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Gold Silver Price Today : शुक्रवार को सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. (AI Generated Image)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka :सोने की कीमत में शुक्रवार को देशभर में बड़ी गिरावट देखने को मिली. दिल्ली सर्राफा बाजार में 10 ग्राम सोना 930 रुपये लुढ़ककर 97,670 रुपये पर आ गया. गुरुवार को यही सोना 98,600 रुपये पर बंद हुआ था. सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की कीमतों में भी हल्की गिरावट आई. एक किलो चांदी 100 रुपये गिरकर 1,03,000 रुपये पर आ गई. इसके पीछे क्या वजह है, और आगे क्या संकेत मिल रहे हैं, एक्सपर्ट्स से जानिए.
पश्चिम एशिया में तनाव घटा, बिकवाली हावी
सोने की कीमतों में गिरावट की सबसे बड़ी वजह है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जियोपॉलिटिकल तनाव का कम होना. इज़राइल और ईरान के बीच हालात अब पहले से शांत दिख रहे हैं. इससे निवेशकों का सेफ हेवन यानी सुरक्षित निवेश के रूप में सोने से भरोसा थोड़ा कमजोर पड़ा है. ट्रेडर्स अब मुनाफा वसूली के मूड में हैं, और यही कारण है कि बाजार में बिकवाली बढ़ी है.
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अबान्स फाइनेंशियल सर्विसेज के CEO चिंतन मेहता का कहना है कि "गोल्ड की कीमतों में गिरावट जारी है क्योंकि मुनाफावसूली बढ़ रही है और भू-राजनीतिक तनाव कम होने से सुरक्षित निवेश की मांग भी घट रही है. क्रूड ऑयल की कीमतों में भी गिरावट आई है क्योंकि ईरान ने अपने रुख में नरमी दिखाई है और तेल शिपमेंट के लिए अहम स्ट्रेट ऑफ होरमुज जैसे रूट्स को नुकसान नहीं पहुंचाया है." मेहता के मुताबिक, इन हालात ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में तुरंत खतरे की भावना को कम किया है, जिससे सोने पर दबाव और बढ़ा है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी आई कमजोरी
विदेशी बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई. स्पॉट गोल्ड की कीमत 43.45 डॉलर यानी 1.31% गिरकर 3,284.40 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. निवेशक अब अमेरिका के पर्सनल कंजंप्शन एक्सपेंडिचर (PCE) प्राइस इंडेक्स डेटा का इंतजार कर रहे हैं, जिससे यह तय हो सके कि फेडरल रिजर्व आगे ब्याज दरों में कटौती करेगा या नहीं.
फेड चेयरमैन के बयान से बढ़ा दबाव
LKP सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने बताया कि "गोल्ड की कीमतें कमजोर बनी हुई हैं क्योंकि ग्लोबल रिस्क सेंटिमेंट में सुधार आया है. कॉमेक्स गोल्ड जब 3,300 डॉलर का सपोर्ट तोड़कर नीचे गया, तो सोने में नई बिकवाली शुरू हो गई. भू-राजनीतिक हालात में सुधार के संकेत मिलने से सुरक्षित निवेश की मांग घट गई है. वहीं फेड चेयर पॉवेल का यह संकेत कि फिलहाल ब्याज दरों में कटौती नहीं होगी, इससे भी सोने पर दबाव बना है."
त्रिवेदी ने आगे कहा कि कमजोर डॉलर इंडेक्स यह दिखा रहा है कि वैश्विक जोखिम में कमी आई है, जिससे निवेशक अब इक्विटी और क्रिप्टो जैसे जोखिम वाले एसेट्स की ओर जा रहे हैं. उनके अनुसार, कॉमेक्स में गोल्ड का रेजिस्टेंस 3,325 डॉलर और सपोर्ट 3,255 डॉलर के स्तर पर है. वहीं MCX यानी घरेलू बाजार में कीमतें 93,500 से 97,500 रुपये के बीच रह सकती हैं.
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क्या हो सकता है आगे का रुझान
फिलहाल बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है. अगर जियोपॉलिटिकल हालात स्थिर रहते हैं और अमेरिका की ओर से ब्याज दर में कटौती के संकेत नहीं मिलते हैं, तो सोने की कीमतों पर दबाव बना रह सकता है. हालांकि, किसी भी अप्रत्याशित घटनाक्रम की स्थिति में सोना एक बार फिर सुरक्षित निवेश के रूप में उभर सकता है.
फिलहाल सोना और चांदी दोनों में गिरावट का रुझान दिख रहा है. बाजार की नजर अब अमेरिका के आर्थिक डेटा और ग्लोबल टेंशन पर टिकी है. निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जल्दबाज़ी में निवेश या निकासी का फैसला न लें और बाजार की चाल को समझकर ही कदम उठाएं.