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SIP in ELSS: टॉप इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम ने पिछले 5 साल के दौरान निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं. (Image : Pixabay)
Double Return on SIP in ELSS: इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम यानी ELSS का नाम अक्सर टैक्स सेविंग के सिलसिले में लिया जाता है. लेकिन म्यूचुअल फंड की यह स्कीम सिर्फ टैक्स ही नहीं बचाती. इस कैटेगरी में आने वाले टॉप फंड्स ने पिछले 5 साल के दौरान निवेशकों को शानदार रिटर्न भी दिए हैं. जिन लोगों ने टॉप 5 ELSS फंड्स में सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश किया है, उनके पैसे पिछले 5 साल में लगभग डबल हो गए हैं. निवेश पर मिलने वाले इस डबल रिटर्न में अगर टैक्स सेविंग को भी जोड़ देंगे, तो उनका फायदा और भी बढ़ जाएगा.इन टॉप 5 ELSS फंड्स के बारे में जरूरी जानकारी आप यहां देख सकते हैं.
5 साल में SIP पर बेस्ट रिटर्न देने वाले ELSS फंड
हम यहां उन ईएलएसएस फंड्स की जानकारी दे रहे हैं, जिनके डायरेक्ट प्लान ने SIP के जरिये निवेश करने वालों के पैसों को पिछले 5 साल में तकरीबन दोगुना या उससे भी अधिक कर दिया है. इन स्कीम की क्रिसिल रेटिंग (Crisil Rating) और एक्सपेंस रेशियो भी आप यहां देख सकते हैं.
1. Motilal Oswal ELSS Tax Saver Fund (Direct Plan)
मंथली SIP : 10 हजार रुपये
SIP के जरिये 5 साल में कुल निवेश : 6 लाख रुपये
5 साल बाद फंड वैल्यू : 13,64,937 रुपये
5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 33.56%
एक्सपेंस रेशियो : 0.65%
क्रिसिल रेटिंग : 5 स्टार
2. SBI Long Term Equity Fund (Direct Plan)
मंथली SIP : 10 हजार रुपये
SIP के जरिये 5 साल में कुल निवेश : 6 लाख रुपये
5 साल बाद फंड वैल्यू : 12,26,918 रुपये
5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 29.05 %
एक्सपेंस रेशियो : 0.93%
क्रिसिल रेटिंग : 5 स्टार
3. Quant ELSS Tax Saver Fund (Direct Plan)
मंथली SIP : 10 हजार रुपये
SIP के जरिये 5 साल में कुल निवेश : 6 लाख रुपये
5 साल बाद फंड वैल्यू : 12,11,037रुपये
5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 28.49 %
एक्सपेंस रेशियो : 0.59%
क्रिसिल रेटिंग : 3 स्टार
4. Bank of India ELSS Tax Saver Fund (Direct Plan)
मंथली SIP : 10 हजार रुपये
SIP के जरिये 5 साल में कुल निवेश : 6 लाख रुपये
5 साल बाद फंड वैल्यू : 11,78,368 रुपये
5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 27.34 %
एक्सपेंस रेशियो : 0.84%
क्रिसिल रेटिंग : 3 स्टार
5. HDFC ELSS Tax Saver Fund (Direct Plan)
मंथली SIP : 10 हजार रुपये
SIP के जरिये 5 साल में कुल निवेश : 6 लाख रुपये
5 साल बाद फंड वैल्यू : 11,52,998 रुपये
5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 26.43 %
एक्सपेंस रेशियो : 1.09%
क्रिसिल रेटिंग : 4 स्टार
सिर्फ रिटर्न देखकर न करें फैसला
टॉप 5 ELSS फंड्स ने पिछले 5 साल में कितना अच्छा रिटर्न दिया है, यह तो आप ऊपर दिए आंकड़ों को देखकर समझ ही गए होंगे, लेकिन इस स्कीम में सिर्फ रिटर्न देखकर निवेश करना ठीक नहीं होगा. कोई भी फैसला करने से पहले स्कीम के बारे में अच्छी तरह जानकारी हासिल करना जरूरी है.
ELSS का फंड एलोकेशन
किसी भी इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (Equity Linked Saving Scheme) के कॉर्पस का कम से कम 80% हिस्सा स्टॉक्स में निवेश करना जरूरी है. सेबी के नियमों के तहत बाकी 20% निवेश दूसरे एसेट्स में किया जा सकता है. ELSS की निवेश रणनीति में टैक्स सेविंग के साथ-साथ इक्विटी इनवेस्टमेंट पर लॉन्ग टर्म प्रॉफिट कमाने पर भी खास जोर दिया जाता है. हालांकि इस स्कीम में टैक्स सेविंग के लिए लॉक इन पीरियड सिर्फ 3 साल है, लेकिन वेल्थ क्रिएशन के लिए 5 साल या उससे भी ज्यादा समय तक निवेश को बनाए रखना बेहतर माना जाता है.
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ELSS में निवेश का टैक्स बेनिफिट
ELSS में किए गए निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट मिलता है. यह टैक्स छूट एक वित्त वर्ष के दौरान अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर मिलती है. अगर आप 3 साल के लॉक-इन के बाद ELSS फंड की यूनिट्स बेचते हैं, तो उससे होने वाले प्रॉफिट को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) माना जाता है, जिस पर टैक्स छूट मिलती है. एक वित्त वर्ष के दौरान 1.25 लाख रुपये तक का प्रॉफिट होने पर कोई LTCG टैक्स नहीं देना पड़ता. इससे ज्यादा लाभ होने पर 12.5% की दर से LTCG टैक्स लगता है, जो 20 या 30 फीसदी के टैक्स स्लैब की तुलना में कम है. यही वजह है कि टैक्स में बचत के लिहाज से ELSS काफी अच्छी स्कीम मानी जाती है. इतना ही नहीं, ईएलएसएस का 3 साल लॉक-इन पीरियड भी टैक्स सेविंग करने वाली सभी योजनाओं में सबसे कम है.
जोखिम समझकर फैसला करें
ELSS के कॉर्पस का 80% इनवेस्टमेंट शेयर में किए जाने की वजह से इन फंड्स पर बाजार की उथल-पुथल का सीधा असर पड़ता है. इसीलिए इन्हें ‘बहुत अधिक रिस्क’ (Very High Risk) वाला माना गया है. एसआईपी के जरिये निवेश करने पर लॉन्ग टर्म में मार्केट रिस्क कम होता है, लेकिन खत्म नहीं हो जाता. इसलिए ELSS में पैसे लगाने का फैसला करते समय अपनी रिस्क लेने की क्षमता को जरूर ध्यान में रखना चाहिए.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ स्कीम की जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. म्यूचुअल फंड के पिछले रिटर्न को भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. निवेश का कोई भी फैसला सेबी के मान्यताप्राप्त निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)