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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क Photograph: (Image: Reuters, AP Altered by FE)
Trump Tariff: टैरिफ को लेकर एलन मस्क (Elon Musk) और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) के बीच तकरार की खबरें सामने आ रही हैं. वाशिंगटन पोस्ट (Washington Post) की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप से सीधे बात करके उन्हें नए टैरिफ (आयात पर टैक्स) वापस लेने की गुजारिश की.
इसके अलावा अमेरिका की ओर से चीन से आने वाले सामान पर 50% टैक्स लगाने की योजना को लेकर तनाव बढ़ने पर, मस्क ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की. साथ ही ट्रंप को मनाने की कोशिश करते नजर आए. मामले की जानकारी रखने वालों ने इस बात की पुष्टि की. उनके हवाले से वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि कुछ हद तक बातचीत के लिए तैयार होने के बावजूद ट्रंप ने अपने योजनाओं पर जोर दिया. पिछले हफ्ते ही उन्होंने 34% टैरिफ (शुल्क) लगाने की घोषणा की और अब वे इस योजना को लागू करने पर जोर दे रहे हैं.
पहले भी हुआ था टकराव
यह पहली बार नहीं है जब मस्क और ट्रंप के बीच कारोबार को लेकर विवाद हुआ है. साल 2020 में टेस्ला ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ पुराने टैरिफ को लेकर मुकदमा दायर किया था. शुरुआत में मस्क ने इन टैरिफ का समर्थन किया था, लेकिन बाद में उन्होंने इसका विरोध करते हुए अपने स्टाफ को भी डांटा था. इसके बाद कुछ लोगों ने मस्क पर चीन के ज्यादा करीब होने का आरोप लगाया और ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट (America First) पॉलिसी को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगाया.
दबाव डालने की कोशिशें
अब जब नए टैरिफ फिर से लागू किए जा रहे हैं, मस्क के दोस्त और कई बिजनेस लीडर ट्रंप को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. मस्क के दोस्त और इन्वेस्टर जो लोंसडेल (Joe Lonsdale) ने कहा कि ये टैरिफ अमेरिकी कंपनियों को चीन से ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे.
कुछ कारोबारियों ने मिलकर एक ग्रुप भी बनाया है जो ट्रंप को थोड़ी नरमी दिखाने की सलाह देना चाहते हैं. लेकिन अब कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड लटनिक (Commerce Secretary Howard Lutnick), जो पहले मस्क के करीबी माने जाते थे, अब टैरिफ के पक्ष में हैं जिससे हालात और उलझ गए हैं.
टेस्ला की मुश्किलें
इधर, टेस्ला की सेल भी कम हो रही है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मस्क की राजनीति में बढ़ती दिलचस्पी इसकी एक वजह है. एक एनालिस्ट डैन इव्स (Dan Ives of Wedbush Securities) ने कहा कि ट्रंप की नीति और मस्क की भागीदारी ने टेस्ला की छवि को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. सोमवार को टेस्ला का शेयर 2.5% गिरकर 233.29 डॉलर पर बंद हुआ, और इस साल अब तक टेस्ला की कीमत 38% से ज्यादा गिर चुकी है.
थोड़ी नरमी, लेकिन उलझन बरकरार
सोमवार शाम को मस्क ने अमेरिकी ट्रेड प्रतिनिधि की एक पोस्ट शेयर कर उसे गुड प्वाइंट्स कहा, जो कुछ नरमी दिखाता है. लेकिन उनके भाई किम्बल मस्क (Kimbal Musk) ने ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि ट्रंप असल में सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाले राष्ट्रपति साबित हो रहे हैं.
कुछ हफ्ते पहले ही किम्बल ने ट्रंप की तारीफ की थी जब व्हाइट हाउस में टेस्ला कारें दिखाई गई थीं, लेकिन अब माहौल बदल चुका है. मस्क खास तौर पर ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो से नाराज़ हैं, जो इन टैरिफ नीति के मुख्य रचनाकार हैं. मस्क ने सोशल मीडिया पर उनका मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि हार्वर्ड से इकोनॉमिक्स में PhD होना कोई अच्छी बात नहीं है. व्हाइट हाउस ने मस्क की बातों का जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप की टीम में बेहद काबिल लोग हैं और सबका मकसद एक ही है - ट्रंप के फैसलों को लागू करना.
इटली के डिप्टी पीएम से बातचीत में मस्क ने कहा कि अमेरिका और यूरोप को आईडियली एक बिना टैक्स की व्यापार नीति अपनानी चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि स्किल्ड वर्कर्स को एक देश से दूसरे देश जाने में ज्यादा आज़ादी मिलनी चाहिए.
मस्क, जो टेस्ला और दुनिया भर में कई निवेशों के मालिक हैं, हमेशा से टैरिफ के खिलाफ रहे हैं क्योंकि इसका असर सीधे उनके मुनाफे पर पड़ता है. खबर है कि मस्क जल्द ही ट्रंप की सलाहकार भूमिका से हट सकते हैं, लेकिन इस मुद्दे का असर शायद काफी दूर तक जाएगा. ये लड़ाई सिर्फ व्यापार की नहीं है — ये राजनीति, छवि और प्रभाव से जुड़ी है, खासकर एक ऐसे चुनावी साल में जो पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को फिर से बदल सकता है.