/financial-express-hindi/media/media_files/2025/08/27/donald-trump-claims-claims-stopped-india-pakistan-war-file-ap-2025-08-27-11-47-07.jpg)
Trump New Claim : डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत-पाक की जंग रोकने के लिए “इतना ऊंचा टैरिफ लगाने की धमकी दी थी जिससे सिर चकरा जाए.” (File Photo : AP)
Trump Again Claims Role in India-Pakistan Ceasefire : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई रोकने में उनकी बड़ी भूमिका थी. ट्रंप का दावा है कि उन्होंने युद्ध विराम से कुछ ही घंटे पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के अधिकारियों से बात की थी और ट्रेड डील नहीं करने और भारी टैरिफ लगाने का दबाव डालकर जंग रुकवाई थी. ट्रंप ने एक ताजा बयान में कहा कि जंग रुकने से करीब 5 घंटे पहले उन्होंने दोनों देशों को “इतना ऊंचा टैरिफ लगाने की धमकी दी थी जिससे सिर चकरा जाएगा”. ट्रंप का दावा है कि ये धमकी देने के बाद सिर्फ 5 घंटे में भारत-पाकिस्तान में युद्ध विराम हो गया. ट्रंप का ताजा बयान भारत और अमेरिका के बीच आपसी रिश्तों में आई कड़वाहट को और बढ़ाने का काम कर सकता है. इन दावों से उलट हाल ही में ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं कि पीएम मोदी ने ट्रंप के 4 बार फोन करने पर भी उनसे बात तक नहीं की.
ट्रंप इस तरह के दावे बार-बार करते आ रहे हैं, जबकि भारत पूरी तरह से साफ कर चुका है कि युद्ध विराम का फैसला, भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच सीधी बातचीत के बाद हुआ था. इसमें अमेरिका का कोई दखल नहीं था. हैरानी की बात यह है कि ट्रंप ने यह दावा ऐसे वक्त में किया, जब अगले ही दिन भारत के खिलाफ अमेरिका का 50% टैरिफ लागू होने जा रहा था. यानी वे जिस टैरिफ की धमकी देकर जंग रुकवाने के दावे कर रहे हैं, वो तो उन्होंने लगा ही दिया है.
पीएम मोदी और पाकिस्तान से बातचीत का दावा
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कैबिनेट मीटिंग को संबोधित करते हुए दावा किया कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के अधिकारियों से अलग-अलग बातचीत की थी. ट्रंप ने कहा, “मैं एक शानदार इंसान, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर रहा था. मैंने उनसे पूछा कि पाकिस्तान के साथ क्या चल रहा है? फिर मैंने पाकिस्तान से भी बातचीत की. दोनों देशों में गहरी नफरत है. यह दुश्मनी अलग-अलग नामों से सैकड़ों साल से चली आ रही है.”
न्यूक्लियर वॉर रोकने के लिए दी थी धमकी : ट्रंप
ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों से साफ कह दिया था कि अगर हालात नहीं सुधरे तो अमेरिका उनके साथ व्यापार समझौते करने के लिए तैयार नहीं होगा. उन्होंने कहा, “मैंने कहा कि मैं आप लोगों के साथ कोई डील नहीं करना चाहता. अगर आप लोग लड़ाई जारी रखेंगे तो न्यूक्लियर वॉर हो सकता है. मैंने साफ चेतावनी दी कि अगर हालात नहीं सुधरे तो हम इतने ऊंचे टैरिफ लगाएंगे कि आपका सिर चकरा जाएगा.”
पांच घंटे में जंग रोकने का दावा
ट्रंप ने आगे कहा कि उनकी इस धमकी का असर तुरंत हुआ और कुछ ही घंटों में हालात काबू में आ गए. उन्होंने कहा, “करीब पांच घंटे के भीतर ही जंग रुक गई. अब शायद यह फिर से शुरू हो सकता है, मुझे नहीं पता, लेकिन अगर ऐसा होगा तो मैं इसे फिर रोक दूंगा. हम इस तरह की चीजें होने नहीं दे सकते.”
भारत-पाक की लड़ाई में 7 जेट गिराए गए : ट्रंप
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के जंग के दौरान सात या उससे ज्यादा फाइटर जेट्स गिराए गए थे. उन्होंने कहा, “मैंने देखा कि वे लड़ रहे हैं और फिर सात जेट्स गिराए गए. यह अच्छी बात नहीं थी. यह बहुत महंगे जहाज थे, करीब 150 मिलियन डॉलर के प्लेन. असल में गिराए गए विमानों की संख्या रिपोर्ट नहीं की गई थी.”
मैंने कई लड़ाइयां रोकी हैं : ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुद अपनी बड़ाई करते हुए दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के अलावा उन्होंने दुनिया भर में कई लड़ाइयों को रोकने का काम किया है. ट्रंप ने कहा “मैंने टैरिफ और ट्रेड का इस्तेमाल हथियार की तरह किया है. मैंने साफ कहा कि अगर आप लड़ाई करना चाहते हैं और सबको मारना चाहते हैं, तो करिए, लेकिन फिर आपको हमारे साथ व्यापार करने के लिए 100% टैरिफ देना होगा. नतीजा यह हुआ कि सब पीछे हट गए. मैंने कई जंग रोकीं. इनमें सबसे बड़ी जंग भारत और पाकिस्तान की थी.”
VIDEO | Washington: US President Donald Trump (@POTUS) says, "India and Pakistan... I saw them they were fighting... then I saw seven jets were shot down, I said that's not good, that's a lot of jets... I am talking to a very terrific man, Modi of India. I said what's going on… pic.twitter.com/Vbq2tdXvSO
— Press Trust of India (@PTI_News) August 27, 2025
ट्रंप के दावों को खारिज कर चुका है भारत
ट्रंप के इन बड़े-बड़े दावों को भारत बार-बार खारिज करता रहा है. भारत ने कई बार कहा है कि पाकिस्तान के साथ टकराव को रोकने और तनाव घटाने का काम दोनों देशों की सेनाओं ने आपसी बातचीत से किया था, जिसमें किसी तीसरे देश की भूमिका नहीं थी. भारत का हमेशा से यही रुख रहा है कि उसे पाकिस्तान के साथ अपने मसले सुलझाने के लिए तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है.