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Top 6 Multi Asset Funds में 5 साल पहले लगाए गए 1 लाख रुपये की मौजूदा फंड वैल्यू 2 गुनी से करीब 4 गुनी तक हो चुकी है. (Image : Pixabay)
Hybrid Mutual Funds with High Returns: हाईब्रिड म्यूचुअल फंड्स को बेहतर रिस्क मैनेजमेंट के लिए जाना जाता है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हाईब्रिड फंड, हाई रिटर्न नहीं दे सकते. मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स (Multi Asset Allocations Funds) भी हाईब्रिड फंड की कैटेगरी में ही आते हैं और ऐसी टॉप 6 स्कीम्स ने पिछले 5 साल में शानदार रिटर्न दिए हैं. इन फंड्स में 5 साल पहले निवेश किए गए 1 लाख रुपये की मौजूदा फंड वैल्यू फिलहाल 2 गुनी से लगभग 4 गुनी तक हो चुकी है. खास बात यह है कि मल्टी एसेट फंड्स कई अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश करके अपने निवेशकों को एक बैलेंस्ड पोर्टफोलियो उपलब्ध कराते हैं.
टॉप मल्टी एसेट फंड्स और उनके रिटर्न
5 साल या उससे ज्यादा पुराने देश के सभी 6 मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स का पिछले 5 साल का वार्षिक रिटर्न (CAGR) 15% से 31% तक रहा है. इन स्कीम की डिटेल आप यहां चेक कर सकते हैं:
1. Quant Multi Asset Fund
- पिछले 5 साल का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान): 31.45%
- 5 साल पहले निवेश किए 1 लाख रुपये का मौजूदा मूल्य: 3,92,467 रुपये
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 2,972.94 करोड़ रुपये
- बेंचमार्क : BSE 200 TRI(65.00), MCX I-COMDEX Composite Index(20.00), CRISIL Short-Term Bond Index(15.00)
2. ICICI Prudential Multi Asset Fund
- पिछले 5 साल का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान): 22.98%
- 5 साल पहले निवेश किए 1 लाख रुपये का मौजूदा मूल्य: 2,81,302 रुपये
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 50,185.82 करोड़ रुपये
- बेंचमार्क : NIFTY 200 TRI(65.00), NIFTY Composite Debt Index(25.00), Domestic Price of Gold(6.00), MCX I-COMDEX Composite Index(3.00), Domestic Price of Silver(1.00)
3. UTI Multi Asset Allocation Fund
- पिछले 5 साल का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान): 17.95%
- 5 साल पहले निवेश किए 1 लाख रुपये का मौजूदा मूल्य: 2,28,291 रुपये
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 3,955.97 करोड़ रुपये
- बेंचमार्क : BSE 200 TRI(65.00), CRISIL Composite Bond Index(25.00), Domestic Price of Gold(10.00)
4. HDFC Multi Asset Fund
- पिछले 5 साल का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान): 17.86%
- 5 साल पहले निवेश किए 1 लाख रुपये का मौजूदा मूल्य: 2,27,422 रुपये
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 3,706.44 करोड़ रुपये
- बेंचमार्क : NIFTY 50 TRI(65.00), NIFTY Composite Debt Index(25.00), Domestic Price of Gold(10.00)
5. SBI Multi Asset Allocation Fund
- पिछले 5 साल का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान): 15.98%
- 5 साल पहले निवेश किए 1 लाख रुपये का मौजूदा मूल्य: 2,09,853 रुपये
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 6,220.73 करोड़ रुपये
- बेंचमार्क : BSE 500 TRI(45.00), CRISIL Composite Bond Index(40.00), Domestic Price of Gold(10.00), Domestic Price of Silver(5.00)
6. Axis Multi Asset Allocation Fund
- पिछले 5 साल का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान): 15.71%
- 5 साल पहले निवेश किए 1 लाख रुपये का मौजूदा मूल्य: 2,07,422 रुपये
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 1,320.37 करोड़ रुपये
- बेंचमार्क : NIFTY 500 TRI(65.00), NIFTY Composite Debt Index(20.00), Domestic Price of Gold(7.50), Domestic Price of Silver(7.50)
मल्टी एसेट फंड्स क्या होते हैं?
मल्टी एसेट फंड्स उन म्यूचुअल फंड स्कीम्स को कहते हैं, जिनके पोर्टफोलियो में तीन या उससे अधिक एसेट क्लास शामिल होते हैं. ये फंड्स इक्विटी, डेट / बॉन्ड्स से लेकर गोल्ड, सिल्वर जैसी कमोडिटीज तक में निवेश करते हैं. कुछ मल्टी एसेट फंड्स रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REITs), इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvITs) और इंटरनेशनल स्टॉक्स में भी निवेश करते हैं. इनका उद्देश्य विभिन्न एसेट क्लास में निवेश करके रिस्क को कम करना और हर मार्केट कंडीशन में बेहतर रिटर्न देना है.
मल्टी एसेट फंड्स के फायदे
रेडीमेड पोर्टफोलियो: यह फंड्स निवेशकों को एक रेडीमेड पोर्टफोलियो में पैसे लगाने का मौका देते हैं जो अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश करता है.
रिस्क मैनेजमेंट: रिस्क को मैनेज करने के लिए मल्टी एसेट फंड्स समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो की रीबैलेंसिंग करते रहते हैं, जिससे मार्केट के उतार-चढ़ाव से निपटने में मदद मिलती है.
डायर्सिफिकेशन : निवेशकों को हर एसेट क्लास के लिए अलग-अलग फंड्स में निवेश नहीं करना पड़ता. एक ही स्कीम में डायर्सिफिकेशन का लाभ मिल जाता है.
सोच समझकर करें निवेश
मल्टी एसेट फंड्स, हाई रिटर्न देने की क्षमता के साथ बेहतर रिस्क मैनेजमेंट की सुविधा भी देते हैं. ये फंड्स खासकर उन निवेशकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकते हैं, जो एक बैलेंस्ड पोर्टफोलियो की तलाश में हैं. लेकिन बैलेंस पोर्टफोलियो के बावजूद बड़े मार्केट एक्सपोजर की वजह से ज्यादातर मल्टी एसेट फंड्स हाई या वेरी हाई रिस्क कैटेगरी में आते हैं. इसलिए इनमें निवेश का कोई भी फैसला अपनी जोखिम उठाने की क्षमता को ध्यान में रखकर ही करना चाहिए. यह बात भी नहीं भूलनी चाहिए कि किसी भी म्यूचुअल फंड का पिछला रिटर्न भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं हो सकता.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. म्यूचुअल फंड के पिछले रिटर्न को भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)