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ICRA के मुताबिक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2-3 रुपये प्रति लीटर की कटौती की संभावना बन रही है. (File Photo : Reuters)
Potential to Cut Petrol, Diesel Prices says ICRA : हाल ही में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट ने देश की सरकारी तेल कंपनियों के मुनाफे को बढ़ा दिया है, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2-3 रुपये प्रति लीटर की कटौती की संभावना बनती दिख रही है. ये संभावना रेटिंग एजेंसी ICRA ने जाहिर की है. एजेंसी के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतें अगर मौजूदा स्तर पर स्थिर रहती हैं तो पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती किए जाने की गुंजाइश नजर आ रही है.
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर
ICRA के मुताबिक सितंबर 2024 में भारत द्वारा आयात किए जाने वाले कच्चे तेल की औसत कीमत 74 डॉलर प्रति बैरल रही, जो मार्च में 83-84 डॉलर प्रति बैरल तक थी. यह कमी रिटेल फ्यूल प्राइस घटाने का आधार बन सकती है. इससे पहले मार्च 2024 में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये की कटौती की गई थी. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक आर्थिक मंदी और अमेरिका में उत्पादन का बढ़ना है. इसके अलावा, OPEC+ ने उत्पादन कटौती को दो महीने के लिए टाल दिया है, जिससे कीमतों में और गिरावट आई है.
तेल कंपनियों के मुनाफे में बढ़ोतरी
ICRA के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट की वजह से सरकारी तेल कंपनियों के रिटेल सेल्स पर मुनाफे में सुधार हुआ है. ICRA के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और ग्रुप हेड (कॉर्पोरेट रेटिंग्स) गिरीश कुमार कदम के अनुसार, मौजूदा स्थिति में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2-3 रुपये की कटौती किए जाने की गुंजाइश बनती है.
तेल कंपनियों के मार्केटिंग मार्जिन पर टिप्पणी करते हुए गिरीश कुमार कदम ने कहा, “ICRA का अनुमान है कि सितंबर 2024 में सरकारी तेल कंपनियों का नेट रियलाइजेशन अंतरराष्ट्रीय कीमतों की तुलना में पेट्रोल पर लगभग 15 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर करीब 12 रुपये प्रति लीटर अधिक है. इनके रिटेल सेलिंग प्राइस (RSP) में मार्च 2024 से कोई बदलाव नहीं हुआ है. 15 मार्च 2024 को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी. अगर कच्चे तेल की कीमतें मौजूदा स्तरों पर स्थिर रहती हैं, तो पेट्रोल-डीजल के दामों में 2-3 रुपये प्रति लीटर की कमी की गुंजाइश दिखाई देती है.” तेल कंपनियों ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान बेहतर ऑपरेटिंग मार्जिन दर्ज किए थे, जिससे उनके नुकसान की भरपाई हुई थी. हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में अचानक आई गिरावट से इन्वेंट्री लॉस होने की संभावना भी बनी हुई है, जिससे कंपनियों के लाभ पर कुछ असर पड़ सकता है.
क्या हैं भविष्य की संभावनाएं
रेटिंग एजेंसी ICRA ने कहा कि अगर कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की उम्मीद की जा सकती है. हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन निवेशकों और आम जनता को राहत मिलने की संभावना जरूर बनी हुई है. फिलहाल राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है. तेल कंपनियों ने नवंबर 2021 से दैनिक आधार पर कीमतों में बदलाव बंद कर दिया था, जब देशभर में पेट्रोल और डीजल के दाम अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए थे.