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Dividend stocks investment : डिविडेंड स्टॉक्स में निवेश उथल-पुथल भरे बाजार में बेहतर रणनीति हो सकती है. (Image : Freepik)
Dividend Stocks Investment : शेयर बाजार इन दिनों लगातार उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है. कभी बाजार ऊपर जाता है तो कभी अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से अचानक गिरावट आ जाती है. ऐसे समय में निवेशकों के लिए सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि वे अपनी पूंजी को कैसे सुरक्षित रखें और साथ ही थोड़ा स्टेबल रिटर्न भी कमाएं. ऐसे माहौल में इक्विटी में निवेश करने वालों के लिए डिविडेंड स्टॉक्स में पैसे लगाना भी एक समझदारी भरा ऑप्शन हो सकता है.
डिविडेंड देने वाली कंपनियों की खूबी
नियमित रूप से डिविडेंड देने वाली कंपनियां आमतौर पर ऐसी होती हैं जिनका बिज़नेस स्थिर और मजबूत होता है. ये कंपनियां अक्सर उन सेक्टर्स से आती हैं जहां डिमांड लगातार बनी रहती है, जैसे कंज्यूमर गुड्स, हेल्थकेयर, यूटिलिटीज या आईटी सर्विसेज. इनके बिज़नेस में तेज़ उछाल तो नहीं आता, लेकिन 8-10% की लगातार और टिकाऊ ग्रोथ इन्हें लंबे समय के लिए भरोसेमंद बना देती है. यही वजह है कि बाजार में मंदी के दौर में भी ये कंपनियां निवेशकों को डिविडेंड के रूप में एक स्टेबल आमदनी देती रहती हैं.
निवेशकों के लिए यह बड़ी राहत होती है, क्योंकि जहां दूसरी कंपनियों के शेयर में तेज़ गिरावट देखने को मिलती है, वहीं डिविडेंड स्टॉक्स नुकसान को काफी हद तक संतुलित कर देते हैं.
मजबूती का संकेत देते हैं डिविडेंड
अक्सर यह कहा जाता है कि डिविडेंड देने वाली कंपनियां ज्यादा रोमांचक नहीं होतीं और इनमें तेज़ मुनाफा कमाने की संभावना कम रहती है. वहीं, जो कंपनियां मुनाफा वापस बिज़नेस में लगाती हैं उन्हें ग्रोथ-हंग्री माना जाता है. लेकिन असलियत यह है कि लगातार डिविडेंड देना किसी कंपनी की वित्तीय सेहत का सबसे बड़ा सबूत है.
किसी भी कंपनी के लिए साल-दर-साल डिविडेंड देना तभी संभव है जब उसके पास असली मुनाफा और मजबूत कैश फ्लो मौजूद हो. यहां कोई दिखावे या अकाउंटिंग ट्रिक्स काम नहीं आतीं. इसलिए, जो कंपनियां नियमित और उदार डिविडेंड देती हैं, वे निवेशकों के लिए भरोसेमंद विकल्प साबित होती हैं.
मल्टीबैगर रिटर्न की उम्मीद न करें
डिविडेंड स्टॉक्स की सबसे बड़ी खूबी उनकी स्थिरता है, लेकिन इसके साथ ही एक मामले में निवेशकों को थोड़ा संतोष भी करना होता है. इन स्टॉक्स में निवेश करने पर आपको मल्टीबैगर स्टॉक्स जैसे चौंकाने वाले रिटर्न मिलने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. इनका असली फायदा स्थिरता, सुरक्षा और बैलेंस्ड रिटर्न है.
तेज़ी के दौर में भले ही ये स्टॉक्स बहुत चमकते हुए न दिखें, लेकिन जब बाजार में अस्थिरता बढ़ती है, तब इनकी अहमियत और बढ़ जाती है. ऐसे समय में निवेशक इन्हें अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर सुरक्षित रिटर्न का आनंद ले सकते हैं.
रिस्क रिटर्न में बेहतर बैलेंस
आज जब अंतरराष्ट्रीय नीतियों और आर्थिक अनिश्चितताओं से बाजार कई बार झटके खाने लगता है, ऐसे में डिविडेंड स्टॉक्स निवेशकों को रिस्क और रिटर्न के बीच संतुलन बनाकर चलने का रास्ता दिखा सकते हैं. इसलिए, अगर आप बाजार की उथल-पुथल से परेशान हैं और चाहते हैं कि आपके निवेश का सफर थोड़ा सहज और संतुलित बने, तो मजबूत डिविडेंड स्टॉक्स आपके लिए सही विकल्प हो सकते हैं. हालांकि यह बात हमेशा याद रखें कि इक्विटी में निवेश चाहे किसी भी तरीके से किया जाए, उसके साथ मार्केट रिस्क तो हमेशा बना ही रहता है और रिटर्न की गारंटी नहीं होती. इसलिए निवेश से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को जरूर ध्यान में रखें.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने इनवेस्टमेंट एडवाइज से सलाह-मशविरा करने के बाद ही करें)