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मंगलवार 27 फरवरी को यूपी की 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं, जिनमें से एक सीट के लिए बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. (File Photo : Indian Express)
Uttar Pradesh Rajya Sabha Election, 27 February 2024: कल यानी मंगलवार 27 फरवरी को यूपी की 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. इनमें से 9 सीटों का फैसला तो आसानी से हो जाने के आसार हैं, लेकिन एक सीट के लिए बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. दरअसल यूपी से राज्य सभा की जिन 10 सांसदों के लिए मंगलवार को चुनाव होना है, उनमें विधायकों की संख्या के लिहाज से बीजेपी के 7 और समाजवादी पार्टी के 3 सांसद निर्विरोध जीत सकते थे. लेकिन बीजेपी ने 8वें उम्मीदवार के तौर पर एक पूर्व सपा नेता को मैदान में उतारकर मुकाबले में अलग ही दांव चल दिया है. ऐसे में मंगलवार के मतदान में बीजेपी की 8वीं सीट पर चुनावी जीत का ऊंट किस करवट बैठेगा, इस बारे में अटकलें तेज हो गई हैं.
यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार उतारे जाने की वजह से बीजेपी और समाजवादी पार्टी के अलावा दूसरे दलों के विधायकों की अहमियत बढ़ गई है. जिसमें एक तरफ बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए में शामिल दल हैं तो दूसरी तरफ सपा और कांग्रेस समेत कई प्रमुख विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल पार्टियों के विधायक. यूपी राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections) में सभी 10 सीटों के लिए मतदान और नतीजों का एलान मंगलवार को ही होना है.
यूपी विधानसभा में दलों की स्थिति
उत्तर प्रदेश की कुल 403 सदस्यों वाली विधानसभा की चार सीटें फिलहाल खाली हैं. यानी अभी कुल 399 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी (BJP) के 252 और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के 108 विधायक हैं. वहीं इंडिया गठबंधन में सपा की सहयोगी कांग्रेस के पास 2 सीटें हैं. दूसरी तरफ बीजेपी के सहयोगी दलों में अपना दल (सोनेलाल) के पास 13, निषाद पार्टी के पास 6, राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के पास 9, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के पास 6, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास 2 और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पास विधानसभा की एक सीट है.
कौन हैं बीजेपी और सपा के उम्मीदवार
बीजेपी ने मैदान में उतारे गए उम्मीदवारों में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता आर पी एन सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन शामिल हैं. लेकिन बीजेपी ने इन 7 प्रत्याशियों के अलावा 8वें उम्मीदवार के रूप में स्थानीय उद्योगपति संजय सेठ को मैदान में उतार दिया है, जिससे एक सीट पर कड़ी टक्कर होने के आसार हैं. पूर्व सपा नेता संजय सेठ 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे. सेठ ने कुछ दिनों पहले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी नामांकन पत्र दाखिल किया था. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और राज्य के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है.
राज्यसभा के लिए कैसे होगा चुनाव
निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने बताया कि उत्तर प्रदेश से राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए पहली वरीयता के 36.37 वोटों की जरूरत होगी. यह पूछे जाने पर कि क्या जेल में बंद तीन विधायक भी राज्यसभा चुनाव में वोट डाल पाएंगे, दुबे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि यह फैसला संबंधित राजनीतिक दल और अदालत के आदेश पर निर्भर है. जेल में बंद ये तीन विधायक हैं - समाजवादी पार्टी के इरफान सोलंकी, रमाकांत यादव और SBSP नेता अब्बास अंसारी. दुबे ने बताया कि राज्यसभा के लिए मतदान मंगलवार को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा. मतगणना शाम 5 बजे शुरू होगी और नतीजे मंगलवार रात को ही घोषित कर दिए जाने की उम्मीद है.
सबको अपनी जीत का भरोसा
बीजेपी नेता और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भरोसा जाहिर किया है कि यूपी के राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के सभी उम्मीदवार जीत हासिल करेंगे. दूसरी तरफ विधानसभा में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि उनके सभी विधायक राज्यसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों को ही वोट देंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या सपा उम्मीदवारों के लिए क्या आखिरकार एक वोट कम पड़ सकता है, पांडेय ने कहा, ‘‘हमारे वोट कम कैसे रहेंगे? पांडेय ने भरोसा जताया कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के विधायक भी सपा उम्मीदवारों को ही वोट देंगे. पांडेय ने कहा कि 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में SBSP और RLD के टिकट पर भी हमारे लोगों ने चुनाव लड़ा था और वे मूल रूप से सपा के ही हैं. हालांकि दोनों दल फिलहाल बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हैं. आरएलडी की राज्य इकाई के प्रमुख रामाशीष राय ने दावा किया है कि उनके सभी विधायक राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों को वोट देंगे.
जेल में बंद सपा के विधायक दे पाएंगे वोट?
क्या जेल में बंद सपा के दो विधायक चुनाव में वोट डाल पाएंगे? इस सवाल के जवाब में सपा नेता मनोज पांडेय ने कहा कि पार्टी उन्हें लखनऊ लाने की कोशिश कर रही है ताकि वे अपना वोट डाल सकें. सपा के लिए चिंता की बात ये भी है कि उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने कुछ दिनों पहले कहा था कि वे राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं डालेंगी, जया बच्चन और आलोक रंजन को मैदान में उतारने के सपा के फैसले से वे सहमत नहीं हैं. लेकिन रविवार को उन्होंने अपने रुख में थोड़ा बदलाव करते हुए कहा कि वे राज्यसभा चुनाव में वोट तो डालेंगी, लेकिन अब तक ये तय नहीं है कि वे वोट किसे देंगी. हालांकि कांग्रेस के साथ सीटों का समझौता हो जाना, सपा के लिए राहत की खबर है. महाराजगंज जिले के फरेंदा से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच समझौते से राज्यसभा चुनाव की तस्वीर साफ हो गयी है और कांग्रेस के विधायक अब सपा के उम्मीदवारों को ही वोट देंगे.