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Gold ETF vs Digital Gold : गोल्ड ईटीएफ या डिजिटल गोल्ड, दोनों में से कौन-सा विकल्प आपके लिए बेहतर है? (Image : Pixabay)
What should you buy on Dhanteras : Gold ETF or Digital Gold: दिवाली से पहले आने वाले धनतेरस के पर्व पर सोना खरीदने की पुरानी परंपरा है. इस परंपरा को सोने में निवेश करने के मौके के तौर पर भी देखा जा सकता है. नए दौर में गोल्ड में इनवेस्ट करने के लिए सोने के गहनों के अलावा गोल्ड ईटीएफ और डिजिटल गोल्ड जैसे विकल्प भी मौजूद हैं. गोल्ड ईटीएफ और डिजिटल गोल्ड, दोनों ही फिजिकल गोल्ड के मुकाबले सोने में निवेश के ज्यादा आधुनिक और सुविधाजनक तरीके माने जा सकते हैं. लेकिन इन दोनों में से कौन-सा विकल्प आपके लिए बेहतर है? आइए, इन दोनों विकल्पों की तुलना करके देखते हैं ताकि आप इस धनतेरस पर समझदारी से निवेश कर सकें.
गोल्ड ईटीएफ: बेहतर सुरक्षा और नियंत्रण
गोल्ड ईटीएफ (Exchange Traded Fund) ऐसे म्यूचुअल फंड्स होते हैं, जो सोने में निवेश करते हैं और उन्हें सीधे स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड किया जाता है. गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपके पास एक डिमैट खाता होना चाहिए. इसके जरिये आप गोल्ड ईटीएफ को स्टॉक एक्सचेंज पर किसी भी समय खरीद या बेच सकते हैं. गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स 99.5% शुद्ध सोने द्वारा समर्थित होती हैं, और ये सेबी (Securities and Exchange Board of India) द्वारा नियंत्रित होती हैं, जिससे इसमें निवेश पर सुरक्षा बढ़ जाती है.
गोल्ड ईटीएफ के फायदे
- सुरक्षा और पारदर्शिता: गोल्ड ईटीएफ सेबी द्वारा नियंत्रित होते हैं, जो निवेशकों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है.
- कम खर्च: गोल्ड ईटीएफ में केवल 0.5% के आस-पास का एक्सपेंस रेशियो लगता है, जिससे यह कम खर्चीला होता है.
- लिक्विडिटी (Liquidity): एक्सचेंज पर ट्रेड होने के कारण आप इसे कभी भी खरीद या बेच सकते हैं.
गोल्ड ईटीएफ के नुकसान
- डिमैट खाता जरूरी: गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपके पास एक डिमैट खाता होना चाहिए.
- फिजिकल गोल्ड नहीं मिलता: गोल्ड ईटीएफ में निवेश के बाद आप सीधे फिजिकल गोल्ड प्राप्त नहीं कर सकते. आपको फंड की प्रोसेडिंग्स का इस्तेमाल करके अलग से सोना खरीदना होगा.
डिजिटल गोल्ड: छोटे निवेश के लिए आसान विकल्प
डिजिटल गोल्ड एक ऐसा विकल्प है जिसमें आप बहुत ही छोटी रकम से भी सोने में निवेश कर सकते हैं. यह निवेश 99.9% शुद्धता वाले सोने से सपोर्टेड होता है, जिसे आप कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स या ज्वेलर्स के माध्यम से खरीद सकते हैं. इस तरह की खरीदारी में आपको डिमैट खाते की जरूरत नहीं होती, और आप केवल 1 रुपये से भी सोने में निवेश शुरू कर सकते हैं.
डिजिटल गोल्ड के फायदे
- छोटे निवेश की सुविधा: आप 1 रुपये से भी डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं, जो छोटे निवेशकों के लिए एक बड़ी सुविधा है.
- फिजिकल गोल्ड में बदलना: डिजिटल गोल्ड को फिजिकल गोल्ड, जैसे कि सोने के सिक्के या बार में बदला जा सकता है, और यहां तक कि ज्वेलरी के रूप में भी बदला जा सकता है.
- कोई डिमैट खाता नहीं चाहिए: डिजिटल गोल्ड में निवेश के लिए डिमैट खाते की जरूरत नहीं होती.
डिजिटल गोल्ड के नुकसान
- डिजिटल गोल्ड खरीदने पर 3% GST लागू होता है. कुछ प्लेटफॉर्म इसके अलावा स्टोरेज फीस भी लेते हैं.
- डिजिटल गोल्ड पर सेबी या किसी अन्य सरकारी रेगुलेटर की सीधी निगरानी नहीं होती, जिससे इसमें जोखिम बढ़ सकता है.
आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर है?
दोनों विकल्पों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं, लेकिन आपके निवेश के उद्देश्य के आधार पर सही विकल्प चुनना महत्वपूर्ण है:
- लंबी अवधि का निवेश: अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और सुरक्षा और पारदर्शिता आपके लिए महत्वपूर्ण है, तो गोल्ड ईटीएफ एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
- छोटे निवेश के लिए: अगर आप छोटे स्तर पर और फिजिकल गोल्ड प्राप्त करने के इरादे से निवेश करना चाहते हैं, तो डिजिटल गोल्ड आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है.
इस धनतेरस पर क्या खरीदें?
धनतेरस पर निवेश का फैसला करते समय आपके लिए अपने निवेश के लक्ष्यों को ध्यान में रखना जरूरी है. अगर आप एक पारदर्शी, सुरक्षित और दीर्घकालिक निवेश चाहते हैं, तो गोल्ड ईटीएफ अच्छा विकल्प है. दूसरी तरफ अगर आप बेहद कम रकम से निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं और आगे चलकर अपने निवेश को फिजिकल गोल्ड में बदलना का इरादा रखते हैं, तो डिजिटल गोल्ड आपके लिए बेहतर हो सकता है.