Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka : मंगलवार को सोने के दाम में बड़ी गिरावट देखने को मिली. दिल्ली सर्राफा बाजार में 10 ग्राम सोना 1,200 रुपये टूटकर 1,24,100 रुपये पर आ गया. सोमवार को यह 1,25,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था. लगातार दूसरे दिन सोने की कीमत में गिरावट दर्ज की गई है.
इस गिरावट की मुख्य वजह रही कमजोर ग्लोबल सेंटिमेंट्स (Global Market Trends) और अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के अधिकारियों के हालिया बयानों से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों का कमजोर होना.
डॉलर की मजबूती से सोने पर दबाव
HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी ने कहा, “मंगलवार को सोना (Gold) इसलिए गिरा क्योंकि अमेरिकी डॉलर (US Dollar) मजबूत हुआ और फेडरल रिजर्व अधिकारियों के ‘हॉकिश’ (Hawkish) बयानों ने दिसंबर में दर कटौती की संभावना को कमजोर कर दिया.”
दरअसल, डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) 0.12% बढ़कर 99.99 के स्तर पर पहुंच गया, जो तीन महीने का उच्चतम स्तर है. डॉलर की मजबूती से निवेशक सुरक्षित निवेश के तौर पर सोना बेचने लगे, जिससे दामों पर दबाव बढ़ गया.
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कमजोरी जारी
विदेशी बाजारों (Global Markets) में भी सोने की कीमत में गिरावट रही. स्पॉट गोल्ड (Spot Gold Price) 0.2% फिसलकर 3,993.65 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. वहीं, चांदी (Silver) करीब 1% गिरकर 47.73 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड हुई.
घरेलू बाजार में भी चांदी 2,500 रुपये टूटकर 1,51,500 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई, जो सोमवार के 1,54,000 रुपये के मुकाबले काफी नीचे है.
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US फेड और चीन के फैसले से बिगड़ा सेंटिमेंट
कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी, कमोडिटी रिसर्च कायनात चैनवाला ने कहा, “बाजार की नजर अब अमेरिका के रोजगार (ADP Employment) और मैन्युफैक्चरिंग डेटा (ISM PMI Data) पर है. लेकिन सेफ हेवन डिमांड (Safe Haven Demand) में कमी और चीन द्वारा गोल्ड टैक्स इंसेंटिव (Gold Tax Incentive) वापस लेने के फैसले से भी सेंटिमेंट पर असर पड़ा है.”
वहीं एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी जतिन त्रिवेदी ने कहा, “सोने की कीमतें कमजोर रहीं और 500 रुपये और गिरकर 1,20,950 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आईं. अमेरिकी फेड के रेट कट पर अनिश्चितता और डॉलर की मजबूती के कारण बुलियन (Bullion Market) पर दबाव बना रहा. आने वाले दिनों में गोल्ड 1,18,500–1,24,000 रुपये के दायरे में रह सकता है.”
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क्या निवेशकों को करना चाहिए इंतजार?
विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल सोने की कीमतों में अस्थिरता (Volatility in Gold Prices) बनी रह सकती है. अगर फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve Policy) से ब्याज दरों में राहत नहीं मिलती, तो डॉलर और मजबूत हो सकता है, जिससे सोना और नीचे जा सकता है. हालांकि आर्थिक अनिश्चितता के बीच सोना लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अब भी सुरक्षित एसेट (Safe Asset) माना जा सकता है.
Gold Rate Today : सोना 1,200 रुपये गिरकर 1.24 लाख पर आया, चांदी 2,500 रुपये लुढ़की, एक्सपर्ट्स ने बताई ये वजह
Gold Price Today : कमजोर ग्लोबल ट्रेंड और मजबूत अमेरिकी डॉलर की वजह से आज सोना 1,200 रुपये गिरकर 1.24 लाख रुपये पर आ गया. चांदी 2,500 रुपये लुढ़ककर 1.51 लाख रुपये पर आ गई. एक्सपर्ट्स ने बताई गिरावट की वजह.
Gold Price Today : कमजोर ग्लोबल ट्रेंड और मजबूत अमेरिकी डॉलर की वजह से आज सोना 1,200 रुपये गिरकर 1.24 लाख रुपये पर आ गया. चांदी 2,500 रुपये लुढ़ककर 1.51 लाख रुपये पर आ गई. एक्सपर्ट्स ने बताई गिरावट की वजह.
Gold Silver Price Today : सोना 1,200 रुपये टूटा, चांदी 2,500 रुपये लुढ़की – जानें वजह (AI Generated Image)
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इस गिरावट की मुख्य वजह रही कमजोर ग्लोबल सेंटिमेंट्स (Global Market Trends) और अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के अधिकारियों के हालिया बयानों से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों का कमजोर होना.
डॉलर की मजबूती से सोने पर दबाव
HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी ने कहा, “मंगलवार को सोना (Gold) इसलिए गिरा क्योंकि अमेरिकी डॉलर (US Dollar) मजबूत हुआ और फेडरल रिजर्व अधिकारियों के ‘हॉकिश’ (Hawkish) बयानों ने दिसंबर में दर कटौती की संभावना को कमजोर कर दिया.”
दरअसल, डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) 0.12% बढ़कर 99.99 के स्तर पर पहुंच गया, जो तीन महीने का उच्चतम स्तर है. डॉलर की मजबूती से निवेशक सुरक्षित निवेश के तौर पर सोना बेचने लगे, जिससे दामों पर दबाव बढ़ गया.
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कमजोरी जारी
विदेशी बाजारों (Global Markets) में भी सोने की कीमत में गिरावट रही. स्पॉट गोल्ड (Spot Gold Price) 0.2% फिसलकर 3,993.65 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. वहीं, चांदी (Silver) करीब 1% गिरकर 47.73 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड हुई.
घरेलू बाजार में भी चांदी 2,500 रुपये टूटकर 1,51,500 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई, जो सोमवार के 1,54,000 रुपये के मुकाबले काफी नीचे है.
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US फेड और चीन के फैसले से बिगड़ा सेंटिमेंट
कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी, कमोडिटी रिसर्च कायनात चैनवाला ने कहा, “बाजार की नजर अब अमेरिका के रोजगार (ADP Employment) और मैन्युफैक्चरिंग डेटा (ISM PMI Data) पर है. लेकिन सेफ हेवन डिमांड (Safe Haven Demand) में कमी और चीन द्वारा गोल्ड टैक्स इंसेंटिव (Gold Tax Incentive) वापस लेने के फैसले से भी सेंटिमेंट पर असर पड़ा है.”
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क्या निवेशकों को करना चाहिए इंतजार?
विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल सोने की कीमतों में अस्थिरता (Volatility in Gold Prices) बनी रह सकती है. अगर फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve Policy) से ब्याज दरों में राहत नहीं मिलती, तो डॉलर और मजबूत हो सकता है, जिससे सोना और नीचे जा सकता है. हालांकि आर्थिक अनिश्चितता के बीच सोना लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अब भी सुरक्षित एसेट (Safe Asset) माना जा सकता है.