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AMFI August 2025 Data : अगस्त लगातार 54वां महीना है जब इक्विटी फंड्स में नेट इनफ्लो देखने को मिला. (Image : Freepik)
Mutual Fund AMFI Data August 2025 : एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने अगस्त 2025 के निवेश और रिडेम्प्शन के लेटेस्ट आंकड़े जारी कर दिए हैं. ये आंकड़े म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के ताजा रुझानों की दिलचस्प तस्वीर पेश करते हैं. एक मोटी तस्वीर है कि अगस्त 2025 में निवेशकों ने जहां एक ओर इक्विटी फंड्स में लगातार पैसे डाले हैं, वहीं डेट फंड्स से बड़े पैमाने पर पैसे निकाले गए हैं.
इक्विटी फंड्स में लगातार 54वें महीने नेट इनफ्लो
AMFI के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त 2025 इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (Equity Funds) के लिए मिला-जुला महीना रहा. कुल नेट इनफ्लो 33,430 करोड़ रुपये रहा, जो जुलाई 2025 के 42,702 करोड़ रुपये की तुलना में करीब 22% कम है. हालांकि यह गिरावट दिखाती है कि निवेशक थोड़े सावधान हो गए हैं, लेकिन यह भी सच है कि यह लगातार 54वां महीना है जब इक्विटी फंड्स में नेट इनफ्लो देखने को मिला.
फ्लेक्सी, मिड और लार्ज कैप में इनफ्लो बढ़ा
अगस्त में सबसे ज्यादा निवेश फ्लेक्सी कैप फंड्स(Flexi Cap Funds) में आया. इस कैटेगरी में 7,679 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो दर्ज हुआ, जो जुलाई के 7,654.33 करोड़ रुपये के नेट-इनफ्लो के मुकाबले थोड़ा बेहतर रहा. मिड कैप फंड्स(Midcap Funds) में भी 5,330 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा, जबकि जुलाई में यह 5,182 करोड़ रुपये था. दिलचस्प बात यह रही कि लार्ज कैप फंड्स में 2,835 करोड़ रुपये का नेट निवेश आया, जो जुलाई के 2,125 करोड़ रुपये से 33% ज्यादा रहा. हालांकि, स्मॉल कैप फंड्स (Small Cap Funds) में निवेश की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी और इसमें नेट इनफ्लो जुलाई के 6,484 करोड़ रुपये से घटकर अगस्त में 4,993 करोड़ रुपये रह गया.
डेट फंड्स में निकासी का दबाव
अगस्त 2025 में डेट म्यूचुअल फंड्स (Debt Funds) ने बड़ा झटका खाया. कुल मिलाकर इस कैटेगरी से 7,980 करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो हुआ. यह तब है जब जुलाई 2025 में इन्हीं फंड्स में 1.07 लाख करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो दर्ज हुआ था. कई सब-कैटेगरी जैसे कॉरपोरेट बॉन्ड फंड्स, बैंकिंग एवं PSU फंड्स और गिल्ट फंड्स से पैसे निकाले गए. इसका बड़ा कारण कॉर्पोरेट्स और संस्थागत निवेशकों की तरफ से मनी मार्केट और लिक्विड फंड्स से निकासी बताई जा रही है, जो आमतौर पर तिमाही खत्म होने के बाद होती है.
हाइब्रिड फंड्स का आकर्षण बरकरार
हाइब्रिड फंड्स में निवेशकों का भरोसा जारी रहा. अगस्त में इसमें 15,294 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो दर्ज हुआ. हालांकि यह जुलाई के 20,879 करोड़ रुपये से कम है, लेकिन फिर भी इससे संकेत मिलता है कि निवेशक बैलेंस्ड और डायनैमिक स्ट्रेटजी वाले फंड्स को पसंद कर रहे हैं.
गोल्ड ETF और इंडेक्स फंड्स रहे फेवरिट
गोल्ड ईटीएफ अगस्त में निवेशकों के बीच काफी पॉपुलर रहे. इनमें 2,190 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो आया, जो जुलाई के 1,256 करोड़ रुपये की तुलना में करीब 74% ज्यादा है. इससे यह भी पता चलता है कि सोने की कीमतों में लगातार मजबूती और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौजूदा चुनौतियों के कारण निवेशक गोल्ड को सुरक्षित ऑप्शन मान रहे हैं. इंडेक्स फंड्स और अन्य ईटीएफ का आकर्षण भी बरकरार है. अगस्त में इंडेक्स फंड्स का AUM करीब 3.04 लाख करोड़ रुपये और नेट इनफ्लो 1,503 करोड़ रुपये रहा, जबकि अन्य ईटीएफ का AUM करीब 8.42 लाख करोड़ रुपये और नेट इनफ्लो 7,244 करोड़ रुपये रहा.
NFO कलेक्शन में भारी गिरावट
जुलाई में म्यूचुअल फंड्स की 30 नई स्कीम्स या न्यू फंड ऑफर (New Fund Offer ) लॉन्च हुए थे और उनके जरिये 30,416 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. लेकिन अगस्त में NFO की संख्या घटकर 23 और जुटाई गई रकम सिर्फ 2,859 करोड़ रुपये रह गई.
फोलियो नए रिकॉर्ड पर, कुल AUM घटा
इंडस्ट्री का कुल AUM अगस्त में 75.19 लाख करोड़ रुपये रहा, जो जुलाई के 75.36 लाख करोड़ रुपये से मामूली रूप से कम है. लेकिन इस दौरान फोलियो की कुल संख्या बढ़कर 24.89 करोड़ हो गई. जुलाई में यह संख्या 24.57 करोड़ थी. यानी निवेशकों के लगभग 32 लाख नए खाते जुड़े, जो यह दिखाता है कि छोटे निवेशक लगातार इस इंडस्ट्री का हिस्सा बन रहे हैं.
अगस्त 2025 का महीना इस लिहाज से अहम रहा कि इक्विटी फंड्स में पैसे आते रहे, लेकिन रफ्तार धीमी हुई. फ्लेक्सी कैप, मिड कैप और लार्ज कैप फंड्स में निवेशकों का भरोसा दिखा, जबकि स्मॉल कैप में सावधानी दिखी. दूसरी ओर, डेट फंड्स ने करारा झटका खाया. हाइब्रिड फंड्स और गोल्ड ईटीएफ निवेशकों को आकर्षित करते रहे. कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की दिशा पॉजिटिव है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि निवेशक फिलहाल थोड़े सतर्क हैं.