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PM Modi in Varanasi: वाराणसी में रोपवे के निरीक्षण के दौरान वर्चुअल रियलिटी हेडसेट का इस्तेमाल करते प्रधानमंत्री मोदी. (ANI Photo)
PM Modi vs Rahul Gandhi : लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं नेताओं के बीच जुबानी घमासान तेज होता जा रहा है. इसकी एक मिसाल उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के भाषण और उस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पलटवार में देखने को मिली. पीएम मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में दिए अपने भाषण में राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के युवराज काशी की धरती पर आकर उत्तर प्रदेश के नौजवानों को नशेड़ी बता रहे हैं. उनके इस बयान के थोड़ी ही देर बाद जवाबी हमला करते हुए राहुल गांधी ने कह दिया कि पीएम ‘नानी को ननिहाल का हाल सुना रहे हैं’.
पीएम मोदी ने वाराणसी में साधा राहुल पर निशाना
दरअसल मोदी और राहुल के बीच यह जुबानी घमासान उस वक्त शुरू हुआ, जब प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 35 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद आयोजित जनसभा में नाम लिए बिना राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''कांग्रेस के शाही परिवार के युवराज…काशी की धरती पर आकर कह रहे हैं कि काशी के नौजवान, उत्तर प्रदेश के नौजवान नशेड़ी हैं. यह कैसी भाषा है भाई….मोदी को गाली देते देते इन्होंने दो दशक बिता लिए, लेकिन अब ईश्वर रूपी जनता जनार्दन, उत्तर प्रदेश के नौजवानों पर अपनी कुंठा निकाल रहे हैं. जिनके अपने होश ठिकाने नहीं हैं वो उत्तर प्रदेश के, मेरे काशी के बच्चों को नशेड़ी कह रहे हैं.'' इसके आगे मोदी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ''इंडी गठबंधन द्वारा उत्तर प्रदेश के नौजवानों का यह अपमान कोई नहीं भूलेगा.'' पीएम मोदी और बीजेपी के दूसरे नेता देश के प्रमुख विपक्षी दलों के अलायंस “इंडिया” का मजाक उड़ाने के लिए उसे ‘इंडी’ गठबंधन बोलते हैं. पीएम मोदी ने अपने चुनावी भाषण में ये दावा भी किया कि उत्तर प्रदेश अपनी सभी 80 लोकसभा सीटें एनडीए के नाम करने वाला है.
मोदी को गाली देते-देते तो इन्होंने 2 दशक बिता दिए और अब ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन पर, यूपी के नौजवानों पर ही ये लोग अपनी Frustration निकाल रहे हैं।
— BJP (@BJP4India) February 23, 2024
जिनके अपने होश ठिकाने नहीं हैं, वो यूपी के, मेरी काशी के बच्चों को नशेड़ी कह रहे हैं।
- पीएम श्री @narendramodi
पूरा देखें:… pic.twitter.com/YXqAKMbvF5
राहुल गांधी ने वाराणसी के युवाओं के बारे में क्या कहा था?
दरअसल पीएम मोदी ने राहुल गांधी के जिस बयान पर टिप्पणी की है, वो उन्होंने कुछ दिनों पहले ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान अमेठी में दिया था. राहुल ने बेरोजगारी (Unemployment), भर्ती में होने वाले कथित घोटालों और पेपर लीक जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा था कि अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने वाराणसी में कुछ युवाओं को आधी रात के बाद नशे में धुत्त होकर सड़कों पर लेटे हुए और नशे की हालत में डांस करते देखा. यह देखकर उन्हें काफी तकलीफ हुई. मोदी ने राहुल गांधी के इसी बयान को वाराणसी और यूपी के तमाम युवाओं को नशेड़ी बताने वाला करार देते हुए लोगों की भावनाओं को कांग्रेस के खिलाफ मोड़ने की कोशिश की है.
पीएम मोदी को राहुल गांधी का जवाब
प्रधानमंत्री मोदी के इस चुनावी हमले का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं..और वहां से मात्र 100 किमी दूर वाराणसी में प्रधानमंत्री युवाओं के नाम पर युवाओं को ही बरगला रहे हैं. ठेठ बनारसी अंदाज में कहें तो मोदी जी नानी को ननिहाल का हाल सुना रहे हैं.” अपने इस जवाबी हमले के साथ ही राहुल ने यूपी में पेपर लीक के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो भी शेयर कर दिया.
लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 23, 2024
और वहां से मात्र 100 किमी दूर वाराणसी में प्रधानमंत्री युवाओं के नाम पर युवाओं को ही बरगला रहे हैं।
ठेठ बनारसी अंदाज में कहें तो मोदी जी ‘नानी को ननिहाल का हाल सुना रहे हैं’। pic.twitter.com/rjnrdu2ViQ
राहुल ने इलेक्टोरल बॉन्ड का मसला भी उठाया
शुक्रवार को ही राहुल गांधी ने अपनी एक और सोशल मीडिया पोस्ट में मोदी पर तीखा हमला करते हुए लिखा, “क्या आपको प्रधानमंत्री की ‘चंदा दो, बेल और बिजनेस लो’ योजना के बारे में पता है? देश में प्रधानमंत्री ‘वसूली भाई’ की तरह ED, IT और CBI का दुरुपयोग कर ‘चंदे का धंधा’ कर रहे हैं. रिपोर्ट्स में सामने आया है कि वसूली एजेंट बन चुकी एजेंसियों की जांच में फंसी 30 कंपनियों ने भाजपा को जांच के दौरान 335 करोड़ का चंदा दिया. चंदे का धंधा इतनी बेशर्मी से चल रहा है कि MP की एक डिस्टिलरी के मालिकों ने बेल मिलते ही भाजपा को चंदा दिया. मित्र की कंपनी को बेईमानी से फायदा और बाकियों के लिए अलग कायदा? मोदी राज में भाजपा को दिया ‘अवैध चंदा’ और ‘Electoral Bond’ ही ‘Ease Of Doing Business’ की गारंटी है.”
क्या आपको प्रधानमंत्री की ‘चंदा दो, बेल और बिजनेस लो’ योजना के बारे में पता है?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 23, 2024
देश में प्रधानमंत्री ‘वसूली भाई’ की तरह ED, IT और CBI का दुरुपयोग कर ‘चंदे का धंधा’ कर रहे हैं।
रिपोर्ट्स में सामने आया है कि वसूली एजेंट बन चुकी एजेंसियों की जांच में फंसी 30 कंपनियों ने भाजपा को…
सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तरफ किया इशारा
दरअसल राहुल गांधी ने अपने इस कमेंट के जरिए सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले की तरफ इशारा किया है, जिसमें देश की सबसे बड़ी अदालत ने मोदी सरकार के लाए इलेक्शन बॉन्ड को संविधान के खिलाफ बताते हुए खारिज कर दिया है और इस बॉन्ड के जरिए चंदे के बदले फायदा पहुंचाए जाने की आशंका भी जाहिर की है. कोर्ट ने 2019 से अब तक इस बॉन्ड के जरिए दिए गए सारे चंदे का पूरा ब्योरा सार्वजनिक करने का आदेश भी चुनाव आयोग और इन्हें जारी करने वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को दिया है. यही वजह है कि विपक्ष इस बॉन्ड को मोदी सरकार के भ्रष्टाचार का सबूत बताकर तीखे हमले कर रहा है.