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Investment Planning : आप अपनी गाढ़ी कमाई को सुरक्षित रखते हुए 3 सरकारी स्कीम के जरिए हर महीने 50,000 रुपये से ज्यादा इनकम कर सकते हैं. (AI Generated)
Investment Plan for Monthly Income : बहुत से लोग रिटायरमेंट के समय अपनी जमा पूंजी को कहीं निवेश कर उसके जरिए कमाई के रास्ते तलाशते हैं, जिससे जिंदगी बेहतर तरीके से चलती रही. लेकिन निवेश का हर विकल्प बहुत सुरक्षित नहीं होता है. ऐसे में बेहतर है कि अपनी जमा पूंजी को ऐसी जगह लगाएं, जहां न तो पैसे डूबने का डर हो, वहीं उस पर रेगुलर आमदनी (Regular Income) भी होती रही. इसके लिए कुछ सरकारी स्कीम बेहतर साबित हो सकती हैं.
आप अपनी मेहनत की कमाई को पूरी तरह से सुरक्षित रखते हुए हर महीने करीब 50,000 रुपये की इनकम कर सकते हैं. इसमें 3 सरकारी स्कीम आपके काम आएंगी. ये स्कीम हैं सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PMVVY) और मंथली इनकम स्कीम (POMIS). खास बात है कि इनमें आपके जमा पैसे सुरक्षित रहेंगे, जिन्हें मैच्योरिटी के बाद वापस भी ले सकते हैं. या उन्हें एक्सटेंड करते हुए लंबे समय तक उनका लाभ ले सकते हैं.
SCSS : सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम को रिटायरमेंट के बाद मंथली इनकम के लिए डिजाइन किया गया है. इस अकाउंट में जमा की अधिकतम लिमिट 30 लाख रुपये है. मौजूदा ब्याज दर 8.2 फीसदी सालाना है. इस अकाउंट को आप 5 साल की मैच्योरिटी के बाद 3 साल के लिए और बढ़ा सकते हैं. अगर आपकी उम्र 60 साल से अधिक है या 55-60 साल के उम्र वर्ग के ऐसे रिटायर्ड कर्मचारी, जिन्होंने वॉलंटियरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) को चुना हो या रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी जिनकी उम्र न्यूनतम 60 साल हो यह अकाउंट खोल सकते हैं.
कैसे होगी रेगुलर इनकम
अकाउंट में अधिकतम जमा: 30 लाख रुपये
ब्याज दर: 8.2 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी पीरियड: 5 साल
मैच्योरिटी पर अमाउंट: 42,03,000 रुपये
सालाना ब्याज: 2,40,600 रुपये
तिमाही ब्याज: 60,150 रुपये
मंथली ब्याज : 20,050 रुपये
POMIS : पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम
पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स में शामिल मंथली इनकम स्कीम (Monthly Income Account) को भी रेगुलर इनकम के लिए डिजाइन किया गया है. पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (POMIS) के लिए सिंगल अकाउंट के जरिए जमा की अधिकतम लिमिट 9 लाख रुपये है. वहीं अगर आप अपने स्पाउस के साथ ज्वॉइंट अकाउंट खोलते हैं तो यह लिमिट 15 लाख रुपये है. इस अकाउंट पर ब्याज दर 7.4 फीसदी सालाना है.
कैसे होगी रेगुलर इनकम
ब्याज दर: 7.4 फीसदी सालाना
ज्वॉइंट अकाउंट से अधिकतम निवेश: 15 लाख रुपये
सालाना ब्याज: 1,11,000 रुपये
मंथली ब्याज: 9250 रुपये
इसमें जमा पैसों पर जो भी सालाना ब्याज होता है, उसे 12 हिस्से में बांट दिया जाता है, और वह हर महीने आपके अकाउंट में आ जाता है. इस स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल है, लेकिन 5 साल बाद नए ब्याज दर के हिसाब से इसे आगे बढ़ा सकते हैं.
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF)
पीपीएफ में रेगुलर इनकम के लिए मैच्योरिटी के बाद इसके एक्सटंड रूल का फायदा उठाना होगा. पीपीएफ स्कीम को 15 साल की मैच्योरिटी के बाद 5 साल-5 साल के लिए कितनी बार भी एक्सटेंड किया जा सकता है. अगर आप मैच्योरिटी के बाद बिना कुछ निवेश किए एक्सटेंड करते हैं तो क्लोजिंग बलेंस पर मौजूदा ब्याज मिलता रहेगा. वहीं, एक्सटेंड किए गए 5 साल में हर साल में एक बार पूरा पैसा निकाल सकते हैं.
कैसे होगी रेगुलर इनकम
एक साल में अधिकतम जमा : 1.50 लाख रुपये
ब्याज दर : 7.1 फीसदी सालाना
अवधि : 15 साल
मैच्योरिटी पर फंड : 40,68,209 रुपये
क्लोजिंग बैलेंस पर मंथली इनकम : 24,000 रुपये
यहां 15 साल बाद आपके पीपीएफ अकाउंट में करीब 40.68 लाख रुपये होगा. रिटायरमेंट के बाद अगर आपने 5-5 साल के लिए स्कीम को बिना किसी निवेश के लिए एक्सटेंड किया तो इस पर 7.1 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता रहेगा. एक साल में आपके खाते में 2,88,843 रुपये ब्याज जुड़ेगा.
नियम के अनुसार आप हर साल पूरा अमाउंट निकाल सकते हैं. अगर आपने एक साल पूरा होने पर सिर्फ ब्याज 2,88,843 रुपये निकाला तो यह 12 महीनों के हिसाब से करीब 24,000 रुपये मंथली होगा. इस निकासी पर कोई टैक्स भी नहीं लगेगा. जबकि 40.68 लाख का फंड अकाउंट में हमेशा पड़ा रहेगा.