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ना हँसी, ना बातचीत: तेजस्वी और तेज प्रताप की एयरपोर्ट पर खामोश टकराहट हुई वायरल

पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के बीच दूरी साफ नजर आई। तेज प्रताप पार्टी में लौटने से इंकार कर चुके हैं और सिद्धांत व आत्म-सम्मान को सत्ता से ऊपर मानते हैं. भाई ने उन्हें मुस्कुराकर निहाल किया, लेकिन सुलह की कोई संभावना नहीं.

पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के बीच दूरी साफ नजर आई। तेज प्रताप पार्टी में लौटने से इंकार कर चुके हैं और सिद्धांत व आत्म-सम्मान को सत्ता से ऊपर मानते हैं. भाई ने उन्हें मुस्कुराकर निहाल किया, लेकिन सुलह की कोई संभावना नहीं.

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Anwesha Sharma
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Tejaswi n Tej pratap Yadav

एयरपोर्ट पर यादव भाईयों की साइलेंट टकराहट, सोशल मीडिया पर वायरल हुई. Photograph: (X video screengrab)

बुधवार को पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव के बीच की दरार सबके सामने स्पष्ट रूप से नजर आई. लालू प्रसाद यादव ( Lalu Prasad Yadav) के सबसे बड़े पुत्र को इस साल मई में “बेपरवाह व्यवहार” (irresponsible behaviour) और पारिवारिक मूल्यों तथा ईमानदारी का पालन न करने के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.

तेज प्रताप यादव पटना एयरपोर्ट पर यूट्यूबर समदीश भाटिया को एक वीडियो इंटरव्यू दे रहे थे, उसी समय तेजस्वी यादव और मुकेश साहनी वहां पहुंचे. कैमरों ने तुरंत ध्यान केंद्रित किया और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को उपस्थित लोगों के साथ बातचीत और हाथ मिलाते हुए दिखाया, जबकि तेज प्रताप चुपचाप किनारे पर खड़े रहे.

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तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप को देखकर हाथ उठाकर मुस्कुराते हुए अभिवादन किया. 

उन्होंने तेज प्रताप की ओर बढ़े बिना कहा, “भाई, मुझे शॉपिंग पर ले जा रहे हो क्या?” इस पर भाटिया ने जवाब दिया, “वह मुझे तोहफा दे रहे हैं.”

“आप बहुत लकी हैं,” तेजस्वी ने सिर हिलाते और मुस्कुराते हुए कहा.

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‘RJD में लौटने से बेहतर है मौत’

जनशक्ति जनता दल के नेता ने अक्टूबर के अंत में भी किसी सुलह की संभावना को पूरी तरह से खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि इससे बेहतर वे मरना पसंद करेंगे. उन्होंने बिहार चुनाव से पहले इंडिया ब्लॉक द्वारा अपने छोटे भाई को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनाए जाने पर भी तंज कसा. यादव का कहना था कि “किसी को सत्ता की कुर्सी पर बैठने के लिए लोगों के आशीर्वाद की आवश्यकता होती है.”

उन्होंने पीटीआई से कहा, “मैं उस पार्टी में लौटने के बजाय मौत को चुनूंगा. मुझे सत्ता की भूख नहीं है. मेरे लिए सिद्धांत और आत्म-सम्मान सर्वोपरि हैं. मेरे लिए सबसे बड़ा काम लोगों के लिए काम करना है. मैं इसे सच्चे दिल से करता हूं और लोग मुझे पसंद करते हैं और मुझ पर भरोसा करते हैं.”

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(एजेंसियों से मिली जानकारी के साथ)

Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed by FE Editors for accuracy.

To read this article in English, click here.

Lalu Prasad Yadav Tejaswi Yadav