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FD Laddering क्या है और कैसे यह आपके निवेश को ब्याज दरों के उतार-चढ़ाव से बचाते हुए आपकी लिक्विडिटी को बनाए रखती है. यहां समझिए. (AI Image: Gemini)
What is FD Laddering, How benefited to Investors: अपनी सेविंग पर रिस्क न लेने वाले निवेशकों के बीच फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) हमेशा से एक भरोसेमंद निवेश विकल्प रहा है. लेकिन अब एक नई रणनीति की भी चर्चा तेजी से हो रही है - FD लैडरिंग स्ट्रैटेजी. हालांकि कई निवेशक अभी भी इस स्ट्रैटेजी से अनजान हैं, जबकि यह तरीका न सिर्फ रिटर्न बढ़ाने में मदद करता है बल्कि लिक्विडिटी भी सुनिश्चित करता है. हर साल इसमें एक स्कीम मैच्योर और जरूरत पड़ने पर पैसे की उपलब्धता फ्लेक्सिबल होती है.
अगर आप भी एफडी निवेशक हैं और अब तक इस तरीके से अनजान है, तो अब इस स्मार्ट इनवेस्टमेंट ट्रिक को समझकर अपने फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा फायदा उठाने का समय आ गया है. आज इस बारे में उदाहरण के साथ समझेंगे कि FD लैडरिंग स्टैटेजी क्या है और यह कैसे आपके निवेश को ब्याज दरों के उतार-चढ़ाव से बचाते हुए आपकी लिक्विडिटी को बनाए रखती है.
FD Laddering : क्या है FD लैडरिंग?
FD लैडरिंग सुरक्षित निवेश का एक खास तरीका है, जिसमें आप अपनी पूरी पूंजी को एक ही अवधि की एफडी में लगाने की बजाय, उसे अलग-अलग समयावधि की FD में बांट देते हैं. इसे आसान भाषा में समझें तो यह एक सीढ़ी यानी लैडर की तरह काम करता है, जहां हर पायदान एक अलग मैच्योरिटी डेट वाली एफडी है.
उदाहरण से समझिए अगर आपके पास 20 लाख रुपये हैं, तो आप इसे 5 साल की एक एफडी में लगाने के बजाय, 4-4 लाख रुपये के पांच हिस्सों में बांटकर उन्हें क्रमशः 1 साल, 2 साल, 3 साल, 4 साल और 5 साल की एफडी में निवेश करते हैं. नतीजतन इस रणनीति से हर साल आपकी एक एफडी मैच्योर होती रहेगी, जिससे आपको नियमित रूप से पैसा उपलब्ध होता रहेगा.
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कैसे काम करती है एफडी लैडरिंग?
इस स्ट्रैटेजी में आप छोटी अवधि की एफडी को मैच्योर होने पर, यदि जरूरत न हो तो, उसे दोबारा लंबी अवधि की एफडी जैसे 5 साल में निवेश कर देते हैं. इस प्रक्रिया को दोहराने से आप न सिर्फ बाजार में चल रही बेहतर ब्याज दरें हासिल कर सकते हैं, बल्कि इमरजेंसी के समय आपको अपनी लंबी अवधि वाली FD को तोड़ने की नौबत नहीं आती. छोटी अवधि की मैच्योर होने वाली एफडी आपकी तात्कालिक जरूरतों को पूरा कर देती है, जिससे आपको प्रीमैच्योर विड्रॉल पेनल्टी से भी मुक्ति मिलती है.
क्यों है FD लैडरिंग फायदेमंद?
FD लैडरिंग पारंपरिक निवेश को एक आधुनिक रूप देती है और कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करती है:
लिक्विडिटी बनी रहेगी
हर थोड़े समय पर एफडी मैच्योर होने से नकदी की उपलब्धता बनी रहती है.
हाई इंटरेस्ट अर्निंग
जैसे ही कोई छोटी एफडी मैच्योर होती है, आप उसे उस समय की प्रचलित ऊंची ब्याज दर पर दोबारा निवेश करके बेहतर रिटर्न कमा सकते हैं.
ब्याज दर के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा
चूंकि आपका पैसा अलग-अलग समय पर निवेशित होता है, इसलिए किसी एक समय में ब्याज दर कम होने का जोखिम कम हो जाता है.
फ्लेक्सिबिलिटी और रिस्क मैनेजमेंट
आप अपनी जरूरत के हिसाब से निवेश की अवधि को बदल सकते हैं और फंड्स के बंट जाने से जोखिम भी कम होता है.
टैक्स सेविंग का अवसर
आप इस रणनीति में टैक्स सेविंग FD का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
FD लैडरिंग अपनाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
हालांकि यह एक बेहतरीन रणनीति है, लेकिन निवेश से पहले कुछ बातों पर विचार करना जरूरी है:
लिक्विडिटी की जरूरत
अपनी भविष्य की जरूरतों का आकलन करके ही एफडी की अवधि तय करें.
ब्याज दरों की तुलना
निवेश करने से पहले विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों की ब्याज दरों की तुलना जरूर करें.
अर्ली विड्रॉ पेनल्टी
समय से पहले एफडी तोड़ने पर लगने वाले जुर्माने के नियमों को जान लें.
टैक्स नियम
एफडी पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है, इसलिए टैक्स नियमों की जानकारी रखें.
FD लैडरिंग उन निवेशकों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो सुरक्षा से समझौता किए बिना बेहतर रिटर्न और लिक्विडिटी दोनों चाहते हैं.
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