी...सिर्फ कुछ गिरफ्तारियां करने की जरूरत है और यह पार्टी टूट जाएगी.”
TMC के बयानों की वजह से फैसला : जस्टिस गंगोपाध्याय
हाईकोर्ट के पूर्व जज गंगोपाध्याय ने कहा, “पूरी संभावना है कि मैं 7 मार्च को बीजेपी ज्वाइन करूंगा. यह एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जो तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्टाचार से लड़ रही है.” उन्होंने कहा कि इसके बाद पार्टी ही तय करेगी कि उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ना है या नहीं. जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहा, “मैंने राजनीति में उतरने का फैसला सत्ताधारी दल के बार-बार तंज करने की वजह से किया है. उनके तंज और बयानों ने मुझे यह कदम उठाने के लिए प्रेरित किया. सत्ताधारी पार्टी ने कई बार मेरा अपमान किया. उनके प्रवक्ताओं ने असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल करके मुझ पर हमले किए. मुझे लगता है उनकी शिक्षा में कुछ गड़बड़ी है.”
राष्ट्रपति मुर्मू, CJI चंद्रचूड़ को भेजा है इस्तीफा
जस्टिस गंगोपाध्याय ने यह बातें हाईकोर्ट में जज के पद से अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजने के कुछ ही घंटे बाद साल्ट लेक में अपने आवास पर प्रेस से मुलाकात के दौरान कहीं. उन्होंने अपने इस्तीफे की कॉपी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डी वाई चंद्रचूड़ और कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस सिवाज्ञनम को भी भेजी है.
जस्टिस गंगोपाध्याय के ‘राजनीतिक फैसले’ रद्द किए जाएं : कल्याण बनर्जी
टीएमसी के लोकसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कल्याण बनर्जी ने हाल ही में कलकत्ता हाईकोर्ट से अनुरोध किया है कि स्कूल सर्विस कमीशन से जुड़े मुकदमों में जस्टिस गंगोपाध्याय द्वारा पारित ‘सभी राजनीतिक फैसलों’ को रद्द कर दिया जाना चाहिए. उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहा, तृणमूल एक राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि तृणमूल यात्रा पार्टी है…मुझे लगता है तृणमूल गड़बड़ी फैलाने वालों का ग्रुप है. मैं इसे एक राजनीतिक दल नहीं मानता.”
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पहले भी चर्चा में रहे जस्टिस गंगोपाध्याय
जस्टिस गंगोपाध्याय ने रविवार को ही कह दिया था कि वे न्यायपालिका छोड़ रहे हैं. उन्होंने उसी वक्त यह संकेत भी दिया था कि वे राजनीति के मैदान में उतर सकते हैं. उन्होंने रविवार को एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, “सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने मुझे कई बार मैदान में उतरकर लड़ने की चुनौती दी है. इसलिए मुझे लगा कि उनकी यह इच्छा पूरी कर दूं.” जस्टिस गंगोपाध्याय न्यायपालिका में अपने करियर के दौरान कई बार विवादों की वजह से चर्चा में रहे हैं. इसमें बड़ी बेंच के आदेशों की अनदेखी करना, टीवी चैनल को इंटरव्यू देना और सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री को निर्देश जारी करने जैसे विवाद शामिल हैं.