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Adani Enterprises : एनसीडी की 8 सीरीज हैं, जिनमें कूपन रेट फिक्स्ड हैं. 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने की अवधि के लिए निवेश के विकल्प हैं. (file image- IE)
Adani Enterprises NCD Subscription Status : अडानी एंटरप्राइजेज का नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर (Non Convertible Debentures) रिटेल निवेशकों को खूब पसंद आ रहा है. इस NCD को 221 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिल चुका है और आज निवेश का दूसरा दिन है. रिटेल निवेशक इसमें जमकर पैसा लगा रहे हैं. अडानी एंटरप्राइजेज की NCD में 17 सितंबर तक निवेश किया जा सकता है. यह 4 सितंबर को खुला था. फिलहाल आप निवेश के लिए किसी बेहतर विकल्प की तलाश में हैं तो आपके पास अच्छा मौका है.
अडानी एंटरप्राइजेज का नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर आपके निवेश पर हाई रिटर्न ऑफर कर रहा है. अलग अलग अवधि में मैच्योर होने वाली स्कीम पर कंपनी 9.90 फीसदी तक सालाना ब्याज दे रही है. 1000 रुपये के फेस वैल्यू पर इस नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर का साइज 800 करोड़ रुपये है. इसका बेस साइज 400 करोड़ है, जबकि इसमें 400 करोड़ रुपये के ग्रीन शू का भी विकल्प है. इस एनसीडी में 17 सितंबर 2024 तक निवेश किया जा सकता है. एनसीडी को BSE और NSE दोनों एक्सचेंज पर लिस्ट कराया जाएगा.
Adani Enterprises NCD : सब्सक्रिप्शन स्टेटस
अडानी एंटरप्राइजेज का नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर अबतक 2.21 गुना सब्सक्राइब हुआ है. रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा अबतक 2.49 गुना या 249 फीसदी भर चुका है. HNI के लिए रिजर्व हिस्सा 2.72 गुना और NII के लिए रिजर्व हिस्सा अबतक 2.16 गुना भरा है.
NCD : 9.70% सालाना तक ब्याज
एनसीडी की 8 सीरीज हैं, जिनमें कूपन रेट फिक्स्ड हैं. एनसीडी के तहत 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने की अवधि के लिए निवेश के विकल्प हैं. इनमें सालाना और मंथली बेसिस पर ब्याज के भुगतान का विकल्प लिया जा सकता है. अलग अलग अवधि में मैच्योर होने वाले विकल्पों के लिए ब्याज दरें 9.25 फीसदी सालाना से 9.90 फीसदी सालाना हैं.
NCD : निवेश की लिमिट
एक एनसीडी की कीमत 1000 रुपये है. निवेशकों को कम से कम 10 एनसीडी में निवेश करना होगा. यानी निवेशकों को कम से कम 10 हजार रुपये निवेश करना होगा. इसे बीएसई लिमिटेड की इलेक्ट्रॉनिक बुक में आवेदन अपलोड करने की तारीख के आधार पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर आवंटन किया जाएगा.
एनसीडी की रेटिंग (Rating of NCD)
इश्यू के तहत जारी किए जाने वाले एनसीडी को केयर रेटिंग्स द्वारा “CARE A+; Positive (Single A Plus; Outlook: Positive) रेटिंग दी गई है. इस रेटिंग वाले विकल्पों को वित्तीय दायित्वों की समय पर सेवा के संबंध में उच्च स्तर की सुरक्षा वाला माना जाता है. ऐसे उपकरणों में क्रेडिट रिस्क बहुत कम होता है. एनसीडी को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट किया जाएगा.
क्या है NCD?
एनसीडी कंपनियों के लिए बाजार से पैसे जुटाने का जरिया है. जिस तरह से कंपनियां आईपीओ के जरिए पैसे जुटाती हैं, उसी तरह से एनसीडी से भी पैसे जुटाती हैं. कोई कंपनी जब NCD के जरिए पैसा जुटाती है तो इसे कर्ज (Debt) की तरह लेती है. इसलिए कंपनी को लिए गए कर्ज पर ब्याज का भुगतान करना होता है. NCD की एक फिक्स्ड मैच्योरिटी डेट होती है और इसमें निवेशकों को एक निश्चित ब्याज दर के साथ रिटर्न मिलता है.
उदाहरण के तौर पर कंपनी ने मसलन कंपनी ने NCD जारी की है, जिसमें आप निवेश करते हैं. आपका जो पैसा इसमें निवेश होता है, उस पर कंपनी आपको तय रेट पर ब्याज देती है. कंपनी को पैसे की जरूरत होती है, इसलिए आपको दिया गया ब्याज भी कुछ ज्यादा होता है. NCD में अलग अलग मैच्योरिटी पीरियड होता है और इसके लिए अलग अलग ब्याज दर तय होता है.
(Disclaimer : हमने यहां एनसीडी के बारे में जानकारी दी है. यह निवेश की सलाह नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एडवाइजर से सलाह लें. एनसीडी के बारे में अच्छे से रिसर्च करें.)