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पीएम किसान योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलती है.
PM Kisan 20th Installment Date:पीएम किसान योजना (PM-KISAN) के तहत अब तक 19 किस्तें देशभर के करोड़ों किसानों को मिल चुकी हैं. अब सभी लाभार्थी 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि अगली किस्त जून 2025 में कभी भी किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जा सकती है. लेकिन ध्यान दें अगर आपने कुछ जरूरी औपचारिकताएं पूरी नहीं की हैं, तो आपका पैसा अटक सकता है या मिलने में देरी हो सकती है.
सरकार की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सिर्फ पात्र किसानों को ही लाभ मिले और किसी भी अपात्र व्यक्ति को योजना का फायदा न मिले. इसके लिए सरकार PM Kisan Saturation Drive भी चलाया ताकि हर पात्र किसान को योजना में शामिल किया जा सके.
PM Kisan: पीएम किसान योजना क्या है?
पीएम-किसान एक सरकारी स्कीम है. जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने फरवरी 2019 में कृषि योग्य भूमि वाले किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू किया था. इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलती है. सरकार हर वित्त वर्ष में तीन बराबर किस्तों में दो-दो हजार रुपये करके योजना के लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में भेजती है.
कब खाते में आएंगे पैसे?
अगर पिछले 6 सालों के ट्रेंड पर नजर डालें, तो पीएम किसान योजना की अप्रैल-जुलाई किस्त अधिकतर मामलों में मई महीने में किसानों के खाते में भेजी गई है. हालांकि, अब मई का आखिरी हफ्ता चल रहा है और जून की शुरुआत करीब है. सरकार ने पहले भी दो बार जून के तीसरे या चौथे सप्ताह में किसानों को किस्त भेजी है, जबकि सिर्फ एक बार जुलाई में भुगतान किया गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार भी जून के तीसरे या चौथे हफ्ते में किसानों के खातों में पैसे आने की संभावना है. सरकार की ओर से फिलहाल इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
अगली किस्त पाने से पहले पूरे करें ये 3 जरूरी काम
सरकार ने सभी पात्र किसानों से आग्रह किया है कि वे समय पर अपनी eKYC प्रक्रिया पूरी करें, आधार कार्ड को बैंक खाते से जोड़ें और अपने भूमि रिकॉर्ड की जांच करवा लें, ताकि उन्हें केंद्र सरकार की किसान योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके.
ई-केवाईसी (eKYC)
सभी किसानों को अपना eKYC पूरा कराना अनिवार्य है. यह काम आप pmkisan.gov.in वेबसाइट पर या किसी नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर कर सकते हैं.
बैंक खाता आधार से लिंक करें
आपका बैंक खाता आपके आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए, ताकि DBT के ज़रिए किस्त सीधे खाते में आ सके. यह काम आप अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर कर सकते हैं.
भूमि रिकॉर्ड वेरीफिकेशन (Land Verification)
कृषि भूमि के दस्तावेज सही और अपडेट होने चाहिए. राज्यों द्वारा जमीन की जांच की जा रही है, जिससे अपात्र लोगों को योजना से बाहर किया जा सके. बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर अब तक 14 राज्यों के 6.1 करोड़ (61 मिलियन) किसानों को डिजिटल आईडी (फार्मर आईडी या किसान आईडी) दी है. हाल ही सामने आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है.
सरकार का लक्ष्य है कि वित्त वर्ष 2026-27 (FY27) तक 11 करोड़ (110 मिलियन) किसानों को "किसान पहचान पत्र" नाम की यह यूनिक ID दी जाए. इस पहचान पत्र में किसान की जमीन, फसलों और अन्य जरूरी जानकारियां दर्ज होंगी. मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, इस ID की मदद से किसानों को कर्ज (Loan) और फसल बीमा की सुविधा जल्दी और आसान तरीके से मिल सकेगी. साथ ही पीएम किसान योजना की रकम भी अब सीधे इस ID से लिंक की जा रही है.
