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Gold Buying : गोल्ड में निवेश के कई विकल्प हैं, मसलन फिजिकल गोल्ड, डिजिटल गोल्ड, गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड फंड. (Pixabay)
Best Form of Gold to Buy : आज 10 मई 2024 को अक्षय तृतीया (Akshaya Trititya 2024) है. आज के दिन बुलियन मार्केट में हलचल है. अक्षय तृतीया पर लोग गोल्ड या सिल्वर में निवेश करना पसंद करते हैं. वैसे भी गोल्ड अब रिटर्न पाने का भरोसेमंद विकल्प बन गया है. इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि 15 साल पहले अक्षय तृतीया से लेकर अबतक गोल्ड में 10 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न मिला है. इस दौरान गोल्ड करीब 17000 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर करीब 72000 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया. फिलहाल इस दौरान गोल्ड में निवेश के विकल्प भी बढ़े हैं. आप किस तरीके से निवेश करना चाहेंगे, ये फैसला हर विकल्प के लाभ देखने के बाद लें. मसलन टैक्स, स्टोरेज कॉस्ट, सुरक्षा.
निवेश के कई विकल्प
फिजिकल गोल्ड (Physical Gold)
डिजिटल गोल्ड (Digital Gold)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (Gold Bonds)
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF)
गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual Funds)
Gold ETF में निवेश की सलाह
जेरोधा फंड हाउस का कहना है कि साल 2019 से लेकर 2023 की अवधि में ही इसमें निवेश तेजी से बढ़ा है. जिसके कारण एयूएम में भी भारी बढ़ोतरी हुई. गोल्ड ईटीएफ में दिसंबर 2019 में निवेश 5527.86 करोड़ रुपये रिकॉर्ड हुआ था. जिसके एक साल बाद ही दिसंबर 2020 में ही निवेश में 150 फीसदी का उछाल आया और वह 13,819.39 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. इसके बाद से इसमें निवेश लगातार बढ़ ही रहा है. गोल्ड ईटीएफ का एयूएम दिसंबर 2023 तक बढ़कर 25,959.02 करोड़ रुपये पहुंच गया.
क्या है Gold ETF
गोल्ड ईटीएफ केवल फिजिकल गोल्ड का रिप्रेजेंट करने वाली यूनिट्स हैं जिन्हें डीमैट रूप में खरीदा जा सकता है. जब आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश करते हैं, तो आपके पास वास्तव में फिजिकल सोना नहीं होता है, बल्कि आप सोने की कीमत के बराबर नकद रखते हैं. इसी तरह, जब आप गोल्ड ईटीएफ बेचते हैं, तो आपको फिजिकल गोल्ड नहीं मिलता है, बल्कि उस समय सोने की कीमत के बराबर कैश मिल जाता है. यह एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है, जो सोने की गिरते चढ़ते भावों पर आधारित होता है.
कितना मिलता है रिटर्न
इंडेक्स फंडों की तरह ईटीएफ अमूमन किसी खास मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. इनका प्रदर्शन उस इंडेक्स जैसा होता है. यानी इसमें रिटर्न और रिस्क सेंसेक्स, निफ्टी जैसे इंडेक्स या गोल्ड जैसे एसेट क्लास में उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है. ईटीएफ के प्राइस का रियल टाइम यानी लेनदेन के समय ही पता लग जाता है.
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Gold ETF कैसे खरीदें और बेचें?
आप डीमैट अकाउंट का उपयोग करके बीएसई या एनएसई पर गोल्ड ईटीएफ का कम से कम एक यूनिट खरीद और बेच सकते हैं. जिन निवेशकों के लिए जिनके पास डीमैट अकाउंट नहीं है, उनके पास गोल्ड फंड ऑफ फंड्स का उपयोग करके गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने का विकल्प है. गोल्ड ईटीएफ में गोल्ड फंड ऑफ फंड निवेश करता है. इस तरह की पेशकश के माध्यम से निवेशक एसआईपी या एकमुश्त के माध्यम से सोने में निवेश करने का विकल्प चुन सकते हैं.
Gold ETF में निवेश के फायदे
पहला फायदा तो यह है कि गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने से आपको न तो स्टोरेज की परेशानी का सामना करना पड़ता है और न ही चोरी की चिंता होती है. चूंकि गोल्ड ईटीएफ यूनिट्स डीमैट रूप में होती हैं, इसलिए आपकी होल्डिंग को सुरक्षित रखने के लिए लॉकर की कोई जरूरत नहीं है. इस तरह, आप लॉकर शुल्क पर भी बचत कर सकते हैं.
गोल्ड ईटीएफ रेगुलेटेड एंटिटी हैं, इसलिए निवेशक को होल्डिंग्स की शुद्धता को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप इसमें निश्चिंत हो सकते हैं कि प्योरिटी का लेवल हमेशा 99.5 फीसदी या उससे अधिक रहेगा. गोल्ड ईटीएफ यूनिट खरीदते समय कोई प्रीमियम, मेकिंग चार्ज या कोई अन्य लागत शामिल नहीं होती है.
Gold : कितना मिलेगा रिटर्न
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड गोल्ड के लिए टारगेट प्राइस 75,000 रुपए प्रति 10 ग्राम, जबकि चांदी के लिए 1,00,000 रुपए प्रति किलो रखा है. पिछले साल की अक्षय तृतीया से अब तक सोने ने 13 फीसदी और चांदी में 11 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है. कॉमेक्स पर सोने के लिए 2450 डॉलर और चांदी के लिए 34 डॉलर के लक्ष्य के साथ गिरावट पर खरीदारी करने की सलाह दी है.