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Credit Card : क्रेडिट कार्ड का डाटा चोरी होने की स्थिति में, आपको तुरंत कार्ड जारी करने वाले बैंक को इसकी सूचना देनी चाहिए. (Pixabay)
How to Avid Credit Card Fraud : आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के हजारों क्रेडिट कार्ड होल्डर्स का ब्योरा दूसरे हाथों में जाने से एक बार फिर क्रेडिट कार्ड के खतरों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. फिलहाल बैंक ने 17,000 क्रेडिट कार्ड का ब्योरा गलत यूजर्स से जुड़ने का मामला (Credit Card Data Leak) सामने आने के बाद सारे कार्ड ब्लॉक कर दिए गए हैं. असल में क्रेडिट कार्ड मेहनत की कमाई खर्च करने का एक सुविधाजनक तरीका हो सकता है, लेकिन वे हैकर्स के लिए उस पैसे को चुराने का एक सुविधाजनक तरीका भी बन सकते हैं. आपकी जानकारी के बिना क्रेडिट कार्ड नंबर चोरी हो सकते हैं. जब तक आप अपने मंथली स्टेटमेंट पर कोई धोखाधड़ी नहीं पाते, तब तक आपको पता नहीं चलेगा कि आपकी जानकारी चोरी हो गई है. इसलिए क्रेडिट कार्ड होल्डर हैं तो अलर्ट रहने की जरूरत है.
बढ़ रहे हैं ऐसे मामले
जैसे जैसे डिजिटल दुनिया का विस्तार हो रहा है, उसी क्रम में लोगों की सुविधाएं भी बढ़ रही हैं. हालांकि इसमें खतरे भी बढ़ रहे हैं. इसी में एक खतरा क्रेडिट कार्ड का डाटा लीक का भी है. आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारी आपकी या आपके बैंक की जरा सी गलती से दूसरे हाथों (Credit Card Data Breach) में जा सकती हैं. ऐसे में आपको इन खतरों को लेकर पहले से सतर्क (Credit Card Data Protection) रहना चाहिए. वहीं अगर ऐसा हो भी जाए तो घबराने या टेंशन लेने की बजाए आपको कुछ जरूरी उपाय करने चाहिए, जिससे नुकसान से बच सकें.
कैसे हो सकता है डाटा चोरी
क्रेडिट कार्ड खो जाने या चोरी होने पर
कार्ड स्किमर
डाटा लीक
फिशिंग ई-मेल या काल
पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क
इमरजेंसी है! म्यूचुअल फंड के बदले लोन लें या पर्सनल लोन के लिए करें अप्लाई, चुनें सही विकल्प
किस तरह की सावधानी बरतें (How to Avoid Credit Card Data Leak)
- फिशिंग ई-मेल या काल से सावधान रहें जो आपकी व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने के लिए वैध कंपनियों के रूप में सामने आते हैं. अनचाहे ईमेल या टेक्स्ट संदेश प्राप्त करते समय सावधानी बरतें और किसी भी एम्बेडेड लिंक पर क्लिक करने से बचें. इसके बजाय, सीधे संबंधित कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर वेरिफाई करें.
- ऑनलाइन या ई-मेल के माध्यम से नियमित रूप से अकाउंट एक्टिविटीज की जांच करें. अपने अकांट की एक्टिविटीज पर नजर रखने से आप धोखाधड़ी होते ही उसे पकड़ने में सक्षम होंगे.
- किसी ईमेल या इनकमिंग कॉल के जवाब में व्यक्तिगत जानकारी न दें. अगर कोई आपको कॉल करके क्रेडिट कार्ड नंबर जैसी व्यक्तिगत जानकारी मांगता है, तो मान लें कि यह एक फ्रॉड काल है.
- क्रेडिट एक्टिविटी कंफर्म करने के लिए साल में कम से कम एक बार क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें. सभी तीन प्रमुख क्रेडिट ब्यूरो साल में एक फ्री क्रेडिट चेक की अनुमति देते हैं.
- केवल पॉपुलर और सुरक्षित वेबसाइट से ही ऑनलाइन आइटम खरीदें. किसी वेबसाइट में व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करने से पहले हमेशा अपने वेब ब्राउजर के एड्रेस बार में लॉक आइकन देखें. अपरिचित ईकॉमर्स वेबसाइटों से दूर रहें और उन वेबसाइटों से सावधान रहें जो खरीदारी करते समय अतिरिक्त व्यक्तिगत जानकारी मांगती हैं.
- ऑनलाइन रिटेल साइट पर क्रेडिट कार्ड की जानकारी स्टोर न करें. कुछ रिटेल साइट आपको तेज चेकआउट के लिए कार्ड की जानकारी स्टोर करने की सलाह दे सकती हैं. इससे आगे चलकर समस्याएं पैदा हो सकती हैं, खासकर तब जब कंपनी का डाटा लीक होता है.
- ऐसे क्रेडिट कार्ड रखें जिनका नियमित रूप से घर पर उपयोग नहीं किया जाता हो. अगर क्रेडिट कार्ड का उपयोग सिर्फ खास अवसरों के दौरान किया जाता है, तो उपयोग में न होने पर चोरी होने से बचाने के लिए कार्ड को घर पर रखें.
जानकारी चोरी हो जाए तो क्या करें?
क्रेडिट कार्ड का डाटा चोरी होने की स्थिति में, आपको तुरंत कार्ड जारी करने वाले बैंक को इसकी सूचना देनी चाहिए. आपके कार्ड पर किसी भी धोखाधड़ी वाले या अनधिकृत लेनदेन की सूचना तुरंत कार्ड जारीकर्ता को दें.
नियम के अनुसार एक बार रिपोर्ट करने के बाद आप आम तौर पर अनधिकृत लेनदेन के लिए उत्तरदायी नहीं होते हैं. अगर नियत समय के भीतर रिपोर्ट की जाती है तो अधिकांश कार्ड जारीकर्ता जीरो फ्रॉड लायबिलिटी प्रदान करते हैं.
अगर आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारी से छेड़छाड़ की जाती है, तो पहचान की चोरी की भी संभावना है. ऐसे माहौल में, आगे की अनधिकृत गतिविधि को रोकने के लिए अपने क्रेडिट को फ्रीज करने पर विचार करें जब तक कि आप उल्लंघन की सीमा का आकलन नहीं कर लेते.
(source: forbes, financial websites)