अब तक सबसे ज्यादा IDs इन राज्यों में बनी हैं:
उत्तर प्रदेश – 1.3 करोड़
महाराष्ट्र – 99 लाख
मध्य प्रदेश – 83 लाख
राजस्थान – 75 लाख
आंध्र प्रदेश – 45 लाख
गुजरात – 44 लाख
तमिलनाडु – 30 लाख
असम, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा, केरल, तेलंगाना और अन्य राज्यों में भी काम जारी है.
यह पूरी प्रक्रिया AgriStack नाम की सरकारी डिजिटल योजना के तहत हो रही है, जिसका मकसद किसानों तक सरकारी योजनाओं के लाभ तेजी से और पारदर्शी तरीके से पहुँचाना है. यह डिजिटल ID बिल्कुल आधार कार्ड जैसी होगी. सरकार की योजना है कि FY26 में 3 करोड़ और FY27 में 2 करोड़ किसान और जोड़े जाएंगे.
अगर ये काम पूरे नहीं किए गए, तो खाते में किस्त की राशि मिलने में देरी हो सकती है या राशि रोकी जा सकती है.
ई-केवाईसी प्रक्रिया करने के आसान स्टेप्स
पीएम किसान (PM-Kisan) के तहत पात्र किसानों को सालाना 6000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है. स्कीम की अगली किस्त पाने के लिए अब ई-केवाईसी (eKYC) करवाना जरूरी हो गया है. आपकी 20वीं किस्त अटक न जाए इसके लिए जरूरी है कि ई-केवाईसी करवा लें. यहां केवीआई कराने के आसान स्टेप्स बताए गए हैं.
पीएम-किसान के लिए ई-केवाईसी के तरीके
- फेस ऑथेंटिकेशन बेस्ड ई-केवाईसी- पीएम-किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से
- बायोमेट्रिक बेस्ड ई-केवाईसी - कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) और राज्य सेवा केंद्र (SSK) के माध्यम से
- ओटीपी बेस्ड ई-केवाईसी - पीएम-किसान पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से
फेस ऑथेंटिकेशन आधारित ई-केवाईसी
गूगल प्ले स्टोर से पीएम-किसान मोबाइल ऐप और आधार फेस आरडी ऐप डाउनलोड करें.
ऐप खोलें और अपने पीएम-किसान रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से लॉगिन करें.
ई-केवाईसी सेक्शन में जाएं.
यदि ई-केवाईसी स्टेटस "नहीं" दिखाता है, तो "ई-केवाईसी" पर क्लिक करें.
अपना आधार नंबर दर्ज करें और फेस स्कैन करें.
सफलतापूर्वक स्कैन होने के बाद, आपकी ई-केवाईसी पूरी हो जाएगी.
बायोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी
- अपने नजदीकी CSC, SSK केंद्र पर आधार कार्ड और आधार से लिंक मोबाइल नंबर के साथ जाएं.
- CSC, SSK ऑपरेटर आपकी बायोमेट्रिक पहचान को आधार वेरिफिकेशन के माध्यम से पूरा करने में मदद करेगा.
ओटीपी आधारित ई-केवाईसी
किसान का आधार से लिंक सक्रिय मोबाइल नंबर होना चाहिए.
- पीएम-किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं.
- होमपेज के दाईं ओर "ई-केवाईसी" पर क्लिक करें.
- अपना आधार नंबर दर्ज करें और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी सबमिट करके अपनी ई-केवाईसी पूरी करें.
पीएम किसान: स्टेटस ऐसे करें चेक
pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएं
"किसान कॉर्नर" में "लाभार्थी स्थिति (Beneficiary Status)" पर क्लिक करें
अपना आधार नंबर या बैंक खाता नंबर डालें
अपनी किस्त की स्थिति और पात्रता देखें
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर अपनी स्थिति की नियमित जांच करते रहें और किसी भी नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक घोषणाओं पर नजर बनाए रखें. जिन किसानों के मन में कोई संदेह है या सहायता की आवश्यकता है, तो वे पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर 155261 या 1800115526 (टोल फ्री) पर संपर्क कर सकते हैं, या ईमेल के माध्यम से pmkisan-ict@gov.in पर अपनी समस्या भेज सकते हैं.