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PM Modi attacks Mamata Govt : पश्चिम बंगाल के बारासात की रैली में ममता बनर्जी की सरकार के खिलाफ चुनावी भाषण देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (Photo : PTI)
Election 2024 : PM Modi attacks Mamata Govt in West Bengal Rally: पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की चुनावी रैली में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और उनकी राज्य सरकार पर बेहद तीखे हमले किए. मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति करने और ‘वोट जिहाद’ को बढ़ावा देने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के अधिकार छीने हैं. उन्होंने मंगलवार को राज्य के बारासात की चुनावी रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना कलकत्ता हाईकोर्ट के जजों पर सवाल उठाने के लिए भी उनकी आलोचना की. उन्होंने यह भी कहा कि “अब मोदी देश को और विशेषकर पश्चिम बंगाल को एक और बड़ी गारंटी दे रहा है - जिसने खाया है, उससे बाहर निकालूंगा.”
अब मोदी एक और बड़ी गारंटी दे रहा है : मोदी
पश्चिम बंगाल के बारासात में दिए चुनावी भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने खुद को भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती से कदम उठाने वाला नेता बताते हुए कहा, ‘‘जब आपने मुझे अवसर दिया था, तो मैंने पूरे देश को गारंटी दी थी कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा. अब मोदी देश को और विशेषकर पश्चिम बंगाल को एक और बड़ी गारंटी दे रहा है - जिसने खाया है, उससे बाहर निकालूंगा और जिसका खाया है, उसको लौटाऊंगा. तृणमूल नेताओं के पास से नोटों के जो पहाड़ निकले हैं, उस पैसे का हिसाब होगा.’’
तृणमूल ने ओबीसी को जो धोखा दिया : मोदी
पीएम मोदी ने तृणमूल कांग्रेस पर ओबीसी को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘बंगाल में तृणमूल ने ओबीसी को जो धोखा दिया, उसकी पोल अदालत ने खोल दी है. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कहा है कि 77 मुसलमान जातियों को ओबीसी घोषित करना गैर-कानूनी और असंवैधानिक है. यानी तृणमूल ने लाखों ओबीसी नौजवानों का हक रातों-रात वोट जिहाद वालों की मदद के लिए लूट लिया. तृणमूल ने राज्य के ओबीसी समुदाय को धोखा दिया है.’’ उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद राज्य की मुख्यमंत्री का रवैया हैरान करने वाला था. उन्होंने कहा, ‘‘यहां के न्यायाधीशों की नीयत पर और हमारी न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं. मैं तृणमूल वालों से पूछना चाहता हूं कि अब न्यायाधीशों के पीछे भी अपने गुंडे छोड़ दोगे क्या? पूरा देश देख रहा है कि कैसे तृणमूल बंगाल में न्यायपालिका का गला घोंट रही है.’’ मोदी ने कहा, ‘‘तृणमूल से सच बर्दाश्त नहीं होता. जो कोई भी तृणमूल के गुनाह सामने लाता है, वह उनको निशाना बनाती है.
पूर्व जज के बीजेपी से चुनाव लड़ने और बयानों पर उठे हैं सवाल
कलकत्ता हाईकोर्ट ने पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल में कई वर्गों को 2010 में दिए गए ओबीसी के दर्जे को रद्द करने का आदेश दिया और इस तरह के आरक्षण को अवैध करार दिया. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वह राज्य में कई वर्गों के OBC दर्जे को रद्द करने वाले कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को ‘स्वीकार नहीं करेंगी’. बनर्जी ने इसे भाजपा के प्रभाव में दिया गया फैसला करार देते हुए यह उदाहरण भी दिया था कि किस तरह हाईकोर्ट के एक पूर्व जज न्यापालिका से इस्तीफा देकर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं और दूसरे जज ने रिटायर होते समय बताया कि वे हमेशा से आरएसएस के स्वयंसेवक रहे हैं और हमेशा रहेंगे.
संदेशखालि के मुद्दे पर ममता सरकार को घेरा
प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने संदेशखालि मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) की आलोचना करते हुए कहा कि उसने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने से परहेज किया और अब अत्याचार झेलने वाली महिलाओं पर उंगली उठा रही है. मोदी की यह टिप्पणी संदेशखालि की महिलाओं के कई कथित वीडियो प्रसारित होने के बीच आई है, जिनमें दावा किया गया है कि भाजपा के एक स्थानीय नेता ने उन महिलाओं से सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाए थे, जिन्हें बाद में यौन उत्पीड़न की शिकायतों के रूप में भर दिया गया था. हालांकि प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर उन वीडियो का जिक्र नहीं किया. इन वीडियो की प्रामाणिकता की अब तक पुष्टि नहीं हो सकी है.