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Motilal Oswal NFO : इस स्कीम में कम से कम 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश कर सकते हैं. (Pixabay)
Motilal Oswal Nifty 500 Momentum 50 Index Fund : मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने अपनी नई स्कीम मोतीलाल ओसवाल निफ्टी 500 मोमेंटम 50 इंडेक्स फंड (Motilal Oswal Nifty 500 Momentum 50 Index Fund) लॉन्च की है. यह न्यू फंड ऑफर (NFO) 4 सितंबर से 18 सितंबर 2024 तक खुला रहेगा. यह एक ओपेन एंडेड इक्विटी फंड है, जो निफ्टी 500 मोमेंटम 50 टोटल रिटर्न इंडेक्स को ट्रैक करेगा. इस स्कीम में कम से कम 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश कर सकते हैं.
इंडेक्स रिटर्न : 19 साल में 1 लाख के बने 76 लाख
अगर किसी निवेशक ने 1 अप्रैल 2005 को 1 लाख रुपये Nifty 50 TRI में लगाया होता तो उसके निवेश की वैल्यू बढ़कर 15,35,531 रुपये हो गई होती. यानी उसे इसमें 15.5 फीसदी सीएजीआर रिटर्न मिला. निवेश की वैल्यू 15 गुना से ज्यादा हो गई.
वहीं अगर 1 अप्रैल 2005 को 1 लाख रुपये Nifty 500 Momentum TRI में लगाया होता तो उसके निवेश की वैल्यू बढ़कर 76,74,855 रुपये हो गई होती. यानी उसे इसमें 25.7 फीसदी सीएजीआर रिटर्न मिला. निवेश की वैल्यू 76 गुना से ज्यादा हो गई.
(Source/Disclaimer: NSE, MOAMC रिसर्च, डाटा 31 जुलाई, 2024 तक. ध्यान रहे कि सिर्फ इस डाटा के आधार पर निवेश नहीं करना चाहिए. पहले का प्रर्शन भविष्य में कायम रह भी सकता है और नहीं भी.)
बेस्ट परफॉर्मेंस वाले टॉप 50 स्टॉक में निवेश
निफ्टी 500 मोमेंटम 50 फंड एक पैसिवली मैनेज्ड इंडेक्स फंड है जो उनके 6 महीने और 12 महीने के प्रदर्शन के आधार पर चुने गए टॉप 50 शेयरों में निवेश करता है. स्टॉक का चयन निफ्टी 500 इंडेक्स के दायरे से किया जाता है. इस फंड का लक्ष्य उन शेयरों में निवेश करके रिटर्न जेनरेट करना है, जिन्होंने समय के साथ मजबूत प्रदर्शन के ट्रेंड दिखाए हैं.
किसे करना चाहिए निवेश
यह म्यूचुअल फंड स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, जो मोमेंटम-ड्राइवेन शेयरों पर ध्यान देने के साथ एक डाइवर्सिफाइड इक्विटी पोर्टफोलियो की तलाश में हैं. यह मॉडरेट से हाई रिस्क उठाने की क्षमता रखने वाले और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग कर रहे निवेशकों के लिए आदर्श विकल्प हो सकता है.
क्या हैं इसमें रिस्क?
किसी भी इक्विटी निवेश की तरह, यह फंड रिस्क ऑफ लॉस की तरह ही मार्केट रिस्क साथ लेकर चलता है. मोमेंटम इन्वेस्टिंग से पोर्टफोलियो टर्नओवर भी बढ़ सकता है, जिससे ट्रांजेक्शन कास्ट बढ़ सकती है और रिटर्न प्रभावित हो सकता है. ऐतिहासिक रूप से यह देखा गया है कि मोमेंटम स्ट्रैटेजी बाजार की तेजी और रिकवरी के फेज में अच्छी तरह से काम कर सकती है और मंदी के फेज में कमजोर प्रदर्शन कर सकती है.
मोमेंटम : बुल मार्केट साइकिल के दौरान
Nifty 500 Momentum 50 TRI : 47 फीसदी
Nifty 50 TRI : 27.7 फीसदी
मोमेंटम : बियर मार्केट साइकिल के दौरान
Nifty 500 Momentum 50 TRI : माइनस 42.5 फीसदी
Nifty 50 TRI : माइनस 38.8 फीसदी
मोमेंटम : रिकवरी फेज में
Nifty 500 Momentum 50 TRI : 39 फीसदी
Nifty 50 TRI : 34.2 फीसदी