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Maharashtra Election 2024 : महाराष्ट्र के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन मुंबई में मतदान करते हुए. (Photo :PTI)
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा की सभी 288 सीटों पर आज मतदान हो रहा है. सभी जगहों पर वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हो चुकी है और शाम 6 बजे तक जारी रहेगी. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा के लिए सिंगल फेज में हो रहे इस चुनाव में करीब 9.70 करोड़ मतदाता अपने वोट डालने के अधिकार का इस्तेमाल करेंगे. पूरे प्रदेश में कुल मिलाकर 4,136 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. मतदान खत्म होने के थोड़ी देर बाद ही टीवी चैनलों पर एग्जिट पोल के रूझान आने शुरू हो जाएंगे. वोटों की गिनती के बाद नतीजे 23 नवंबर को आ जाएंगे.
9.7 करोड़ से अधिक मतदाता डालेंगे अपना वोट
अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र में 30 अक्टूबर तक वोट डालने के लिए 9.7 करोड़ से अधिक (9,70,25,119 वोटर्स) मतदाता पंजीकृत हैं. इनमें 5,00,22,739 पुरुष मतदाता, 4,69,96,279 महिला मतदाता और 6,101 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. इसके अलावा, दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 6,41,425 है, जबकि सशस्त्र बलों के सेवा मतदाताओं की संख्या 1,16,170 है. महाराष्ट्र में इस बार 1,00,186 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में इनकी संख्या 96,654 थी. मतदाताओं की संख्या में वृद्धि के कारण यह वृद्धि की गई है. राज्य सरकार के लगभग छह लाख कर्मचारी चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात किए गए हैं.
महायुति-एमवीए के बीच मुख्य मुकाबला
इस चुनाव में जहां सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है, वहीं विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) को सत्ता में वापसी की उम्मीद है. मतदान के बाद 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और इसी दिन चुनाव आयोग की ओर से सभी सीटों के नतीजे घोषित किए जाने की उम्मीद है.
सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अलावा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल हैं. गठबंधन को महिलाओं के लिए शुरू की गई ‘माझी लाडकी बहिन’ जैसी लोकप्रिय योजनाओं की बदौलत सत्ता में बने रहने की उम्मीद है. भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान ‘‘बंटेंगे तो कटेंगे’’ और ‘‘एक हैं तो सेफ हैं’’ जैसे विवादित नारों पर जोर दिया. हालांकि भाजपा के सभी सहयोगी दलों ने इन नारों का समर्थन नहीं किया. अजित पवार ने खुद को इनसे अलग कर लिया.
विपक्षी दलों का आरोप है कि बीजेपी चुनावी फायदे के लिए प्रदेश की जनता को धार्मिक आधार पर बांटने और उनका ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है. विपक्ष ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘‘बंटेंगे तो कटेंगे’’ और प्रधानमंत्री मोदी के ‘‘एक है तो सेफ हैं’’ नारे की कड़ी आलोचना की है. विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) में कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं. एमवीए गठबंधन ने जाति आधारित गणना, सामाजिक न्याय और संविधान की रक्षा जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करके सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रचार का मुकाबला किया.
आज हो रहे मतदान से पहले भाजपा ने सोमवार को एक नया विज्ञापन अभियान शुरू किया. इसमें विपक्षी एमवीए पर हमला किया गया और मतदाताओं से ‘‘कांग्रेस को ना कहने’’ का आग्रह किया गया. विज्ञापन अभियान में 26/11 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले और पालघर में साधुओं की हत्या जैसी बरसों पुरानी घटनाओं को याद दिलाते हुए विपक्ष, खासतौर पर कांग्रेस पर निशाना साधा गया है.
किस पार्टी ने कितनी सीटों पर उतारे हैं अपने उम्मीदवार
सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में शामिल भाजपा 149 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 81 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी 59 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. दूसरी तरफ एमवीए में शामिल कांग्रेस 101 सीटों पर, शिवसेना (यूबीटी) 95 सीटों पर और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) 86 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) समेत कुछ और छोटी पार्टियां भी चुनाव मैदान में हैं. बीएसपी ने 237 और एआईएमआईएम ने 17 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इन दोनों दलों के उम्मीदवारों की मौजूदगी विपक्षी गठबंधन के वोट काटने का काम करेगी, जिससे बीजेपी की अगुवाई वाले गठबंधन को फायदा होगा.
4136 उम्मीदवारों का भविष्य दांव पर
साल 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में 28 फीसदी की वृद्धि हुई है. इस साल 4,136 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि 2019 में 3,239 उम्मीदवार मैदान में थे. इन उम्मीदवारों में 2,086 निर्दलीय हैं. 150 से ज्यादा सीट पर बागी उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें महायुति और एमवीए के बागी नेता अपनी पुरानी पार्टियों के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
अबतक इतने मामलों में एजेंसियों ने की कार्रवाई
राज्य में 15 अक्टूबर को आचार संहिता लागू होने के बाद से विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई में 252.42 करोड़ रुपये की नकदी और चीजें जब्त की गईं. इसमें 63.47 करोड़ रुपये नकद और 33.73 करोड़ रुपये मूल्य की 34,89,088 लीटर शराब शामिल है. इसके अलावा 32.67 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ और 83.12 करोड़ रुपये मूल्य की कीमती धातुएं (सोना-चांदी) भी जब्त की गई हैं. इसी अवधि के दौरान ‘सी-विजिल’ ऐप के माध्यम से राज्य भर में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित 2,469 शिकायतें प्राप्त हुईं. चुनाव आयोग का दावा है कि इनमें से 2,452 शिकायतों (99.31 फीसदी) का फौरन निपटारा कर दिया गया है.